Hardoi News: क्यों भड़क उठे डीएम, योगी के गौवंशों को भगाने से जुड़ा क्या है पूरा मामला
Hardoi: दबंगों द्वारा गौ आश्रय स्थल से गौवंशों को भगाये जाने का मामला तूल पकड़ गया है। डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने दोषी दबंगों पर कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।
Hardoi News: जनपद के ब्लाक बिलग्राम के ग्राम जफरपुर तिगावां तथा भरावन के ग्राम कटका-कटकी में दबंगों द्वारा गौ आश्रय स्थल से गौवंशों को भगाये जाने का मामला तूल पकड़ गया है। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने इस पर सख्त नाराजगी जताते हुए दोषी दबंगों पर कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।
दबंगों ने गौ आश्रय स्थल से गौवंशों को भगा दिया है: बीडीओ
गौरतलब है कि जिलाधिकारी बैठक कर रहे थे। उस दौरान बीडीओ ने जानकारी दी कि दबंगों ने गौ आश्रय स्थल से गौवंशों को भगा दिया है। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गौवंश की सुरक्षा को लेकर बहुत सख्त हैं और उन्होंने अन्ना जानवरों को सुरक्षा देने के लिए आश्रय स्थलों का निर्माण करवाया है। इसलिए बीडीओ के यह जानकारी देते ही जिलाधिकारी सख्त नाराज हो गए और संबंधित बीडीओ, एसीवीओ तथा पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि उक्त दबंगों के विरूद्ध तत्काल एफआईआर दर्ज करायें।
बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित ईओ को निर्देश दिये कि नगरीय निकाय में घूमने वाले छुट्टा गौवंशों को गौ आश्रय में भेजें। बैठक में अपर जिलाधिकारी वन्दना त्रिवेदी, पीडी, डीसी मनरेगा सहित समस्त एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, बीडीओ तथा ईओ रवि शंकर शुक्ला आदि उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने सभी तहसीलों में नव नियुक्त नायब तहसीलदारों को दिये निर्देश
जिलाधिकारी ने सभी तहसीलों में नव नियुक्त नायब तहसीलदारों को निर्देश दिये कि अपने सर्किल की पूरी जानकारी रखने के लिए एक डायरी में सर्किल के अन्दर आने वाले थाने, गांव, राजस्व गांव, ब्लाक, सरकारी विद्यालय, स्वास्थ्य व आंगनबाड़ी केन्द्र के नाम नोट रखें साथ ही सर्किल में कार्यरत बीडीओ, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल, ग्राम प्रधान, थानाध्यक्ष, कोटेदार, शिक्षक, एएनएम, आशा, आंगनबाड़ीकर्ता के नाम एवं मोबाईल नम्बर भी अपने पास रखें। निर्माण कार्यो के साथ गौशालाओं का भी निरीक्षण करें और निरीक्षण आख्या प्रतिदिन उप जिलाधिकारी को उपलब्ध करायें तथा भ्रमण की जानकारी मुमेन्ट रजिस्टर पर लिखी जायेगी।
वर्तमान में जनपद के गौ आश्रय स्थलों में 30402 गौवंश संरक्षित: मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी
बैठक में निराश्रित एवं बेसहारा गौवंश संरक्षण समीक्षा में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने जिलाधिकारी को बताया कि वर्तमान में जनपद के गौ आश्रय स्थलों में 30402 गौवंश संरक्षित है और 4070 गौवंश छुट्टा है। ब्लाकवार समीक्षा में सबसे अधिक भरखनी में 920, हरियावां में 516, बिलग्राम 364, टोडरपुर 246 तथा भरावन में 221 छुट्टा गौवंश होने पर जिलाधिकारी ने सभी खण्ड विकास अधिक, एसीवीओ तथा पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये कि अभियान चलाकर अपने क्षेत्र के सभी छुट्टा गौवंशों को गौ आश्रय स्थालों में भेजें।