Hardoi News: नया शैक्षिक सत्र हुआ शुरू, जूते मौजे के इंतजार में बच्चे
Hardoi News: बेसिक शिक्षा विभाग के जिम्मेदार कागजी औपचारिकताएं पूरी कराने में विलंब कर रहे हैं। इसका खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है।
Hardoi News: नया शैक्षिक सत्र शुरू हुए 12 दिन बीत चुके हैं लेकिन एक भी बच्चे के अभिभावक के खाते में ड्रेस, जूता मोजा का पैसा नहीं पहुंच सका है। इससे उन्हें पुरानी ड्रेस तो कहीं बगैर जूते के स्कूल आना पड़ रहा है। आरोप है कि बेसिक शिक्षा विभाग के जिम्मेदार कागजी औपचारिकताएं पूरी कराने में विलंब कर रहे हैं। इसका खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग की लापरवाही से सर्व शिक्षा अभियान को भी धक्का लग रहा है। वहीं शिक्षा विभाग ने छात्रों के डेटा तैयार करवाने की बात कही है। जल्द ही अभिभावकों के खाते में ड्रेस का पैसा भेजा जाएगा।
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लाखों बच्चे ड्रेस व जूते के इंतजार में
19 विकास खंडों व नगर क्षेत्र समेत जिले भर में 3400 से अधिक परिषदीय स्कूल हैं। इनमें साढ़े चार लाख से अधिक बच्चे पढ़ते हैं। इस बार अब तक दाखिला लेने वाले 3 लाख 89 हजार 422 विद्यार्थियों को चिह्नित किया जा चुका है। इनको अगली कक्षा के लिए प्रमोट किया गया है। अब तक 1.30 लाख बच्चों का ब्योरा आ चुका है जो अगली कक्षा में पढ़ाई करेंगे। पर अभी तक किसी बच्चे को ड्रेस व जूता मोजा के लिए विभागीय योजना के तहत मिलने वाला 1200 रुपया नहीं मिल सका है।
क्या बोले जिम्मेदार
विभागीय जिम्मेदारों का कहना है कि सत्यापन प्रक्रिया चल रही है। बच्चों की सूची का सत्यापन पहले विद्यालय के टीचर करेंगे। इसके बाद वे खंड विकास अधिकारी के पास भेजेंगे। बीएसए के स्तर से डाटा अपलोड होने के बाद भेजा जाएगा। इसके बाद पीएफएमएस व्यवस्था के तहत धनराशि खाते में भेजी जाएगी। बीएसए डा. विनीता का कहना है कि खंड शिक्षा अधिकारियों को जिम्मेदारी दे दी गई है। डेटा तैयार कराया जा रहा है। जल्द ही अभिभावकों के खाते में ड्रेस का पैसा भेज दिया जाएगा।