Hardoi News: बेरोज़गारों के ऋण की फ़ाइल पर रोड़ा बन रहे बैंक, 107 फाइलें निरस्त
Hardoi News: उद्योग लगाने के लिए बेरोजगारों ने लगभग 162 आवेदन किए थे जिसमें से बैंक ने 107 आवेदकों को ऋण देने से इनकार कर दिया।
Hardoi News: उत्तर प्रदेश में बेरोज़गारों को रोजगार देने के लिए तमाम तरह के प्रयास किया जा रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा युवाओं को रोजगार देने के लिए कैंप आदि लगाये जा रहे हैं, जिसमें प्रदेश में कई लोगों को नौकरी दी गई है। ऐसे ही युवाओं को उद्योग लगाने के लिए भी लगातार सरकार प्रयास कर रही है। बेरोजगार युवाओं को उद्योग लगाने के लिए सरकार प्रोत्साहन के तौर पर ऋण दिलाने का कार्य भी कर रही है। लेकिन, सरकार की मंशा पर बैंक पानी फेरने का काम कर रहे हैं। दरअसल, ऋण को लेकर बैंकों की भूमिका लगातार सवालों के घेरे में रहती है। बैंक कर्मियों पर ऋण के नाम पर कमीशन का भी आरोप लगाते रहते हैं। ऐसे में उद्योग लगाने के लिए बेरोजगारों द्वारा किए जा रहे आवेदन पर बैंक का लचर रवैया भी बेरोजगारों को निराश कर रहा है।
56 फ़ाइल अभी बैंक के पास प्रस्तावित
हरदोई में जिला उद्योग केंद्र से बेरोजगारों को रोजगार के लिए ऋण देने की योजना है। बेरोज़गार युवक ऋण लेने के लिए ऑनलाइन अप्लाई करते हैं। इसके बाद जिला उद्योग केंद्र बैंक को आवेदन भेज देता है। बैंक द्वारा दिए गए दस्तावेजों की जांच करने के बाद बैंक आवेदकों को ऋण उपलब्ध करा देती है। लेकिन, हरदोई के बैंक ऑफ़ इंडिया आवेदकों के मंसूबों पर लगातार पानी फेरने का काम कर रही है। उद्योग लगाने के लिए बेरोजगारों ने लगभग 162 आवेदन किए थे जिसमें से बैंक ने 107 आवेदकों को ऋण देने से इनकार कर दिया।
बैंक ने इसके पीछे अभिलेखों में कमी या अन्य कारण दर्शाये हैं। वहीं, बैंक आफ इंडिया में अभी 56 आवेदन प्रस्तावित है। इसमें से बैंक को ऋण को लेकर निर्णय करना है। यदि बैंक इसमें से भी आवेदकों को ऋण देने से इंकार करती है तो उसके पीछे उसकी कारण स्पष्ट करना होगा। फिलहाल, बेरोजगार युवक जिला उद्योग केंद्र और बैंक के चक्कर लगाने को मजबूर है। एलडीएम अरविंद रंजन ने बताया कि इस योजना की जो भी फाइलें आ रही है। कागज और स्थलीय निरीक्षण कराकर ही पास करने की प्रक्रिया है। 107 पहले जो रिजेक्ट हुई है उनमें कोई ना कोई कमी पाई गई होगी। लोन की 56 फाइल है जो पेंडिंग है। वही, इस मामले पर उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र दुर्गेश कुमार ने कहा कि इस योजना की जो फाइलें बैंक से रिजेक्ट की गई है। उनमें से कुछ फाइलों को दोबारा भिजवाया गया है। उनके संबंधित बैंक प्रबंधकों से वार्ता करके लोन को पास करने का प्रयास किया जा रहा है।