Hardoi: संडीला में दर्जनों विद्यालय के ऊपर मंडरा रहा करंट का खतरा, विभाग ने मांगे 25 लाख
Hardoi: संडीला के 27 विद्यालयों के ऊपर से 440 वोल्टेज का करंट दौड़ रहा है। कई बार इन तारों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की कवायद की गई लेकिन सारी कायदे भी बेअसर साबित हुई।
Hardoi News: जिले में कई विद्यालयों पर हाई वोल्टेज करंट का खतरा 24 घंटे मंडराता रहता है। ऐसे में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की जान दांव पर लगी रहती है। विद्यालय के ऊपर से 11000 से लेकर 440 वोल्टेज का करंट दौड़ता रहता है साथ की विधालय के पास ट्रांसफार्मर और विद्युत पोल भी खतरा बन रहे है।कई बार इन तारों से चिंगारियां भी निकलती हैं। विद्यालय के ऊपर से गुजरने वाला हाई टेंशन तार लगातार हादसे को दावत भी दे रहा है।
हरदोई जनपद के संडीला में 41 विद्यालय ऐसे हैं जहां से हाई टेंशन तार गुजर रहा है। इसको हटाने की कवायद भी 2023 में शुरू हुई थी लेकिन अब तक विद्यालय के ऊपर से गुजरने वाला हाई टेंशन तार नहीं हटा सका। शासन स्तर पर बैठे अधिकारी बच्चों को लेकर कितने संजीदा है इसकी बन्दगी देखने को जनपद में मिल रही है। संडीला में करीब एक दर्जन विद्यालयों के ऊपर से 11000 वोल्टेज करंट दौड़ रहा है यदि ऐसे में किसी दिन कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो इसका आखिर कौन जिम्मेदार होगा आखिर क्यों बच्चों की जान के साथ जिम्मेदारों द्वारा खिलवाड़ किया जा रहा है।
विद्युत विभाग को भेजा गया प्रस्ताव, बजट का इंतज़ार
संडीला के 27 विद्यालयों के ऊपर से 440 वोल्टेज का करंट दौड़ रहा है। कई बार इन तारों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की कवायद की गई लेकिन सारी कायदे भी बेअसर साबित हुई। एक बार फिर कोर्ट की सख्ती के बाद जिम्मेदारों की नींद टूटी है और विद्यालय के निकट लगे विद्युत पोल ट्रांसफार्मर और विद्यालय के ऊपर से गुजरने वाली विद्युत लाइन को शिफ्ट करने की कवायद पुनः शुरू कर दी गई है। इसके लिए विभाग की ओर से 25 लाख रुपए का बजट मांगा गया है।
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा ऐसे विद्यालयों की सूची तैयार कर पॉवर कॉरपोरेशन को सौंप दी गई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि कब तक विद्यालयों के नजदीक लगे ट्रांसफार्मर विद्युत पोल और विद्यालय के ऊपर से गुजरने वाले हाई टेंशन लाइन को दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जाता है। उपखंड अधिकारी दिवाकर यादव ने बताया कि विद्यालय के ऊपर से बिजली के तार हटाने के लिए एस्टीमेट तैयार कर 2023 में ही भेजा जा चुका है लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग संजीदगी नहीं दिख रहा है। बजट मिलते ही सभी विद्यालय के ऊपर या अंदर लगे तार को हटा दिया जाएगा।