Hardoi News: ट्रेनों में पैंट्री के वेंडर यात्रियों की जेब पर डाल रहे डाका, जाँच में मिलता सब ठीक

Hardoi News: होली का त्योहार अब नजदीक आता जा रहा है। ऐसे में रेल प्रशासन यात्री सुविधाओं को देखते हुए कई स्पेशल ट्रेन चला रहा है। लेकिन ट्रेनों में काम करने वाले पैंट्रीकार संचालक लोगों की जेब पर डाका डालने से बाज़ नहीं आ रहे हैं।

Report :  Pulkit Sharma
Update: 2024-03-11 09:44 GMT

ट्रेनों के पैंट्रीकार संचालक source: Newstarck  

Hardoi News: दिन बीतते जा रहे है और होली (Holi) का त्योहार अब नजदीक आता जा रहा है। ऐसे में रेल प्रशासन (railway administration) यात्री सुविधाओं को देखते हुए कई स्पेशल ट्रेन चला रहा है। लेकिन ट्रेनों में काम करने वाले पैंट्रीकार संचालक लोगों की जेब पर डाका डालने का काम कर रहे हैं। रेल प्रशासन लगातार यात्रियों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाता रहता है। इसी के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से भी लगातार यात्रियों को खाद्य सामग्री के अधिक मूल्य न लेने व बेचने को लेकर जागरूक करता रहता है।

रेल प्रशासन द्वारा नो बिल नो पे (no bill no pay) को लेकर विशेष अभियान चलाया। इसी के साथ सभी आईआरसीटीसी (IRCTC) की कैंटीन पर यात्रियों को जागरूक करने के लिए स्लोगन को लिखवाया गया हैं। रेल प्रशासन द्वारा ट्रेनों व प्लेटफार्म पर चलने वाले वेंडर के पोशाक पर भी नो बिल नो पे के स्लोगन को लगाया गया हैं लेकिन आईआरसीटीसी के वेंडर पर रेल प्रशासन के किसी भी नियम का कोई भी प्रभाव नहीं पड़ा रहा है। आईआरसीटीसी के वेंडर त्योहार पर असुविधा उठाते हुए अपने घर पहुंच रहे रेल यात्रियों की जेब पर लगातार डाका डालने का काम कर रहे हैं।

अवध असम समेत अन्य ट्रेनों में हो रहा बड़ा खेल

हरदोई से होकर कोलकाता, गुवाहाटी, दिल्ली, बिहार जाने वाली कई ट्रेनें हैं। जिनमें रेल प्रशासन द्वारा ट्रेनों में पैंटीकार की सुविधा दी गई है। यह सुविधा यात्रियों को सस्ते दाम में गुणवत्तापूर्ण खाना उपलब्ध कराने के लिए दी गई है। लेकिन ट्रेन में लगी पैंटीकार के वेंडर और मैनेजर मिली भगत करके ट्रेन में यात्रियों को मिलने वाला खाना रेल द्वारा निर्धारित दरों से अधिक के दामों पर बिक्री कर रहे है। ऐसा ही एक मामला हरदोई से होकर जाने वाली 15909 डिब्रूगढ़, लालगढ़, अवध, असम एक्सप्रेस का है। जहां 7 मार्च को दिल्ली की यात्रा कर रहे यात्रियों को ट्रेन के पैंटीकार के वेंडर शाकाहारी खाने की प्लेट 150 रुपए में बेच रहे थे। जबकि रेल द्वारा शाकाहारी खाने की प्लेट कि दर 80 रुपए निर्धारित की गई है। वहीं ट्रेन में नाश्ते के दाम भी ₹10 से लेकर ₹15 अधिक यात्रियों से वसूले जा रहे हैं।

अवध असम एक्सप्रेस (Avadh Assam Express) में यात्रा कर रहे यात्रियों ने बताया कि अक्सर वह ट्रेनों से यात्रा करते हैं। सभी ट्रेनों में चलने वाले पैंटीकार के वेंडर ₹120 से लेकर 150 रुपए तक शाकाहारी खाने की थाली के चार्ज करते हैं। यदि उनसे कुछ कहा जाता है तो वेंडर लड़ाई पर आमादा हो जाते हैं। एक और जहां रेल प्रशासन नो बिल नो पे (no bill no pay) को लेकर लोगों को जागरुक कर रहा है। वही पैंट्रीकार के वेंडर और मैनेजर लोगों की जेब पर डाका डाल रहे हैं। ऐसे ही कुछ हाल जम्मू तवी से चलकर कोलकाता जाने वाली सियालदह एक्सप्रेस का भी है। जहां रेल यात्रियों को नाश्ते के दाम रेल द्वारा निर्धारित दर से अधिक के दाम पर बेचा जाता है। वहीँ खाने पर भी रेल द्वारा निर्धारित दरों से अधिक के मूल्य पर यात्रियों को दिया जा रहा है। अब देखने वाली बात यह होगी की रेल प्रशासन इस तरह की पैंटीकार संचालकों पर कब कार्यवाही करता है। या ऐसे ही त्यौहार पर रेल यात्री ट्रेनों में लूटते रहेंगे।

Tags:    

Similar News