Hardoi News: जिम्मेदारों ने कर दिया बड़ा खेल, 1.40 करोड़ के भ्रष्टाचार का मामला आया सामने
Hardoi News: जनपद में करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। जिम्मेदारों ने सरकारी धन का जमकर बंदर बाट किया। घोटाले में मसरूफ जिम्मेदारों पर अब जांच और कार्यवाही की तलवार लटक रही है।
Hardoi News: एक बार फिर हरदोई जनपद में करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। जिम्मेदारों ने सरकारी धन का जमकर बंदर बाट किया। घोटाले में मसरूफ जिम्मेदारों पर अब जांच और कार्यवाही की तलवार लटक रही है। हरदोई में लगातार बड़े-बड़े भ्रष्टाचारों के मामले सामने आ रहे हैं। एक और जहां भाजपा सरकार जीरो टॉलरेंस के बात कर रही है वहीं राजधानी लखनऊ से सटे हरदोई में लगातार भ्रष्टाचार से जुड़े मामले सामने आ रहे हैं।
जनपद के क्षेत्र पंचायत टड़ियावा में राज्य और केंद्रीय वित्त आयोग की मद से कराए गए कार्यों में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार निकलकर सामने आया है। वर्ष 2020-21 में कराए गए कार्यों और खर्च के आदेश में यह भ्रष्टाचार निकलकर सामने आया है। अब इस पूरे मामले की शिकायत क्षेत्र पंचायत के अधिकारियों को लेखा परीक्षा विभाग की ओर से रिपोर्ट बनाकर भेज दी गई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले में क्या कार्यवाही जिम्मेदारों पर तय की जाती है।
1 करोड़ से अधिक का है घपला
क्षेत्र पंचायत टड़ियावां के गांव में कराए गए विकास कार्यों में यह भ्रष्टाचार निकलकर सामने आया है।दरअसल गांव में विकास कार्य को लेकर पंचायत की भांति क्षेत्र पंचायत को भी पंचायती राज विभाग की ओर से राज्य वित्त आयोग और केंद्रीय वित्त आयोग के मद से बजट जारी होता है जिसके अंतर्गत कार्यों खरीददारी मानदेय आदि के भुगतान के ऑडिट की भी व्यवस्था है। वर्ष 2020-21 में किए गए भुगतान के ऑडिट में जनपद में एक करोड़ 40 लाख 98 हज़ार 305 रुपए की गड़बड़ी निकलकर सामने आई है। रिपोर्ट में कहा गया की कार्यो के सापेक्ष किए गए भुगतान के बिल वाउचर व्यय प्रमाण पत्र और कार्य पत्रावलियां आदि नहीं दिखाई गई।
वित्तीय वर्ष 2020-21 में केंद्रीय वित्त आयोग के मद में 70 लाख 94 हज़ार 741 रुपए का भुगतान किया गया लेकिन इसका हिसाब किताब जिम्मेदार नहीं दिखा पाए। लेखा परीक्षा विभाग की रिपोर्ट में बताया गया कि 9 और 10 मार्च 2021 को अनिल सिंह एजेंसी और लक्ष्मी सिंह एजेंसी को भुगतान किया गया। राज्य वित्त आयोग के मद से क्षेत्र पंचायत की ओर से वर्ष 2020-21 ई ग्राम स्वराज पोर्टल पर 68 लाख 36 हज़ार रुपए का भुगतान किया गया। जांच में पोर्टल पर मिले विवरण में यह भुगतान भी 9 और 10 मार्च 2021 में 2 दिन में ही अनिल एजेंसी, मां भगवती इलेक्ट्रॉनिक एजेंसी, रामजी ट्रेडर्स एजेंसी, लक्ष्मी एजेंसी फॉर्म को किया गया है।
ऑडिट के समय ना तो इन फ़र्म के कोई बिल वाउचर मिले और ना ही आपूर्ति की सामग्री आदि की पत्रावली सामने आई है। लेखा परीक्षा विभाग की ज्येष्ठ लेखा परीक्षक रुबीना ने रिपोर्ट पंचायती राज विभाग और क्षेत्र पंचायत के अधिकारियों को भेज दी है। डीपीआरओे विनय कुमार सिंह ने रिपोर्ट में दी गड़बड़ी के निस्तारण के लिए रिपोर्ट टड़ियावा बीडीओ को भेज दी गई है।