यूपी में उफान पर कोरोना का कहर, 24 घंटे में सामने आए 2600 नये मामले

उत्तर प्रदेश में अब तक कुल 3,49,22,434 सैम्पल की जांच की चुकी है जबकि पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित...

Update:2021-04-01 18:13 IST
फोटो-सोशल मीडिया

लखनऊ: देश के अन्य राज्यों की तरह ही कोरोना का कहर यूपी में भी बढता ही जा रहा है। प्रदेश में अब तक कुल 3,49,22,434 सैम्पल की जांच की चुकी है जबकि पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 2600 नये मामले सामने आये हैं। अब तक 11 लाख से अधिक लोग कोरोना वैक्सीन के दोनो डोज लगवा चुके है। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कल एक दिन में कुल 1,24,135 सैम्पल की जांच की गयी। इस समय 11,918 कोरोना के एक्टिव मामले में से 6,722 लोग होम आइसोलेशन में हैं।

कोविड वैक्सीनेशन 5000 केन्द्रों पर

निजी चिकित्सालयों 287 मरीज अपना इलाज करा रहे है, उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 5,99,045 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,88,839 क्षेत्रों में 5,15,980 टीम दिवस के माध्यम से 3,16,45,240 घरों के 15,35,51,766 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में 45 वर्ष सेे अधिक आयु वालों को कोविड वैक्सीनेशन 5000 केन्द्रों पर किया जा रहा है। जो लोग 45 वर्ष से अधिक है वो कोविड सेंटर पर जाकर टीकाकरण अवश्य करायें, जो लोग वैक्सीनेशन कराना चाहते है वह अपना कोविन पोर्टल पर जाकर प्री ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते है।


 


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अगर जो लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाते है, वो स्वयं अपना आधार कार्ड या कोई पहचान पत्र लेकर वैक्सीनेशन सेन्टर पर जायें वहां पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मी आपका पंजीकरण करके आपका टीकाकरण कर दिया जायेगा। अगर निजी चिकित्सालयों में वैक्सीनेशन कराते है तो एक डोज का 250 रूपये भुगतान करना होगा।

संक्रमण शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में दोनों जगह पर फैलता

प्रसाद ने बताया कि 11 लाख से अधिक लोग दोनो डोज लगवा चुके है, जिन्होंने दोनो डोज ले चुके है उनमें नहीं के बराबर संक्रमण पाया गया है। जिनमें संक्रमण मिले है उनमें किसी भी प्रकार की जटिलता नहीं पायी गयी है। जो एक डोज लगवा चुके है वे निर्धारित समय पर, दूसरी डोज अवश्य लगवाये और इसमें लापरवाही बिल्कुल भी न करे। इस बात का भ्रम बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए कि यह बीमारी शहरी क्षेत्रों में पायी जाती है। यह संक्रमण शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में दोनों जगह पर फैलता है।


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प्रसाद ने बताया कि दो तरह की वैक्सीन का उपयोग किया जा रहा है। दोनों ही वैक्सीन प्रभावशाली व सुरक्षित है। पहला नाम है को-वैक्सीन, दूसरा नाम है कोविड-शील्ड। जिन लोगों ने को-वैक्सीन लगवायी है, उनकी दूसरी डोज चार सप्ताह के बाद लगायी जा रही थी। पहले जो लोग कोविड शील्ड लगवा रहे थे।

उनकी भी दूसरी डोज चार सप्ताह के बाद लगायी जा रही थी। लेकिन कोविड शील्ड को 4 से 8 सप्ताह के बीच लगाया जा सकता है तथा दूसरी डोज को 6 से 8 सप्ताह के बीच लगाया जाये तो इसका प्रभाव अधिक होगा। जिनको अब कोविड शील्ड लगाया जायेगा, उनको अब दूसरी डोज की तारीख 6 सप्ताह के बाद देंगे।

ऐसे में आज गुरूवार को राजधानी लखनऊ में चिनहट स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी में एक दर्जन से ज्यादा स्टाफ कोरोना पॉजिटिव निकला है। इस बारे में बताया जा रहा कि कॉलेज प्रशासन की तरफ से कोई सावधानी नहीं बरती जा रही हैं। साथ ही स्टाफ को भी जबरन ऑफिस बुलाया जा रहा है। जिसकी वजह से दहशत के माहौल में कर्मचारी काम करने को मजबूर हुए। वहीं अब स्टाफ और छात्रों में कोरोना को लेकर भय का माहौल बना हुआ है।

रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री

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