बाबू झक्की ने हिंदू- मुस्लिम एकता की दी मिसाल, एक ही मंडप पर कराई हिंदू और मुस्लिम की शादियां

रावतपुर गांव के रहने वाले मोहमद शफीक उर्फ बाबू झक्की ने दो धर्मों को उस वक्त जोड़ने का काम किया, जिस वक्त राजनैतिक गलियारे में जाति धर्म को लेकर उथल- पुथल मची हुई है।

Update:2017-03-03 12:37 IST

कानपुर: कल्याणपुर थाना क्षेत्र के रावतपुर गांव के रहने वाले मोहमद शफीक उर्फ बाबू झक्की ने दो धर्मों को उस वक्त जोड़ने का काम किया, जिस वक्त राजनैतिक गलियारे में जाति धर्म को लेकर उथल- पुथल मची हुई है। यहां हिंदू- मुस्लिम विवाह का आयोजन किया गया। जिसमें हिंदू और मुस्लिम धर्म के लोगों की एक ही मंडप में शादियां कराई गई।

क्या है मामल?

-आतिशबाजी के बीच 10 दूल्हे धोड़ी पर सवार होकर दूल्हन को लेने रावतपुर पहुंचे।

-लोगों ने बारात का स्वागत नाच गाने के साथ किया।

-जहां मुस्लिम समाज के लोगों की शादी मुस्लिम धर्म के मुताबिक कराई गई, और हिंदू धर्म की शादी हिंदू रीति रिवाज के साथ कराई गई।

-बारात में करीब दस हजार लोगों के खाने की भी व्यवस्था भी कराई गई थी।

-इस विवाह समारोह के आयोजन के लिए शाम पांच बजे शहर की सारी दुकाने को बंद करवा दी गई थी।

बाबू झक्की के मुताबिक

-हम गरीब लड़कियों और लड़को को ढूंढ कर उनकी शादियां करा रहे है।

-इसके लिए हमने पांच हिंदू लड़कियों की हिंदू लड़को से और पांच मुस्लिम लड़को की शादियां मुस्लिम लड़कियों से शादी कराई है।

-इसके साथ ही इन्हें एक लाख 50 हजार रूपए का दहेज भी दिया दिया है।

-इतना ही नहीं बारातियों के लिए हमने उनके धर्म को ध्यान में रखते अलग-अलग खाना भी बनवाया।

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