नन्हे बच्चों की रामभक्ति, मंदिर निर्माण के लिए की गुल्लक समर्पित
वसंत पंचमी पूजन के बाद संघ परिवार से जुड़े परिवारों के सैकड़ों बच्चे अपनी-अपनी गुल्लक लेकर परिसर में आये और उसे समर्पण निधि के रूप में समर्पित किया।बच्चों ने यह धनराशि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अवध प्रान्त के सह प्रान्त प्रचारक मनोज को भेंट की।
लखनऊ: राम मंदिर के प्रति रूझान का आलम यह है कि छोटे-छोटे बच्चे अपने स्कूल खर्च से पैसे बचाकर राम मंदिर समर्पण निधि में जमा कर रहे हैं। सरस्वती कुंज परिसर, निरालानगर में यह चमत्कारिक दृश्य दिखा। वसंत पंचमी पूजन के बाद संघ परिवार से जुड़े परिवारों के सैकड़ों बच्चे अपनी-अपनी गुल्लक लेकर परिसर में आये और उसे समर्पण निधि के रूप में समर्पित किया।बच्चों ने यह धनराशि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अवध प्रान्त के सह प्रान्त प्रचारक मनोज को भेंट की।
बच्चों का किया गया मार्गदर्शन
इस अवसर पर विद्या भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री यतीन्द्र, क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचन्द्र और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अवध प्रान्त के सह प्रान्त प्रचारक मनोज ने बच्चों का मार्गदर्शन किया। अखिल भारतीय संगठन मंत्री यतीन्द्र ने बच्चों का समर्पण देखकर कहा कि बचपन में हुई परवरिश और घरवालों के दिए हुए संस्कार बच्चों के साथ जिंदगीभर साथ रहते हैं। ये बच्चे असल भारत की पहचान हैं और जय श्रीराम के नारे लगाकर अपना सहयोग राम मंदिर निर्माण के लिए सौंप रहे हैं। इस अवसर पर विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकारी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता और बच्च्चे मौजूद रहे।
ये भी पढ़ें: शिवपाल यादव बोले- सम्मानजनक सीटें मिलने पर ही होगा गठबंधन
सरस्वती कुंज परिसर किया गया हवन-पूजन
इससे पूर्व वसंत पंचमी के अवसर पर सरस्वती कुंज परिसर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में विधि-विधान से हवन-पूजन कर मां सरस्वती से अज्ञानता के अंधकार को समस्त जग से नष्ट करके ज्ञानमय करने की प्रार्थना की गयी। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि लखनऊ के पुलिस कमिश्नर ध्रुवकान्त ठाकुर ने कहा कि वसंत पंचमी के पावन अवसर पर हम सब जड़ता और विकार के बंधन से मुक्त हों, हमारे अंदर से अंधकार नष्ट हो, मां सरस्वती सभी बालकों के जीवन को ज्ञान से आलोकित करें, जिससे हमारा देश विकास की ओर अग्रसर हो सके।
अखिल भारतीय सह-संगठन मंत्री माननीय यतीन्द्र ने कहा कि भारत और विश्व में जहां भगवती मां सरस्वती को लोग मानते हैं, वहां आज के दिन आराधना की जा रही है। उन्होंने कहा कि मां सरस्वती को विद्या की देवी माना जाता है। ज्ञान, वाणी, बुद्धि, विवेक, विद्या और सभी कलाओं से परिपूर्ण मां सरस्वती की इस दिन पूजा अर्चना की जाती है, जिनसे हम प्रेरणा प्राप्त कर सकते हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ता रंजना अग्निहोत्री ने कही ये बात
श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली वरिष्ठ अधिवक्ता रंजना अग्निहोत्री ने कहा कि वसंत पंचमी पर भैया-बहिनों को देखकर लगता है कि आज मां सरस्वती का अवतरण हुआ है। उन्होंने कहा कि विद्या भारती के भैया-बहिनों के अभिभावक बधाई के पात्र हैं, जो अपने बालकों को संस्कारवान शिक्षा दिला रहें। वर्तमान में विद्या भारती के भैया-बहिनों की बढ़ती संख्या से प्रतीत हो रहा है कि अब फिर से संस्कारवान शिक्षा की पुनरावृत्ति हो रही है।
ये भी पढ़ें: जौनपुर: ”स्वयं सहायता समूह को लोन देने के लिए बैंक नियम करें शिथिल”
इस अवसर पर विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री हेमचन्द्र, प्रचार प्रमुख सौरभ मिश्र, बालिका शिक्षा प्रमुख उमा शंकर, अवध प्रांत के प्रदेश निरीक्षक राजेंद्र बाबू, शोध संस्थान के कोषाध्यक्ष शिवभूषण, सह प्रचार प्रमुख भास्कर दूबे, इंडो-अमेरिकन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी मुकेश बहादुर सिंह और उनकी धर्मपत्नी रीना सिंह, रजनीश पाठक, दिनेश, सर्वेश कुमार सिंह, विद्यालय के आचार्य व भैया-बहिन समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।