घायल बच्ची को लेकर पीड़ित पहुंचा DMआॅफिस,जिला अस्पताल से डॉक्टरों ने भगाया
छह साल की घायल बेटी के इलाज के लिए जिला अस्पताल आये एक युवक से इलाज के लिए रुपयों की मांग की गई और जब वह रुपयों का प्रबन्ध नहीं कर सका तो बिना टांकें लगाए बच्ची के सर पर पट्टी बांधकर उसे भगा दिया गया।इधर जब अस्पताल कर्मचारियों को यह जानकारी हुई कि
हरदोई: छह साल की घायल बेटी के इलाज के लिए जिला अस्पताल आये एक युवक से इलाज के लिए रुपयों की मांग की गई और जब वह रुपयों का प्रबन्ध नहीं कर सका तो बिना टांकें लगाए बच्ची के सर पर पट्टी बांधकर उसे भगा दिया गया।इधर जब अस्पताल कर्मचारियों को यह जानकारी हुई कि पीड़ित जिलाधिकारी के पास शिकायत लेकर गया है तो उन्होनें उल्टे पीड़ित पर ही भर्ती टिकट चुरा ले जाने की तहरीर पुलिस को दी है।
मझिला थानाक्षेत्र के ग्राम चक ढकिया निवासी शैलेन्द्र की पुत्री सलोनी पर आज सुबह कच्ची दीवार गिर गयी जिससे उसका सर फट गया। शैलेन्द्र उसके इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचा पर्चा बनवाने के बाद जब वह डॉक्टर के पास पहुंचा तो वहां तैनात एक कर्मचारी नें उससे इलाज के लिए खर्चा मांगा लेकिन जब शैलेन्द्र नें उसे बताया कि उसके पास रुपये नहीं हैं तो उसे दूसरे कमरे में इंतजार करने को कहा गया।
पीड़ित अपनी पुत्री के सर से बहते खून को देखकर घबड़ाया और सर पर टांकें लगाने का अनुरोध ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर सुरजीत सिंह से किया पर डॉक्टर ने उन्होंने उसकी एक नहीं सुनी लेकिन जब पीड़ित गिड़गडता रहा तो बच्ची के सर पर एक पट्टी बांधकर उसे भगाते हुए कहा गया कि वो अपनी बच्ची का इलाज प्राइवेट डॉक्टर से जाकर कराए तब पता चलेगा कि कितना खर्च होता है, यहां फ्री में इलाज के लिए भाग आया। पीड़ित इसकी शिकायत लेकर जिलाधिकारी कार्यालय गया लेकिन जिलाधिकारी शाहाबाद में समाधान दिवस गए थे जिसके बाद पीड़ित अपनी पुत्री को प्राइवेट अस्पताल में ले गया।
उधर मामले के तूल पकड़ने के बाद कार्यवाही से बचनें के लिए अस्पताल कर्मचारियों ने पीड़ित पर भर्ती टिकट (बीएचटी) चुरा ले जाने की लिखित शिकायत शहर कोतवाली में की है।
बोले जिम्मेदार
सीएमएस रामवीर सिंह ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है, मैनें पीड़ित के घर पर खबर पहुंचाई है कि वो आकर मुझसे मिले और पूरी बात बताये, यदि कोई कर्मचारी दोषी पाया गया तो कार्यवाही की जाएगी।