परिजनों के डर से दर दर भटक रही है विवाहिता, PM और CM से मांगी मौत या मदद
विवाहिता को परिजनों ने बंधक बना लिया गया और नशे का इंजेक्शन देकर उसे गुजरात ले जाकर एक प्रौढ़ से ब्याह दिया। पीड़िता ने जबरन पति बनाए गए व्यक्ति को सारा मामला बता दिया, जिस पर उसने पंचायत बुला कर स्टाम्प पर तलाक देकर उसे पिता के हवाले कर दिया।
आगरा: अंतर्धार्मिक प्रेम विवाह करने वाली एक महिला ने मुख्यमंत्री को ट्वीट करके परिजनों के अत्याचार से बचाने की मांग की है। विवाहिता का आरोप है कि उसके परिजनों ने प्रेम विवाह के बाद नशे का इंजेक्शन देकर उसकी शादी कहीं और कर दी और उसके पति को भी धोखे से जेल भेजवा दिया। पीड़िता ने परिजनों और पुलिस की मिलीभगत होने का भी आरोप लगाया है।
नशे में ब्याह
-ताजनगरी के शाहगंज थाना इलाके की अंकिता का आरोप है कि उसके माता-पिता उसे एक प्रौढ के हाथों 5 लाख में बेचना चाहते थे।
-जानकारी होने पर अंकिता ने 7 जुलाई को अपने प्रेमी अनस के साथ मुस्लिम रीति-रिवाज से निकाह कर लिया और पति के साथ रहने लगी।
-विवाहिता का कहना है कि 22 जुलाई को अचानक मां ममता उसके घर आई और रोते हुए पिता की तबियत खराब होने की बात कही। मां ने कहा कि पिता तुमसे मिलना चाहते हैं।
-अंकिता अपने पिता से मिलने घर पहुंची तो उसे बंधक बना लिया गया और नशे का इंजेक्शन देकर उसे गुजरात ले जाकर एक प्रौढ़ से ब्याह दिया गया।
परिवार ने दी धमकी
-पीड़िता का कहना है कि उसने जबरन पति बनाए गए व्यक्ति को सारा मामला बता दिया, जिस पर उसने पंचायत बुला कर स्टाम्प पर तलाक देकर पिता के हवाले कर दिया।
-पीड़िता का कहना है कि वह किसी तरह भाग कर फिर पति के पास पहुंच गई।
-लेकिन परिजनों ने प्रौढ़ से शादी की तस्वीरें दिखा कर मुकदमा दर्ज करा दिया।
-पीड़िता के अनुसार उसने कोर्ट में 164 के तहत बालिग होने का बयान दर्ज करा दिया।
-लेकिन पुलिस ने उसे मां-बाप के हवाले कर दिया, जो उसे तेजाब से जला कर मार देने की धमकी दे रहे हैं।
कहीं से मदद नहीं
-इसके बाद अंकिता और अनस कोर्ट पहुंचे जहां से सुबूत के आधार पर उन्हें स्थानीय अदालत में जाने को कहा गया।
-अंकिता को इस मामले में 20 दिसम्बर को कोर्ट में पेश किया जाना था, लेकिन उससे पहले 6 दिसंबर को उसके परिजनों ने साजिश करके फायरिंग करने और अपहरण के मामले में पति अनस को जेल भेजवा दिया।
-दर दर भटक रही अंकिता का कहना है कि वह पुलिस के पास जाएगी तो पुलिस उसे परिजनों के हवाले कर देगी जहां उसकी जान को खतरा है।
-पीड़िता ने एसएसपी कार्यालय को लिखित आवेदन दिया और शाहगंज थाने को चिट्ठी भेजी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मदद या मौत
-इसके बाद पीड़िता ने मेल और स्पीड पोस्ट करके मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महिला आयोग, उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय से मदद या मौत की मांग की है।
-बाद में पीड़िता ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ट्वीट करके भी मदद मांगी है और मदद न मिलने पर सुसाइड कर लेने की बात कही है।
-लेकिन अब तक उसे सिर्फ महिला आयोग से जवाब मिला है जिसने कार्यवाही के नाम पर पीड़िता से उसका पता मांगा है।
आगे स्लाइड्स में देखिए पीड़िता के कुछ और फोटोज...