भाजपा में शुरु हुई ‘प्लेसमेंट’ की दौड़, सबको है इन्वेस्टर समिट खत्म होने का इंतजार

उत्तर प्रदेश भाजपा में इन दिनों एक गजब दौड़ लगी हुई है। प्लेसमेंट की दौड़। किसी कंपनी में नहीं बल्कि सत्ता और संगठन में। उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चा जोरों पर है। इसके अलावा भाजपा की यूपी और केंद्रीय टीम दोनों में संगठन में कई पदों पर गुंजाइश है। ऐसे में भाजपा के कई विधायकों समेत हाशिये पर गए दिग्गज अपनी अपनी नई जिम्मेदारी के लिए दिल्ली से लखनऊ एक किए हुए हैं।

Update:2018-02-06 13:54 IST

Anurag Shukla

लखनऊ: उत्तर प्रदेश भाजपा में इन दिनों एक गजब दौड़ लगी हुई है। प्लेसमेंट की दौड़। किसी कंपनी में नहीं बल्कि सत्ता और संगठन में। उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चा जोरों पर है। इसके अलावा भाजपा की यूपी और केंद्रीय टीम दोनों में संगठन में कई पदों पर गुंजाइश है। ऐसे में भाजपा के कई विधायकों समेत हाशिये पर गए दिग्गज अपनी अपनी नई जिम्मेदारी के लिए दिल्ली से लखनऊ एक किए हुए हैं।

क्यों चल रही है दौड़

- उत्तर प्रदेश के कई नेता यूपी और केंद्रीय टीम में संगठन में जिम्मेदार पदों पर ते।

- इनमें से कई यूपी सरकार में भी महत्वपूर्ण पदों पर हैं। अब ऐसे में बहुत से नेताओं को संगठन में बड़े पदों की उम्मीद जग गयी है।

- दरअसल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर रहे डा दिनेश शर्मा अब यूपी में उपमुख्यमंत्री पद पर है।

- इसके अलावा राष्ट्रीय टीम में मंत्री पद पर रहे डा महेंद्र सिंह, श्रीकांत शर्मा और प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह यूपी में मंत्री बन चुके है।

- ऐसे में इनकी खाली जगहों को भरने के लिए अब यूपी के भाजपा नेता दिन रात एक किए है। इसके अलावा भाजपा की यूपी सरकार भी अब चेहरा बदलने को तैयार दिख रही है।

- माना जा रहा है कि जल्द ही मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है। ऐसे में बहुत से नेता सरकार से संगठन में लाए जाएंगे वहीं कुछ नए विधायक अब मंत्रीपद की कोशिश में लगे हैं।

कौन कौन हैं दौड़ में?

राष्ट्रीय टीम में शामिल होने के लिए जहां संगठन की दौड़ में जहां पंकज सिंह दयाशंकर सिंह के नाम हैं वहीं पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी को भी अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। माना जा रहा है कि वाजपेयी को अहम पद देकर पंडित संतुलन साधने की तैयारी है। इसके अलावा संगठन से सरकार की यात्रा तय करने की कोशिश में उत्तर प्रदेश के कई नेता है इनमें यूपी भाजपा के महामंत्री और प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक का नाम आगे है।

इसके अलावा फैजाबाद के रुदौली से दूसरी बार विधायक रामचंद्र जायसवाल का नाम भी मंत्रीपद पर चल रहा है। इसके अलावा विधायक में बरेली से डा अरुण कुमार, लोकेंद्र सिंह, प्रतीक भूषण समेत कई नाम इस दिनों मंत्रीपद की दौड़ में है।

प्रदेश के टीम में ही कई पद खाली

उत्तर प्रदेश के संगठन की टीम बननी है। माना जा रहा है कि इस बार कई विधायक जो सरकार में जगह नहीं पा सकेंगे उन्हें संगठन में बड़ा पद देकर संतुलन बनाया जाएगा। इसके अलावा कई प्रवक्ता और नेता भी संगठन में ऊचें पदों के लिए जोड़ तोड़ कर रहे हैं।

जोड जुगत जारी

जो मंत्री हैं वो बने रहें। जो मंत्री हैं उनका कद बढ़े और जो नहीं है वो मंत्रिमंडल में शामिल हों। इसके अलावा जो मंत्रिमंडल से बाहर हो उन्हें संगठन में ठीक से जगह मिले, जो अभी सत्ता और संगठन में नहीं उन्हें कहीं जगह मिले और किसी बी केंद्रीय या यूपी की टीम में जगह मिले इस सारे काम के लिए जोड़ जुगत जारी है। नेता उत्तर प्रदेश की राजधानी के अलावा , वाराणसी, गोरखपुर और दिल्ली तक की परिक्रमा कर रहे है। उन्हें पता है कि संघ से लेकर सरकार तक कितने शक्ति केंद्र है लिहाजा अपने अपने लिहाज से वो सबको साधने में लगे हैं।

कब खत्म होगा इंतजार

माना जा रहा है कि यूपी सरकार 22 फरवरी को होने वाली इनवेस्टर समिट के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल करेगी। इसके बाद ही संगठन की टीम बनेगी और यूपी की टीम बन जाने के बाद ही केंद्रीय टीम बनाई जाएगी। ऐसे में कहा जा सकता है कि इनवेस्टर समिट के तुरंत बाद नहीं तो होली के बाद कई भाजपाइयों के रंग बदल सकते हैं।

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