लखनऊ: डीएम बी. चंद्रकला का सेल्फी मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। सपा सरकार में बाग़ी हुए IPS अमिताभ ठाकुर के RTI के जवाब में इस बात का खुलासा हुआ है कि सेल्फी लेने वाले युवक फराज का चालान 4 महीने पहले हुए साम्प्रदायिक तनाव के एक मामले में शान्ति भंग के आरोप में हुआ है। उन्होंने मांग की हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और बुलंदशहर की डीएम बी. चंद्रकला को हटाया जाए।
अमिताभ ठाकुर ने RTI का खुलासा किया
-अमिताभ ठाकुर ने RTI के जवाब का खुलासा करते हुए कई बातें कही हैं।
-उन्होंने बताया कि फराज नामक युवक को 1 फरवरी को ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
-RTI में 2 फरवरी को युवक पर सीआरपीसी की धारा 151 के तहत गिरफ़्तारी का जिक्र है।
-इससे 24 घंटे के अंदर अवैध हिरासत की बात दिखती है।
जानबूझकर किया युवक को गिरफ्तार
-अमिताभ ने बताया कि एएसआई कोतवाली नगर राजेश कुमार की चालन रिपोर्ट में कहीं भी डीएम की सेल्फी लेने की बात जिक्र नहीं है।
-युवक के गांव कमालपुर में 4 महीने पहले हुई एक सांप्रदायिक घटना को आधार बनाया गया है।
-फराज को राजनैतिक रूप से सक्रिय और मोबाइल, इंटरनेट आदि का प्रयोग करने में दक्ष होने के आधार पर गिरफ्तार किया गया।
युवक के चाचा ने मांगी थी डीएम से माफ़ी
-डीएम चंद्रकला ने पत्रकारों को एक कानूनी नोटिस भेजी थी।
-जिसमे सेल्फी प्रकरण का जिक्र था।
-जिला प्रशासन ने इसी मामले में एक जनमत संग्रह भी कराया था।
-जिसमे डीएम की उपस्थिति में फराज के चाचा ने माफी मांगी थी।
-इसके बाद फराज को रिहा कर दिया गया था।
क्या कहा अमिताभ ठाकुर ने
-अमिताभ ने कहा कि फराज को जेल भेजने का वास्तविक कारण डीएम के साथ सेल्फी लेना और चालान में फर्जी घटना बनाना इस मामले को और अधिक गंभीर बनाता है।
-ठाकुर ने मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो।
-डीएम बी. चंद्रकला को तुरंत हटाया जाए।
-अगर ऐसा नही होता है, तो उनकी पत्नी नूतन ठाकुर हाईकोर्ट में रिट करेंगी।
अमिताभ का आरोप मेरे पीछे पड़ा था LIU और प्रशासन
-अमिताभ ठाकुर ने बताया कि उनके बुलंदशहर दौरे के दौरान एक तहसीलदार, एक इंस्पेक्टर और एक LIU के इंस्पेक्टर पीछे पड़े थे।
-जो पूरे दौरे के दौरान उनके साथ थे।
-जब अमिताभ आरोपी युवक से मिलने पहुंचे तो पता चला कि वह एक दिन पहले ही गांव से चला गया है।
-सूत्रों की माने तो इसके पीछे डीएम और प्रशासन का हाथ था।