अयोध्या में बनने वाली मस्जिद के डिजाइन पर इकबाल अंसारी ने उठाए सवाल

इक़बाल अंसारी ने कहा कि हमें अयोध्या में हिंदुस्तान की शैली पर ही मस्जिद चाहिए। मंदिर में शिवाला तो मस्जिद में मीनार दूर से ही दिखाई पड़ती है, फिलहाल जो नक्शा बना है उसमें मस्जिद का कोई भी नामोनिशान नहीं दिखाई दे रहा है।

Update:2020-12-25 18:27 IST
इक़बाल ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि 70 वर्षों से मस्जिद के लिए लड़ाई लड़ी गई, लेकिन आज मस्जिद के डिजाइन में किसी भी पक्षकार से कोई सलाह नहीं ली गई।

लखनऊ: बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने अयोध्या में बनने वाली मस्जिद की डिजाइन को लेकर बड़ा बयान दिया है।

इकबाल अंसारी ने मस्जिद के निर्माण के लिए तैयार की गई डिजाइन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है विदेशों की तर्ज पर मस्जिद की डिजाइन दी गई है, हम भारत के लोग हैं और हम भारतीय शैली पर मस्जिद को स्वीकार करेंगे।

उन्होंने मांग की कि मस्जिद निर्माण के लिए गठित किया गया ट्रस्ट मुसलमानों की भावनाओं की कद्र करते हुए हिंदुस्तानी शैली पर मस्जिद का निर्माण कराए।

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अयोध्या में बनने वाली मस्जिद के डिजाइन पर इकबाल अंसारी ने उठाए सवाल (फोटो:सोशल मीडिया)

देश का कोई भी मुस्लिम ऐसी मस्जिद को हरगिज स्वीकार नहीं करेगा

हमें हिंदुस्तान की शैली पर ही मस्जिद चाहिए। मंदिर में शिवाला तो मस्जिद में मीनार दूर से ही दिखाई पड़ती है, फिलहाल जो नक्शा बना है उसमें मस्जिद का कोई भी नामोनिशान नहीं दिखाई दे रहा है।

उनका कहना है कि अयोध्या का ही नहीं, बल्कि देश का कोई भी मुस्लिम ऐसी मस्जिद को हरगिज स्वीकार नहीं करेगा, जिसकी डिजाइन विदेशी शैली पर हो। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि 70 वर्षों से मस्जिद के लिए लड़ाई लड़ी गई, लेकिन आज अयोध्या के किसी भी पक्षकार से कोई सलाह नहीं ली गई।

उन्होंने ये भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 5 एकड़ जमीन को मस्जिद निर्माण के लिए दिया है। हम हिंदुस्तान के मुसलमान हैं और हिन्दुस्तान के वफादार हैं।

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अयोध्या में बनने वाली मस्जिद के डिजाइन पर इकबाल अंसारी ने उठाए सवाल (फोटो:सोशल मीडिया)

मस्जिद के लिए बनाई गई डिजाइन विदेशी शैली पर

हम हमेशा हिंदू और मुस्लिमों के बीच में रहते हैं। मंदिर और मस्जिद की अपनी अलग-अलग पहचान होती है। मस्जिद के लिए बनाई गई डिजाइन विदेशी शैली पर है।

मस्जिद निर्माण के लिये बनाये गए ट्रस्ट के द्वारा जारी किया गया नक्शा विदेशी है। ऐसे में मस्जिद निर्माण के लिये गठित ट्रस्ट के द्वारा जारी किए गए नक्शे का विरोध पूरे भारत का मुसलमान कर रहा है।

उन्होंने मस्जिद निर्माण ट्रस्ट से जुड़े लोगों की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि मस्जिद नमाज पढ़ने के लिए होती है, लेकिन जो नक्शा है वह विदेशी है, मुसलमानों का पैसा बर्बाद किया जा रहा है।

गौरतलब है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद के स्थान पर फैजाबाद के रौनाही के धन्नीपुर गांव में मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ भूमि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर दी गई थी। इस पर अब जल्द ही मस्जिद का निर्माण शुरू हो जाएगा।

ट्रस्ट के पदाधिकारियों के अनुसार 26 जनवरी को धन्नीपुर में मस्जिद निर्माण की दिशा में पहला कदम उठाया जा सकता है। मस्जिद के निर्माण के लिए डिजाइन भी जारी कर दी गई है।

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