UP News: ATS की पूछताछ में IS आतंकियों ने किए चौंकाने वाले खुलासे, यति नरसिंहानंद जैसे कई हिंदुवादी नेताओं को मारने का था प्लान
UP News: एटीएस की पूछताछ में आतंकियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इन्होंने बताया कि आईएसआईएस के निशाने पर यति नरसिंहानंद जैसे कई हिंदुवादी नेता हैं, जिन्हें बम से उड़ाने की योजना बनाई गई थी।
UP News: यूपी एटीएस प्रदेश में सक्रिय कुख्यात आंतकी संगठन इस्लामिक स्टेट के नेटवर्क को ध्वस्त करने में लगी हुई है। हाल ही में एटीएस द्वारा अलीगढ़ से अब्दुल्ला और माज बिन तारिक जैसे संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी की गई थी। इसके बाद कुछ और संदिग्धों को पकड़ा गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एटीएस की पूछताछ में आतंकियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इन्होंने बताया कि आईएसआईएस के निशाने पर यति नरसिंहानंद जैसे कई हिंदुवादी नेता हैं, जिन्हें बम से उड़ाने की योजना बनाई गई थी।
एटीएस ने पांच नवंबर को अलीगढ़ से आईएस के आतंकी अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उनके अन्य सक्रिय साथियों की भी तलाश शुरू की गई। जिसका बाद इनका सक्रिय साथी वजीहुद्दीन छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई शहर से पकड़ा गया। 11 नवंबर को तीन अन्य आतंकियों भदोही के राकिब इमाम अंसारी, संभल के नावेद सिद्दीकी मोहम्मद नोमान व मोहम्मद नाजिम को गिरफ्तार किया गया था। तीनों एएमयू के छात्र रहे हैं।
केमिकल बम से शहरों को दहलाने की थी साजिश
उत्तर प्रदेश एटीएस ने दुर्दांत आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के आतंकियों को गिरफ्तार कर एक बड़ी साजिश का समय रहते पर्दाफाश किया है। गिरफ्तार आतंकियों ने पूछताछ के दौरान जो खुलासे किए, उससे अधिकारियों के होश उड़ गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईएसआईएस देश को दहलाने की साजिश रच रहा है। देश के बड़े शहरों में केमिकल बम से हमले की योजना बनाई जा रही है ताकि अधिक से अधिक जानामल को क्षति पहुंचे।
हिंदुवादी नेताओं को बम से उड़ाने की योजना
इतना ही नहीं इस्लामिक स्टेट देश के कुछ चर्चित हिंदुवादी नेताओं की हत्या करने की साजिश भी रच रहा है। अलीगढ़ से पकड़े गए आतंकियों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि यति नरसिंहानंद जैसे कई हिंदुवादी नेता उनके निशाने पर थे। इन नेताओं की हत्या बम धमाका कर के ली जानी थी। गिरफ्तार आंतकी अब्दुल्ला अर्सलान पेशे से पेट्रोकेमिकल इंजीनियर है, उसे ही इसका जिम्मा सौंपा गया था। उसने एटीएस को बताया कि माज बिन तारिक और वजीहुद्दीन के साथ मिलकर गाजियाबाद स्थित शिव शक्ति धाम मंदिर की रेकी भी की थी।
बता दें कि यति नरसिंहानंद सरस्वती गाजियाबाद के डासना स्थित शिव शक्ति धाम मंदिर का महंत है। ये अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर खबरों में रहते हैं। इन्होंने मुस्लिम विरोधी नारे भी लगाए थे। जिसके कारण इन्हें मुस्लिम कट्टरपंथियों से कई बार धमकी भी मिल चुकी है।
गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ जारी
यूपी एटीएस की गिरफ्त में आए आईएस के आतंकियों से पूछताछ का सिलसिला जारी है। अधिकारियों का मानना है कि ऐसे कई आतंकी अभी भी सक्रिय हैं, जो अंडरग्राउंड होकर काम कर रहे हैं। उन तक पहुंचना एक चुनौती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एटीएस को जानकारी मिली है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कई पूर्व छात्र दहशतगर्दी में शामिल हैं और वे आतंकी संगठन के स्लीपर सेल का हिस्सा हैं। एएमयू के अलावा दिल्ली के जामिया यूनिवर्सिटी के भी कुछ छात्र इससे जुड़े हुए हैं। यूपी एटीएस की ओर से दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल से संपर्क साधा गया। आने वाले दिनों में कई और बड़ी गिरफ्तारियां देखने को मिल सकती हैं।