Jalaun News: जब वर ने किया धनुष भंग तो वधू ने पहनाई वरमाला, पढ़ी गईं मानस की चौपाइयां... एक अलग सा विवाह

Jalaun News: जालौन के कदौरा मे बने हरिओम गेस्ट हाउस में ये एक अनोखी शादी संपन्न हुई। यहां पर जयमाला का प्रोग्राम होने से पहले स्टेज पर के धनुष उठाकर तोड़कर दुल्हन को जयमाला पहनाया गया।

Report :  Afsar Haq
Update:2023-03-02 14:00 IST

Jalaun News (photo: social media )

Jalaun News: जालौन में एक अनोखी शादी को देखने को मिली। यहां पर राम-सीता के स्वयंवर की तरह दूल्हे ने धुनष तोड़ा तो दुल्हन ने जयमाला पहनाया। एक तरफ धुष भंग कर जयमाला हुआ तो दूसरी तरफ रामचरित मानस की चौपाइयां भी पढ़ी गई। इस तरह विवाह उत्सव देखकर लोग चकित रह गए। क्षेत्र में विवाह को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं जोरों पर है। इस रीति रिवाज को आगे बढ़ाने के लिए लोग जागरूक भी किया गया।

जालौन के कदौरा मे बने हरिओम गेस्ट हाउस में ये एक अनोखी शादी संपन्न हुई। यहां पर जयमाला का प्रोग्राम होने से पहले स्टेज पर के धनुष उठाकर तोड़कर दुल्हन को जयमाला पहनाया गया। बराती जब गेस्ट हाउस के अंदर पहुंचे तो वह धनुष को देखकर अचंभित हो गए। पहले समझे की रामलीला का शाहिद पाठ किया जा रहा है। बीच में धनुष पीछे जयमाल की कुर्सी और बगल मैं रामचरितमानस की चौपाइयां पढ़ी जा रही थी। लेकिन धीरे-धीरे जब मामला सामने आया तब जाकर पता चला की है एक नई परंपरा की शुरुआत की जा रही है। यहाँ भाजपा के मंडल मंत्री महिला नेत्री सावित्री वर्मा एवं कामता वर्मा की पुत्री पूनम की शादी रमेड़ी (हमीरपुर) निवासी शिक्षक संतराम वर्मा के पुत्र आशुतोष से हुई है, जिसमें वरमाला के मंच पर डीजे के कानफोडू गानों की जगह रामचरितमानस की चौपाइयां चल रही थी। रामलीला के पात्र के द्वारा जनक विलाप के उपरांत जब मंच पर सुसज्जित धनुष को वर आशुतोष ने श्रद्धापूर्वक आकर भंग किया और वधू पूनम ने वरमाला आशुतोष को पहनाई।

शादी में वर एवं वधू पक्ष के अलावा सैकड़ों की संख्या में मौजूद लोगों ने बड़ी श्रद्धा एवं प्रसन्न भाव से वर वधू पर फूलों की बरसात की। उसके बाद सभी हिंदू रीति रिवाज के साथ विवाह संपन्न हुआ। लड़की की मां ने बताया कि रामचरितमानस की चौपाइयां एक अचूक मंत्र है उसकी पढ़ने और समझने से मन को शांति मिलती है। सभी लोगों को रामचरितमानस के उद्देश्यों पर चलने के लिए आगे आकर इस तरह की परंपराओं में हिस्सेदार बनकर अपनाएं। जिससे समाज में फैली कुरीतियों को समाप्त किया जा सके। वहीं इस नई परंपरा की शादी विवाह को लेकर नगर में चर्चाएं जोरों पर है।

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