मथुराः जवाहर बाग में हुई हिंसा का मुख्य आरोपी रामवृक्ष यादव को लेकर सस्पेंस बरकरार है। घटना के बाद वह कहा गायब हो गया है किसी को इसकी खबर नहीं है। आशंका जाहिर की जा रही है कि फायरिंग या फिर आग में उसकी भी मौत हो चुकी है। लेकिन अब सवाल यह है कि अगर उसकी मौत हो गई है तो फिर लाश कहां है।
-पुलिस को इस बात की भी आशंका है कि रामवृक्ष के मारे जाने या फिर जख्मी होने के बाद उसके साथी उसे किसी सुरक्षित जगह पर लेकर गए हैं।
-इसी आशंका के चलते पुलिस अलग अलग हॉस्पिटलों में भी सर्च ऑपरेशन चला रही है।
-क्योंकि जख्मी होने की हालत में वो किसी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भी जा सकता है।
कौन है रामवृक्ष यादव
-रामवृक्ष गाजीपुर के मरदह ब्लॉक के रायपुर 'बाघपुर' गांव का रहने वाला है।
-इमरजेंसी के दौरान 1975 में जेल में बंद भी रहा।
-रामवृक्ष यादव को मीसा (लोकतंत्र रक्षक सेनानी ) के बंदी होने के चलते सपा सरकार 15000 रुपए महीना पेंशन देती है।
-वह दो वर्ष पहले अपने परिवार को गाजीपुर से मथुरा लेकर चला गया था।
-हाई स्कूल और इंटर पी.एन. इंटर काॅलेज मरदह गाजीपुर , ग्रेजुएसन डी.सी.एस.के. पी.जी. कालेज मऊ से।
-रामवृ्क्ष यादव 1984 में निर्दलीय लोकसभा का चुनाव लड़ा और हार गया उसे 3234 वोट मिले।
-दूरदर्शी पार्टी से गाजीपुर के जहूराबाद से विधान सभा का चुनाव लड़ा और हार गया।
-बाद में ख़ुद का राजनैतिक संगठन बना लिया जिसका नाम था “स्वाधीन भारत”