Sonbhadra News: वाशिंग पिट निर्माण में भ्रष्टाचार पर जेई निलंबित, निर्माण एजेंसी पर पांच लाख जुर्माना

Sonbhadra News: गुणवत्ताविहीन कार्य के चलते उद्घाटन के पहले ही ध्वस्त हो चुके चोपन स्थित वाशिंग पिट को लेकर रेलवे की तरफ से बड़ी कार्रवाई सामने आई है। मामले में अवर अभियंता को निलंबित कर दिया गया।

Update:2023-03-05 07:41 IST

सोनभद्र: वाशिंग पिट निर्माण में भ्रष्टाचार पर जेई निलंबित, निर्माण एजेंसी पर पांच लाख जुर्माना

Sonbhadra News: गुणवत्ताविहीन कार्य के चलते उद्घाटन के पहले ही ध्वस्त हो चुके चोपन स्थित वाशिंग पिट को लेकर रेलवे की तरफ से बड़ी कार्रवाई सामने आई है। मामले में पर्यवेक्षण का काम देख रहे अवर अभियंता को निलंबित कर दिया गया है। वहीं निर्माण एजेंसी पर पांच लाख की पेनाल्टी लगाने के साथ ही, संबंधित साइट इंजीनियर को तत्काल हटाने के निर्देश दिए गए हैं। ध्वस्त और गुणवत्ताविहीन कार्य को अपने खर्च पर निर्माण कराने के लिए निर्माण एजेंसी को सहेजा गया है।

बताते चलें कि पूर्व मध्य रेलवे की तरफ से चोपन में ट्रेनों की धुलाई के लिए वाशिंग पिट का निर्माण कराया जा रहा है। पहले इस कार्य की लागत 18 करोड़ तय की गई थी। बाद में कुछ जगह अतिक्रमण मुक्त न हो पाने के कारण, इसकी लागत घटाकर 13 करोड़ कर दी गई। पिछले वर्ष इसका निर्माण कार्य भी शुरू करा दिया गया लेकिन निर्माण में प्रयुक्त हो रही सामग्री पर लोगों की नजर गई तो लोग दंग रह गए। नंबर दो और नंबर तीन की ईंट प्रयोग करने का मामला रेलवे अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया। बावजूद महज 25 हजार की पेनाल्टी लगा मामला मैनेज कर लिया गया। गत 22 फरवरी को वाशिंग पिट का जब एक हिस्सा ही धराशायी हो गया तो हड़कंप मच गया। इस मामले में बरती जा रही गड़बड़ी को लेकर राबटर्सगंज सांसद पकौड़ीलाल कोल और राज्यसभा सांसद रामशकल ने जो रेलवे बोर्ड को शिकायत भेजी थी।


निर्माण एजेंसी पर पांच लाख की पेनाल्टी

राष्ट्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री काउंसिल रेल मंत्रालय के सदस्य एसके गौतम ने भी डीआरएम धनबाद को स्थिति से अवगत कराते हुए कार्रवाई का अनुरोध किया था। उधर, सामाजिक कार्यकर्ती सावित्री देवी की तरफ से रेलवे को भेजी गई शिकायत पर उप मुख्य अभियंता की तरफ से अवगत कराया गया है कि निर्माण एजेंसी पर पांच लाख की पेनाल्टी लगाई गई है। सुपरविजन का काम देख रहे जेई को भी निलंबित कर दिया गया है।

निर्माण एजेंसी को साइट इंजीनियर को हटाने और अपने खर्च पर नए सिरे से गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने के निर्देश दिए गए हैं। इस मामले में एईएन अजीत चैधरी से फोन पर बात की गई तो उनका कहना था कि कार्रवाई की पूरी डिटेल धनबाद से मिलेगी। डीआरएम के पीआरओ से संपर्क साधा गया तो उन्होंने कहा कि कार्रवाई की जानकारी मिली है। अभी उनको पूरी डिटेल उपलब्ध नहीं कराई गई है।

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