Jhansi News: रेलवे स्टेशन पर उड़ी स्वच्छता अभियान की धज्जियां, पास की दुकानों पर कोरोना गाइडलाइन की अनदेखी

झाँसी रेलवे स्टेशन के सामने बनी दुकानों के पास स्वच्छता अभियान की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यही नहीं, कोरोना गाइडलाइन ( Corona Guidelines) का पालन तक नहीं किया जा रहा है।

Reporter :  B.K Kushwaha
Published By :  Shweta
Update:2021-06-12 21:23 IST

Jhansi News: झाँसी रेलवे स्टेशन के सामने बनी दुकानों के पास स्वच्छता अभियान की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यही नहीं, कोरोना गाइडलाइन ( Corona Guidelines) का पालन तक नहीं किया जा रहा है। इन दुकानों के सामने रेलवे के अफसरों के वाहन रोजाना दौड़ते नजर आ रहे हैं मगर अफसरों की आंखें पूरी तरह से बंद है। उधर, रेलवे हॉस्पिटल विजिटिंग कमेटी के सदस्य विवेक चड्डा ने काफी नाराजगी जताते हुए रेलवे अफसरों व रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को एक पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है।

उत्तर मध्य रेलवे का झाँसी मंडल सबसे बड़ा जंक्शन हैं। इन स्टेशन से रोजाना सैकड़ों ट्रेनों का आवागमन बना रहता है। इनमें एक्सप्रेस, पैसेंजर, मालगाड़ी समेत अन्य ट्रेनें शामिल है। केंद्र सरकार ने झाँसी रेलवे स्टेशन को नॉन इंटरलॉकिंग की वजह से स्पेशल क्लास में रखा है। इसी को देखते हुए रेलवे यात्रियों को झाँसी रेलवे स्टेशन पर तमाम तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं मगर इन सुविधाओं पर दाग लगना शुरु हो गया है। रेलवे स्टेशन के सामने रेलवे की जमीन में बनी दुकानें स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ा रही है। यहां पर बनी दुकानें लीज पर दी जा रही हैं मगर रेलवे अफसरों का ध्यान बिल्कुल नहीं है। बताते हैं कि यहां पर भगवती कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा निर्माण कार्य करवाया जा रहा है।

बताते हैं कि यहां पर खानपान की चार-पांच दुकानें खुली हुई है। इन दुकानों में दो दुकानें ऐसी है जहां पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। दुकान के बाहर शाम के वक्त लोग ठेलों पर पूड़ी साग, बेचकर लोगों को खिलाते हैं। इनमें से कुछ ठेले तो साफ सुथरे हैं, लेकिन अधिकतर जगह गंदगी दिखाई देती है। उड़ती धूल के बीच खुले में बेची जा रही खाद्य सामग्री देखी जा सकती है। ऐसे में बीमारी फैलना लाजिमी है।

गर्मियों में गंदगी की वजह से संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है, जिसमें धूल बड़ी भूमिका निभाती है। इसके अलावा मक्खी-मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से विभिन्न तरह की बीमारियां पनपती हैं। ठेले-खोमचे वाले चाट-पकौड़ी, कबाब पराठा, मोमोज आदि खुले में बेच रहे हैं। कई जगह तो नाले पर खोमचे लगाए गए हैं, जहां पर पहले से ही गंदगी का अंबार है। तेज हवा चलने पर धूल, गंदगी पहुंचती रहती है। यह गंदगी लोगों में बीमारियां फैलाती है।

स्वच्छता अभियान की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही

पेट संबंधी हो सकती हैं बीमारियां

खुले में रखकर बेची जा रही साग सब्जी समोसा आदि वस्तुओं के दूषित होने पर पेट संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। डायरिया, हैजा, कालरा आदि लोगों को आसानी से शिकार बना सकते हैं। डॉक्टर बताते हैं कि खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों के खाने से डायरिया, हैजा, अपच, कोलाइटिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इसके अलावा लिवर खराब हो सकता है।

मैं तो नटवरलाल हूं, रेलवे अफसर कुछ नहीं बिगाड़ सकते

एक नटवरलाल की दुकान है। इस नटवरलाल पर दर्जनों विभिन्न दफाओं के तहत मुकदमा पंजीकृत है। इसके बावजूद उसको दुकान आवंटित कर दी गई हैं। सूत्र कहते हैं कि यह दुकान उसके नाम आवंटित नहीं है, हालांकि उसे किराए के रुप में दी गई थी। इसके बाद उसने दुकान पर कब्जा कर लिया है। अदालत में एक प्रार्थना पत्र भी दिया है। इस प्रार्थना पत्र पर किसी प्रकार का स्थगन आदेश नहीं है। अदालत द्वारा लगातार तारीख दी जा रही है। रेलवे सूत्र कहते हैं कि नटवरलाल रेलवे अफसरों को आए दिन धमकियां देता है कि उसका कुछ नहीं बिगड़ सकता हैं।

नटवरलाल पर 11 मुकदमा

इस नटवरलाल पर दफा 138 एनआई एक्ट सीपरी बाजार, 138 एनआई एक्ट थाना नवाबाद, दफा 420,504,506 नवाबाद थाना, 138 एनआई एक्ट मुकदमा संख्या 261/ 16, क्राइम नंबर 572, दफा 504,506, उच्च न्यायालय मध्य प्रदेश खण्डपीठ ग्वालियर में दफा 302 के तहत अपील, केस नंबर 673/ 11, 138 एनआई एक्ट, एसपी भिण्ड द्वारा तीन हजार का इनाम, क्राइम नंबर 63/10, दफा 302,336,294,201, ग्वालियर में क्राइम नंबर 78/11 में दफा 507, 509 व कोलकता में मुकदमा पंजीकृत है।

खुले में बेच रहा सामान

आरआर का मैनेंजर बनकर करता हैं ठगी

सूत्र बताते हैं कि ट्रेनों में पेट्रीकार चल रही हैं। इनमें भिण्ड के लोग भी शामिल है। इनमें यही एक नटवरलाल निकला है जो आरआर का मैनेंजर बनकर लोगों से ठगी करती हैं। कभी कहता है कि वह पेट्रीकार दिलवा दें, या कभी प्लेटफार्म पर स्टॉल दिलवा देंगे। यही नहीं, कई लोगों के साथ यह व्यक्ति ठगी कर चुका हैं।

दुकानों को लेकर चल रहा हैं बवाल, कभी भी हो सकता हैं खूनी संघर्ष

रेलवे स्टेशन के सामने बनी दुकानों में कुछ लोगों के मध्य विवाद चल रहा है। इनमें दो गुट काफी ताकतवर है। आए दिन एक दूसरे की शिकायत आरपीएफ, जीआरपी व सिविल पुलिस से करते रहते हैं। बीते रोज दोनों पक्षों में गाली गलौज तक हो चुकी हैं। सूत्र कहते हैं कि दोनों पक्षों के मध्य किसी भी समय खूनी संघर्ष हो सकती है। हालांकि अभी तक जीआरपी, आरपीएफ व सिविल पुलिस ने पूरी तरह से चुप्पी साद रखी हैं।

चारों तरफ गंदगी ही गंदगी

नटवरलाल कहता हैं एक इंस्पेक्टर मेरा जीजा है

सूत्र कहते हैं कि नटवरलाल लोगों से कहता रहता है कि उसके जीजा भी पुलिस विभाग में है, उसका कुछ नहीं बिगड़ सकता है। जीजा ही उसको सपोर्ट कर रहे हैं। इस मामले को एसएसपी और डीआईजी के संज्ञान में लाया गया है।

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