Jhansi News: तपते बुंदेलखंड में भी हो सकेगी शिमला मिर्च की खेती
Jhansi News: बुन्देलखण्ड के किसान अब गर्मियों में भी शिमला मिर्च की खेती कर समृद्ध हो सकेंगे। कुछ किसानों ने इसकी खेती को अपना लिया है।
Jhansi News: बुन्देलखण्ड के किसान अब गर्मियों में भी शिमला मिर्च की खेती कर समृद्ध हो सकेंगे। कुछ किसानों ने इसकी खेती को अपना लिया है। इन किसानों को कृषि विश्वविद्यालय भी किसानों को प्रशिक्षण देने के साथ प्रोत्साहित कर रहा है। गर्मियों में खाली खेतों में शिमला मिर्च की खेती कर किसान बेहतर कमाई कर सकते हैं। अभी हमीरपुर और ललितपुर के साथ झांसी के आसपास के लगभग 45 से अधिक किसानों ने शिमला मिर्च की खेती शुरू कर दी है।
बता दें कि इसके बीज किसानों को बाजार के साथ कृषि विश्वविद्यालय से भी मिल सकते हैं। गर्मियों में तापमान 45 डिग्री से ऊपर पहुंच जाता है और रात को 15 से 20 डिग्री रहता है, लेकिन इसके बाद भी यहां के किसान कम तापमान में होने वाली शिमला मिर्च की सफलता खेती कर रहे हैं। शिमला मिर्च के नाम के साथ शिमला अंग्रेजों ने जोड़ा था उन्होंने शिमला में हुई इसकी पैदावार को देखते हुए विशेष मिर्च को शिमला मिर्च नाम दिया था।
खास तकनीक से होगी खेती
बुंदेलखंड में शिमला मिर्च की खेती की जानकारी देते हुए कृषि वैज्ञानिक गौरव कुमार बताते हैं कि बीजों को एक जगह बोने के बाद उन्हें अंकुरित होने के लिए छोड़ दिया जाता है। बीजों पर अंकुरण आने के बाद किसान खेतों में गड्ढे खोदकर हर पौधे को आधा फिट की दूरी पर लगा सकते हैं। इसके बाद वह नियमित इन पौधों को खाद पानी दें। इसके तहत पौधों को तेज धूप से बचाने के साथ ही खाद, पानी का नियमित इंतजाम करना होता है। एक हेक्टेयर में लगभग किसान 5 से 7 लाख रुपये भी कमा सकता है। बाजार में शिमला मिर्च की कीमत उन्हें 90 रुपये प्रति किलो तक मिल सकती है। किसान बड़े स्तर पर इसकी खेती करने का मन बना रहे है जिससे वे ज्यादा से ज्यादा पैदावार कर पाएं, क्योकि इसमें लागत कम है और लाभ अधिक है।