Jhansi: 'गजेटियर होता है जिले का आईना,...इतिहास, कला-संस्कृति रखता है विशेष स्थान', बोले- DM अविनाश कुमार
Jhansi News : झांसी के जिला अधिकारी अविनाश कुमार ने गजेटियर समिति की बैठक में कहा, 'यह प्रशासक के लिए एक गाइड, आम जनता के लिए एक संदर्भ पुस्तक और विशेषज्ञ के लिए जानकारी का एक स्रोत के रूप में कार्य करता है।'
Jhansi News : झांसी के जिला अधिकारी ने कहा कि, 'गजेटियर में महान सामरिक महत्व की जानकारी शामिल है। इसका शाब्दिक अर्थ है कि भौगोलिक सूचकांक (Geographical Index) या भौगोलिक शब्दकोश। हालांकि, ये गुंजाइश बहुत व्यापक है। यह एक सीमित सीमा और एक पठनीय तरीके से प्रस्तुत करता है। एक देश और उसके लोगों का व्यापक दृष्टिकोण है। यह एक क्षेत्र की भौतिक विशेषताओं का वर्णन करता है। यह इतिहास से संबंधित है। इसमें रहने वाले लोगों के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक जीवन पर चर्चा करता है।'
झांसी के जिला अधिकारी अविनाश कुमार (Jhansi DM Avinash Kumar) ने ये बातें विकास भवन स्थित सभागार में आयोजित जिला गजेटियर समिति की बैठक (Gazetteer Committee Meeting) की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि, 'यह इस प्रकार प्रशासक के लिए एक गाइड, आम जनता के लिए एक संदर्भ पुस्तक और विशेषज्ञ के लिए जानकारी का एक स्रोत के रूप में कार्य करता है।' बता दें, झांसी का गजेटियर वर्ष 1874 में बने होने के कारण सरकार के उच्च निर्देशों के अनुपालन में उसे पुनः लिखा जाना है।
'गजेटियर के लिए विवि प्रोफेसर व इतिहासकार को जोड़ें'
झांसी डीएम अविनाश कुमार ने जिले का गजेटियर उच्च श्रेणी का तैयार करने के लिए अध्यायवार नोडल अधिकारी के साथ विषय विशेषज्ञ तथा जिले के संबंध में जानकारी रखने वाले विद्वानों, साहित्यकारों, विश्वविद्यालय एवं डिग्री कॉलेजों के प्रोफेसर को जोड़ने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, 'जनपद का गजेटियर उच्च श्रेणी का तैयार हो सके इसके लिए इतिहास, कला-संस्कृति आदि जिसकी गजेटियर में अहम भूमिका होती है, के लिए समिति का गठन किया जाए। इस समिति में यूनिवर्सिटी प्रोफेसर, इतिहासकार एवं संस्कृति के मर्मज्ञ लोगों को जोड़ा जाए।'
गजेटियर तैयार करने हेतु ये होंगे सदस्य
शासन स्तर पर गजेटियर तैयार करने हेतु गठित समिति में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदस्य, मुख्य विकास अधिकारी सदस्य सचिव होंगे। इसी क्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा नामित अपर जिला न्यायाधीश, प्रभागीय वनाधिकारी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता प्रान्तीय खण्ड पीडब्ल्यूडी एवं सिंचाई, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक, समाज कल्याण अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी एवं जिलाधिकारी द्वारा नामित अन्य अधिकारी, विषय विशेषज्ञ, गैर सरकारी संस्था के प्रतिनिधि सदस्य होंगे। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि समस्त नोडल अधिकारी प्रत्येक 15 दिवस में वर्किंग कमेटी की बैठक करते हुए प्रगति आख्या उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
लेखन में सहयोग करने वालों का स्वागत
जिलाधिकारी ने गजेटियर को उच्च श्रेणी का बनाए जाने हेतु सुझाव देते हुए कहा कि नोडल अधिकारी जोकि स्वयं साहित्यकार के साथ कला, संस्कृति एवं प्रशासनिक व्यवस्था के मर्मज्ञ है की मंशा है कि जनपद का गजेटियर प्रदेश में उच्च कोटि का हो इसके लिए जिन जनपदवासियों के पास अभिलेखीय दस्तावेज उपलब्ध है तथा लेखन कार्य में सहयोग करना चाहते है उनका स्वागत है। वे समिति के समक्ष अपने सुझाव एवं दस्तावेज प्रस्तुत कर सकते है।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में हरगोविंद कुशवाहा उपाध्यक्ष अखिल भारतीय बौद्ध संस्थान लखनऊ, मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, प्रभागीय वन अधिकारी एम पी गौतम, अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऐ के सिंह,पुलिस अधीक्षक नगर ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, पीडी डीआरडीए राजेश कुमार, अधिशासी अभियंता सिंचाई उमेश कुमार, अधिशासी अभियंता सिंचाई पंचम एस के सिंह, जिला कृषि अधिकारी के के सिंह सहित पर्यटन विभाग उद्यान विभाग मत्स्य पशुपालन सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।