Jhansi Medical College Fire Tragedy: 20 घंटे की लंबी तलाश, मिल गया ‘लाल’, खुशी से हाथ जोड़ने लगे कुलदीप और नीलू
Jhansi Medical College Fire Tragedy:शनिवार की देर रात एक निजी अस्पताल में उनका लाल करीब 20 घंटे बाद मिला तो खुशी हाथ जोड़ते शुक्रिया अदा करते दिखे।
Jhansi Medical College Fire Tragedy: मेडिकल कॉलेज के स्पेशल न्यू बॉर्न केयर यूनिट में शुक्रवार की रात आग ने खूब तांडव किया। धुआं और लपटों ने लोगों के जिगर के टुकड़ों को लील लिया। वही चार नवजातों को सुरक्षित निकालने वाले महोबा के कुलदीप और उनकी पत्नी नीलू अपने ही बेटे के लिए रोती-बिलखती और तरसतीं रहीं। शनिवार की देर रात एक निजी अस्पताल में उनका लाल करीब 20 घंटे बाद मिला तो खुशी हाथ जोड़ते शुक्रिया अदा करते दिखे।
जिला महोबा के गांव परसा निवासी कुलदीप और नीलू की शादी कुछ साल पहले हुई थी। 9 नवंबर को महोबा में ही नीलू ने बेटे को जन्म दिया। उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। कुछ इन्फेक्शन पाया गया। हालत गंभीर होने पर उसे झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। वह यहां भर्ती था। तभी शुक्रवार की रात आग ने तांडव किया। वहां बैठी मां नीलू, दादा-दादी और पिता कुलदीप का कलेजा दहल उठा। मां नीलू रो पड़ी। इसी बीच कोई बच्चे को सुरक्षित बचाकर निकल गया।
अपने बेटे को न देख परिजन फूट-फूटकर रो पड़े। वह रात भर बच्चे को तलाशते रहे। सुबह भी उन्होंने तलाश शुरू की। आला अफसरों से रो-रोकर बेटे के बारे में पूछते रहे। शनिवार की देर रात रात उन्होंने पुलिस-प्रशासन से गुहार लगाई। बताया, बेटे के शरीर पर काला धागा बांधा था। वह अपर जिलाधिकारी वरुण पांडेय से मिले। एडीएम स्वयं उन्हें लेकर एक निजी अस्पताल में पहुंचे। यहां पहुंचते ही परिजन ने बच्चे को तुरंत पहचान लिया। अस्पताल में बच्चे का इलाज जारी था और उसकी स्थिति सामान्य पाई गई। इसके बाद परिजन की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। मां नीलू और दादी खुशी से फूले नहीं समाए। वह आपस में लिपटकर काफी रोए। प्रशासन की टीम का शुक्रिया अदा करते दिखे।