Jhansi News: आपराधिक घटनाओं के लिए भी सुर्ख़ियों में रहता है झांसी मेडिकल कॉलेज

Jhansi News: मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सीएमएस की जिम्मेदारी जिस डॉक्टर के हवाले है, वर्ष 2016 में गंभीर आरोप में उन पर पुलिस ने केस दर्ज कर गिरफ्तारी की थी।

Report :  Gaurav kushwaha
Update:2024-11-19 20:03 IST

Jhansi Medical College (Pic:Social Media)

Jhansi News: महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज सिर्फ इलाज की बदइंतजामी और मरीजों से बदसलूकी के लिए नहीं बल्कि आपराधिक आरोपों को लेकर भी अक्सर चर्चाओं में रहता है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सीएमएस की जिम्मेदारी जिस डॉक्टर के हवाले है, वर्ष 2016 में गंभीर आरोप में उन पर पुलिस ने केस दर्ज कर गिरफ्तारी की थी। इतना ही नहीं अभी कुछ साल पहले महिला थाने की प्रभारी ने जूनियर डॉक्टरों पर बदसलूकी और छेड़छाड़ का केस दर्ज कराया था। एक महिला स्टाफ ने यहां के एक रेजीडेंट डॉक्टर पर अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का केस नवाबाद थाने में दर्ज कराया था। कोविड काल में यहां पुलिस ने खुलासा किया था कि किस तरह मरीजों को रेमडेसिवीर की जगह पानी का इंजेक्स्शन लगा रहे थे। अभी कुछ दिन बच्चे का इलाज कराने गए भाजपा नेता की जमकर पिटाई हुई थी। आये दिन मरीजों के तीमारदारों से मारपीट, गाली गलौज और बदसलूकी सामान्य बात है। गरीब मरीजों के परिजन न तो शिकायत दर्ज करा पाते हैं न पुलिस कार्रवाई की हिम्मत जुटा पाती है। कुछ सालों पहले इलाज के लिए भर्ती एक पुलिसकर्मी की हाकियों से पिटाई हुई थी। झांसी पुलिस हर घटना में इनके सामने घुटनो पर नजर आती है।

मेडिकल कालेज के सीएमएस सचिन माहौर पर दर्ज है धोखाधड़ी का मुकदमा

गुजरात पुलिस ने 7 मई 2016 को महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज के कैंसर रोग विभाग के हेड डॉक्टर सचिन माहौर को एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने के लिए रुपए लेने के मामले में गिरफ्तार किया था। गुजरात पुलिस पकड़े गए डॉक्टर सचिन माहौर के राजकोट ले गई थी। तत्कालीन एसपी सिटी गरिमा सिंह ने बताया था कि डॉक्टर सचिन माहौर पर गुजरात में मेडिकल कालेज में प्रवेश के नाम पर धोखाधड़ी करने के तीन मामले दर्ज हैं। आरोप है कि एक सीट पर प्रवेश के बदले 20 लाख रुपए वसूले जाते थे।

जूनियर डॉक्टरों पर दर्ज कराया था बदसलूकी और छेड़छाड़ का केस

26 फरवरी 2020 को तत्कालीन महिला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर पूनम शर्मा ने बताया कि, वे मेडिकल कॉलेज में आंख का चेकअप कराने गई थीं। वहां वे कुर्सी पर बैठ गई इसे देखकर जूनियर लेडी डॉक्टर उनसे अभद्रता करने लगी थी। इंस्पेक्टर के खड़े होने के बाद भी बदतमीजी की। इस दौरान वहां से गुजरने वाले चार-पांच जूनियर डॉक्टर भी बदतमीजी करने लगे थे। मामला बढ़ता देख महिला थाना प्रभारी ने कंट्रोल रूम को सूचना दी थी। सूचना मिलते ही अफसर तत्काल मौके पर पहुंचे और महिला इंस्पेक्टर की शिकायत पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी थी। वहीं महिला थाना प्रभारी ने डॉक्टरों पर हाथापाई करने का भी आरोप लगाया था।

तत्कालीन एसपी सिटी का कहना है कि महिला थाना अध्यक्ष अपने परिवार के साथ मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने गई थी। वह सिविल ड्रेस में थीं और सीट पर बैठने को लेकर किसी महिला चिकित्सक से विवाद हुआ है, उनके द्वारा शिकायती पत्र दिया गया है।

रेमिडेसिविर की जगह दिया था पानी का इंजेक्शन

यह झांसी का वही मेडिकल कॉलेज है जहां कोविड में एक मरीज को रेमदेसीविर की जगह पानी का इंजेक्शन दिया जा रहा था। इस बात का खुलासा झांसी पुलिस ने किया था। मरीज के घरवाले प्रिंसिपल के पास अस्पताल में दलालों के घूमने की शिकायत करने गए थे। इस बात पर प्रिंसिपल ने परिजनों को सलाह दिया कि दलालों को ठोक दो। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल इमरजेंसी वार्ड के दौरे पर व्यवस्थाएं जानने निकले थे। तभी मरीज के तीमारदार प्रिंसिपल के पास पहुंचे। प्रिंसिपल ने मरीज के परिजनों को सीपीएमटी की परीक्षा की जानकारी भी दी। साथ में उन्होंने ये भी बताया कि सीपीएमटी परीक्षा कितनी मेहनत से पास की जाती है।

भाजपा नेता की जमकर की गई थी पिटाई

कुछ दिन पहले बच्चे का इलाज कराने गए भाजपा नेता की जमकर पिटाई हुई थी। आए दिन मरीजों के तीमारदारों से मारपीट, गाली गलौज और बदसलूकी सामान्य बात है। गरीब मरीजों के परिजन न तो शिकायत दर्ज करा पाते हैं न पुलिस कार्रवाई की हिम्मत जुटा पाती है। कुछ सालों पहले इलाज के लिए भर्ती एक पुलिसकर्मी की हाकियों से पिटाई हुई थी। झांसी पुलिस हर घटना में इनके सामने घुटनों पर नजर आती है।

पार्टनर बनाने का झांसा देकर डॉक्टर ने रिटायर्ड रेलकर्मी से ठगे 25 लाख

उरई निवासी ओमप्रकाश वर्मा चिरगांव रेलवे स्टेशन मास्टर पद से रिटायर्ड होने के बाद गांव में रहते हैं। उन्होंने 5 अक्तूबर 2024 को पुलिस को बताया कि उनकी बहू पूजा ने पैरामेडिकल कॉलेज से सीटी स्कैन टेक्निशयन का कोर्स किया था। पूजा की ड्यूटी मेडिकल कॉलेज में भी लगती थी। इस दौरान उसकी जान-पहचान गुरसराय, भसनेह के रहने वाले डॉ. वीरेंद्र सिंगरया से हुई। डॉ.वीरेंद्र वहां ईएमओ थे। डॉ. वीरेंद्र ने अपने नर्सिग होम विद्या हेल्थ केयर में एक्सरे पैथालॉजी सेंटर आरंभ करने के लिए पूजा को ऑफर दिया।

पूजा ने अपने ससुर ओमप्रकाश को यह बात बताई थी। ओमप्रकाश से मुलाकात करने पर डा.वीरेंद्र और उनकी पत्नी पूजा ने नर्सिंग होम में पैसा लगाने को कहा था। ओमप्रकाश ने अलग-अलग किस्त में 25 लाख रुपये दे दिए। ओमप्रकाश का कहना था कि आरोपी चिकित्सक ने कोई नर्सिंग होम शुरू ही नहीं किया था। उसके पैसा वापस मांगने पर भी दोनों पैसा नहीं लौटा रहे हैं। थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह के मुताबिक आरोपी चिकित्सक डॉ.वीरेंद्र एवं उसकी पत्नी पूजा के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करके छानबीन कराई जा रही है।

मेडिकल कॉलेज में सीनियर छात्रों ने जूनियर को मुर्गा बनाकर रॉड से पीटा

महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज झांसी के दो सीनियर छात्रों के खिलाफ एंटी रैगिंग कमेटी ने कार्रवाई की है। एमबीबीएस के दो सीनियर छात्रों को छह महीने के लिए कक्षाओं से निष्कासित कर दिया गया है। इन सीनियर छात्रों पर जूनियर छात्रों को मुर्गा बनाकर लोहे की रॉड और ईंट से हमला करने का आरोप लगाया गया था। एंटी रैगिंग कमेटी ने जांच के बाद छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की थी।

कमेटी से यह शिकायत की गयी थी कि 2020 बैच के दो एमबीबीएस छात्र शुक्रवार रात मेडिकल कॉलेज के सीवी रमन हॉस्टल की कैंटीन में चाय पीने गये थे। आरोप के अनुसार इसी दौरान 2019 बैच के चार छात्र शराब के नशे में वहां पहुंचे। उन्होंने जूनियर छात्रों से नाम पूछा और उन्हें मुर्गा बनाकर पिटाई करने लगे। इसी दौरान वहां से गुजर रहे 2020 बैच के तीन छात्रों ने यह देखा तो विरोध किया। इस पर इन छात्रों की भी पिटाई की गयी। वीडियो बनाने की कोशिश कर रहे जूनियर छात्र का फोन छीन लिया गया। इस पूरे मामले की पीड़ित छात्रों ने एंटी रैगिंग कमेटी से शिकायत की। एंटी रैगिंग कमेटी ने दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद डॉ बृजेश और डॉ विकास को छह माह के लिए कक्षाओं से निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही 25-25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।

प्रमोशन के नाम पर यौन शोषण का लगाया था आरोप

मेडिकल कालेज की नर्स ने 24 जून 2021 को बताया कि जब काफी समय तक उसे प्रमोशन नहीं मिला और डॉक्टर उसे गुमराह करने लगा। आरोप है कि डॉक्टर ने प्राइवेट फोटो और चैट लीक करने की धमकी भी दे रहा था। नर्स ने बताया कि जब उसने आरोपी डॉक्टर से ऐसा न करने के लिए कहा तो आरोपी डॉक्टर ने शारीरिक संबंध बनाने और रुपए देने का दबाव बनाना शुरु कर दिया। फिलहाल पीड़िता ने इसकी शिकायत नवाबाद थाने की पुलिस से की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी डॉक्टर और उसके साथी मोहन प्रसाद स्टाफ नर्स के खिलाफ धारा 376, 354 क, 506 व 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

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