Jhansi News: झांसी की भीषण ठंड में अलाव पर मची गरमा गरमी, आमने सामने पार्षद और नगर निगम

Jhansi News: नगर निगम का दावा है कि कड़ाके की ठंड और पार्षदों की मांग को देखते हुए चार सौ स्थानों पर अलाव जला दिए गए हैं। इसके इतर हकीकत कुछ और ही है। महानगर के अधिकांश वार्डों के पार्षदों की शिकायत है कि उनके इलाकों में अब तक कोई अलाव नहीं जला है।;

Report :  Gaurav kushwaha
Update:2025-01-08 18:34 IST

jhansi news (social media)

Jhansi News:नगर निगम का दावा है कि कड़ाके की ठंड और पार्षदों की मांग को देखते हुए चार सौ स्थानों पर अलाव जला दिए गए हैं। इसके इतर हकीकत कुछ और ही है। महानगर के अधिकांश वार्डों के पार्षदों की शिकायत है कि उनके इलाकों में अब तक कोई अलाव नहीं जला है। इससे यह साबित होता है कि नगर निगम के अलाव अब तक कागजों पर ही जल रहे हैं। अनेक वार्डों से पार्षदों द्वारा अलाव न जलाए जाने की शिकायत दर्ज करा रहे हैं। खासकर नगर निगम में शामिल ग्राम सभाओं के वार्डों से इस तरह की शिकायतें आ रहीं है। पार्षदों का कहना है कि उनके वार्ड का क्षेत्रफल बहुत विस्तृत है ऐसे में यहां चार-पांच अलाव पर्याप्त नहीं हैं। सर्दी का सितम जारी है। कड़ाके की सर्दी के बीच सर्द हवाओं से लोग कंपकंपा रहे हैं। ऐसे में दूर दराज वार्डों और मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों के लिए अलाव ही सहारा है।

क्या कहते हैं पार्षद

वार्ड नंबर 21 सिमरधा के पार्षद कैलाश नारायण का कहना है कि उनका वार्ड बहुत पिछड़ा है साथ ही यह विस्तृत क्षेत्रफल में है। कई बार शिकायत करने के बाद भी यहां अलाव नियमित नहीं जलाए जा रहे हैं। शहरी क्षेत्र ‌‌वार्ड नंबर 55 के पार्षद सुनील नैनवानी का कहना है कि उनके वार्ड में अलाव नियमित नहीं जलाए जा रहे हैं। शहीद पार्क, नारायण धर्मशाला और जेल चौराहे पर जहां लोगों का बहुत अधिक आवागमन होता है यहां भी अलाव नियमित नहीं जलाए जा रहे हैं। नगर के सबसे बड़े वार्ड कोछाभांवर में 8-9 स्थानों पर ही अलाव जलाए जा रहे हैं बाकी क्षेत्र में नहीं। पार्षद प्रतिनिधि शशिकांत श्रीवास का कहना है कोछाभांवर वार्ड बहुत विस्तृत क्षेत्रफल में है, यहां अधिकांश निर्धन वर्ग के लोग रहते हैं। नगर निगम को निर्धन गृहकर दाताओं की भी सुध लेनी चाहिए। वहीं, पार्षद आशीष रायकवार का कहना है कि अलाव चौराहों और बाजारों में लगाए जा रहे हैं। अब कौन बताए कि रात के समय बाजार में कहां भीड़ होती है। अलाव की सबसे ज्यादा जरूरत मलिन बस्तियों के निवासियों को है। वहीं, पूर्व पार्षद किशोरी प्रसाद रायकवार का कहना है कि अलाव की संख्या बढ़ाने की बजाए जहां जरूरत हो वहां जलाए जाने चाहिए।

अलाव अपने सामने जलवाने को तैनात किए गए अफसर

इस संबंध में अपर नगर आयुक्त मोहम्मद कमर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सर्दी को देखते हुए सोमवार को महानगर के 400 स्थानों पर अलाव जलाए गए। वैसे अलाव वहां जलना चाहिए जहां लोगों का ज्यादा आवागमन होता है। इनमें बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, महानगर के प्रमुख चौराहों पर अलाव जरूरी है। इन दिनों हर वार्ड से अलाव जलाए जाने की मांग की जा रही है। इसके लिए नगर निगम के जूनियर इंजीनियरों की ड्यूटी लगाई गई है कि वह अपने सामने खड़े होकर अलाव जलवाएं। साथ ही इसकी फोटो भी पोर्टल पर अपलोड करें। 

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