Jhansi News: राहगीरी झांसी नाम से अनूठे कार्यक्रम का आयोजन, वर्ल्ड साइकिल-डे के अवसर पर हुआ आयोजन

Jhansi News: साइकिल रैली के अलावा कई तरह के हुए कार्यक्रम आयोजित

Update:2023-06-04 00:20 IST
World bycycle Day Jhansi

Jhansi News: योगी सरकार पर्यावरण और सड़क सुरक्षा जैसे विषयों पर कई तरह के विशेष कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। स्मार्ट सिटी झांसी में वर्ल्ड साइकिल-डे के अवसर पर पहली बार ‘राहगीरी झाँसी’ का कार्यक्रम शनिवार सुबह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में साइकिल रैली के अलावा योगा एवं बच्चों के खेल जैसे बास्केटबाल, बैडमिंटन, दौड़, ट्री पेंटिंग आदि कई आयोजन किये गये।

साइकिल रैली का प्रारंभ लक्ष्मीबाई पार्क गेट नं-2 से शुरू ईलाइट चौराहा, इलाहाबाद बैंक चौराहा, जीवन शाह तिराहा, खंडेराव गेट, कोतवाली, मिनर्वा से होती हुई लक्ष्मीबाई पार्क गेट गेट नं-3 पर समाप्त हुई। इस साइकिल रैली और कार्यक्रम में युवाओं, बुजुर्गों और बच्चों के साथ साथ कई संस्थान और गैर सरकारी संगठन के वॉलंटियर्स ने भी हिस्सा लिया।

झाँसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम, झाँसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और नगर आयुक्त पुलकित गर्ग एवं अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद कमर, स्किल्ड इंडिया सोसायटी के डायरेक्टर नीरज सिंह एवं झाँसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अन्य अधिकारी, कर्मचारी व स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।

साइकिल चला कर दिया स्वास्थ्य संदेश

राज्य परिवार नियोजन सेवा अभिनवीकरण परियोजना एजेंसी (सिफ्सा) के पीयर एजुकेटर्स ने आज विश्व साइकिल दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर में साइकिल चला कर स्वास्थ्य संदेश दिया। विश्वविद्यालय में सिफ्सा के तहत तीन साइकिल मंडलीय परियोजना प्रबंधन इकाई झांसी द्वारा दी गई हैं।

सिफ्सा की नोडल अधिकारी डॉ. श्वेता पांडेय ने बताया कि बालिकाओं को चलाने के मिल सिफ्सा को तीन साइकिलें मिली हुई हैं, जिन्हें विश्वविद्यालय में छात्राओं द्वारा चलाया जाता है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को प्राप्त साइकिल को चलाने के लिए विद्यार्थी हमेशा उत्सुक रहते हैं और कक्षा का समय बीत जाने के बाद विद्यार्थी साइकिल चलाते हैं। डॉ. पांडेय ने बताया कि यह विद्यार्थियों को स्वस्थ रहने के साथ ही साथ आत्मनिर्भर बनने में भी सहायक सिद्ध हो रहा है।

कार्यक्रम अधिकारी सिफ्सा डॉ. उमेश कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय की कोई भी छात्रा साइकिल को विश्वविद्यालय परिसर में चला सकती है। इसके लिए पत्रकारिता विभाग में स्थित मन कक्ष से चाभी ली जा सकती है और रजिस्टर में अपनी जानकारी दर्ज करके साइकिल को चलाया जा सकता है।

पीयर एजुकेटर निकेता ने बताया कि 22 मई को विश्वविद्यालय को मंडलीय परियोजना प्रबंधन इकाई द्वारा तीन साइकिलें दी गई हैं तब से प्रति दिन इसको चलाया जाता है। निकेता ने कहा कि कई बार बहुत सी छात्राएं साइकिल की मांग करने लगती हैं तो कुछ समस्या होती है। विश्वविद्यालय में और साइकिल की व्यवस्था हो जाए तो ज्यादा बेहतर हो।

साइकिल चलाना सीखने की भी है व्यवस्था

डॉ. कुमार ने बताया कि जिन छात्राओं को साइकिल चलाना नहीं आता है उनके लिए पीयर एजुकेटर्स की टीम है जो चलाना सिखाती है। उन्होंने बताया कि अभी तक विश्वविद्यालय के कई विभागों की छात्राओं ने साइकिल को चलाना सीखा है और हर दिन अलग अलग विभागों की छात्राएं साइकिल चलाना सीख भी रही हैं। इस अवसर पर रौनक, अंजलि, सपना, ममता, शिवांगी सोनी, सुमित, भास्कर एवं अन्य उपस्थित रहे।

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