Jhansi News: बुन्देलखण्ड के स्टार्टअप काबिया ट्रैवल को मिला 5 लाख रुपए की प्रोटोटाइप ग्रांट
Jhansi News: सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड के बी0आई0टी में रजिस्टर्ड काबिया ट्रैवल एंड हॉस्पिटैलिटी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड को 5 लाख रुपए की प्रोटोटाइप ग्रांट प्रदान किया गया है। यह अनुदान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए दिया गया है।
Jhansi News: देश में स्टार्टअप कल्चर तेजी से बढ़ रहा है जिसके चलते नई-नई कंपनियों का उदय हो रहा है और रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। इसलिए केंद्रीय एवं उत्तर प्रदेश सरकार स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड के बी0आई0टी में रजिस्टर्ड काबिया ट्रैवल एंड हॉस्पिटैलिटी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड को 5 लाख रुपए की प्रोटोटाइप ग्रांट प्रदान किया गया है। यह अनुदान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए दिया गया है। जिस संदर्भ में काबिया ट्रेवल्स के निर्देशक श्रेय काबिया द्वारा बताया गया उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बुंदेलखंड में पर्यटन के विकास स्पेशली ग्रामीण पर्यटन, कृषि पर्यटन एवं बुंदेली संस्कृति पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु प्रोटोटाइप डिजाइन करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट द्वारा अनुदान प्रदान किया गया है जिसका चयन राज्य स्तरीय प्रति स्पर्धा के कई चरणों के उपरांत हुआ है।
उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा नामित समिति के समक्ष कई दौर के प्रस्तुतीकरण के उपरांत हमारा चयन किया गया हैं। काबिया ट्रैवल बुंदेलखंड क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ाने के साथ दिव्यांग जनों को पर्यटन की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास भी कर रहा है साथ ही बुंदेलखंड में घरेलू एवम अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या को अधिक बड़ा कर इस क्षेत्र मे ने रोजगार के अवसर का सृजन किया जायेगा। श्रेय काबिया ने यह बताया कि उनका स्टार्टअप बी0आई0टी मे पंजीकृत है और वहां की कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर शहनाज के द्वारा हर संभव मदद प्रदान की गई।
प्रो. शहनाज ने श्रेय काबिया की तारीफ करते हुए कहा कि भारत में आत्मनिर्भरता की क्रांति का बिगुल बज चुका है। प्रत्येक युवा इस क्रांति का सेना नायक है। आने वाले समय में भारत विश्व को नेतृत्व देने वाला है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे केवल मूकदर्शक होकर इस क्रांति को देखें ना, बल्कि इसमें भागीदारी करके अपना सक्रिय योगदान दें।