Jhansi News: छात्रा आत्महत्या प्रकरणः मां - बेटा बने आरोपी, अदालत के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच शुरू
Jhansi News: बीए की छात्रा आत्महत्या के मामले में कोतवाली पुलिस ने अदालत के आदेश पर आत्महत्या के लिए उकसाने पर मां-बेटा पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने घटना के दिन ही सुसाइड नोट भी बरामद कर लिया था।;
Jhansi News: बीए की छात्रा आत्महत्या के मामले में पुलिस ने अदालत के आदेश पर आत्महत्या के लिए उकसाने पर मां-बेटा पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने घटना के दिन ही सुसाइड नोट भी बरामद कर लिया था। इस मामले में पुलिस ने जांच भी शुरू कर दी है। कोतवाली थाना क्षेत्र के गुदरी मोहल्ले में रहने वाली लड़की बीए अंतिम वर्ष की छात्रा थी। पिता की मौत के बाद परिवार की जिम्मेदारी उसकी मां रानी उठाती थी। मां रानी ने पुलिस को बताया कि कुछ साल पहले छात्रा की नजदीकी पड़ोस में रहने वाले आकाश वर्मा से हो गई। वह शादी करना चाहती थी। मां का आरोप है कि जब उसने आकाश एवं उसकी मां लाली से बात की तब उन्होंने इंकार कर दिया। छात्रा को अपमानित करते हुए घर से भगा दिया था। तभी से छात्रा तनाव में रहने लगी थी।
बताया गया कि छह जुलाई 2024 को छात्रा ने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा ने सुसाइड नोट में अपने आत्मघाती कदम के लिए परिजनों ने माफी मांगते हुए इसके लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया था। कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक शैलेंद्र सिंह का कहना है कि अदालत के आदेश पर मां-बेटा पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की छानबीन की जा रही है।
डीआरएम कार्यालय में किया जा रहा है कार्मिक कर्मियों का शोषण
झांसी। उत्तर मध्य रेलवे के झांसी रेल मंडल में कार्मिक कर्मचारियों का लगातार शोषण किया जा रहा है जिससे कार्मिक विभाग के कर्मचारी काफी परेशान है। इसी बात को लेकर एनसीआरईएस 20 जनवरी को काला फीता बांधकर विरोध दिवस मनाने का निर्णय लिया है। एनसीआरईएस की शाखा नंबर एक के सचिव गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि मंडल रेल प्रबन्धक कार्यालय झांसी के कार्मिक कर्मचारियों का अनैतिक प्रकार से स्थानान्तरण करने, सी.एल.ए एवं कल्याण निरीक्षक कैडर का उत्पीड़न, कर्मचारियों का दुरूप्योग, ग्रुप लिपिकों पर अत्याधिक कार्यभार, बुनियादी सुविधाओं का अभाव इत्यादि ज्वलंत मुद्दों पर शाखा के द्वारा कई बार चर्चा की गई लेकिन कोई भी निष्कर्ष नही निकला।
उन्होंने बताया कि शाखा के द्वारा प्रशासन को 14 अगस्त 24 को नौ सूत्रीय ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया एवं सम्बन्धित अधिकारी से चर्चा भी की गई थी और चर्चा के दौरान सभी मुद्दों पर निस्तारण का आश्वासन भी दिया गया था, लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नही की गई थी। इस पर शाखा ने समस्याओं के शीघ्र निस्तारण हेतु 24 अक्तूबर 24 को पुनः स्मरण पत्र दिया लेकिन प्रशासनिक क्षिथिलता के कारण कोई सकरात्मक निर्णय नही लिया जा सका, बल्कि स्थानान्तरण नीति के नाम पर कार्मिक कर्मचारियों का शोषण बढ़ने लगा। उन्होंने कहा कि इससे कर्मचरियों मे अत्यंत रोष उत्पन्न हो गया और समस्याओं की गम्भीरता को देखते हुये इन मुद्दों को मंडल के समक्ष रखा गया और संस्तुति मिलने पर एनसीआरईएस ने 20 जनवरी 25 को शाखा काला फीता बांधकर विरोध प्रर्दशन के लिये प्रशासन को नोटिस दे दिया है, अब अगर प्रशासन के द्वारा अभी भी कोई सकरात्मक निर्णय लेते हुये समस्याओं का निस्तारण नही किया जाता है तो यह आन्दोलन एक विकराल रूप लेगा।