Jhansi News: राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के अधिकारियों ने कृषि विवि का किया भ्रमण
Jhansi News: रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झाँसी में राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) सीजीएम सहित उत्तर प्रदेश के नाबार्ड के 60 से अधिक अधिकारियों ने प्रसार शिक्षा निदेशक डा. एसएस सिंह के साथ कृषि विवि के विभिन्न प्रक्षेत्रों का भ्रमण किया।
Jhansi News: रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झाँसी में राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) सीजीएम सहित उत्तर प्रदेश के नाबार्ड के 60 से अधिक अधिकारियों ने प्रसार शिक्षा निदेशक डा. एसएस सिंह के साथ कृषि विवि के विभिन्न प्रक्षेत्रों का भ्रमण किया। इसमें मुख्य रूप से फल प्रक्षेत्र औषधीय एवं सगंधीय पौधे, नर्सरी तथा विवि में सरसों, गेहूं, चना तथा मधुमक्खी पालन इकाई, मशरूम उत्पादन इकाई आदि को देखकर उनकी प्रशंसा जाहिर की। विवि के सभागार में कुलपति डा. अशोक कुमार सिंह ने सीजीएम एसके डोरा को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। नाबार्ड की ओर से कुलपति एवं निदेशक प्रसार शिक्षा को सीजीएम ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। सभी लोगों का स्वागत परिचय निदेशक प्रसार शिक्षा डा. एसएस सिंह ने किया। नाबार्ड के साथ विवि पहले से कई कार्य कर चुका है। कुलपति डा. अशोक कुमार सिंह ने कृषि विवि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कृषि में नाबार्ड का बहुत योगदान
विवि उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश दोनों में कार्य कर रहा है। कृषि में नाबार्ड का बहुत योगदान रहा है। नाबार्ड के सहयोग से विवि ने कृषि विपणन एप बनाया है। जो किसानों के लिए बाजार उपलब्ध कराने का कार्य करेगा। बुंदेलखण्ड क्षेत्र के 30 एफपीओ एवं 12 स्टार्ट-अप्स के साथ मिलकर उन्नत बीज उत्पादन, मूल्य संबर्धन, स्थानीय पशु नस्ल सुधार, उच्चीकृत पौधे इत्यादि पर कार्य कर रहा है। जिसमें नाबार्ड सहयोग कर सकता है।
किसान एवं विद्यार्थी लाभान्वित होंगे
उन्होंने कहा कि यदि नाबार्ड का सहयेाग मिला तो विवि में इन्क्यूबेशन सेन्टर बन सकता है। जिससे किसान एवं विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। यदि नाबार्ड विवि से कोई भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहयोग चाहेगा तो विवि उसके लिए तैयार है। बुंदेलखण्ड क्षेत्र में मूंगफली की खेती बहुतायत में की जाती है जिसके मूल्य संबर्धन के क्षेत्र में भी नाबार्ड सहयोग कर सकता है। इसमें यहां के किसान लाभान्वित होंगे। सीजीएम नाबार्ड एसके डोरा ने विवि की इमारत सहित सभी यूनिटों की भूरी - भूरी प्रशंसा की उन्होंने कहा कि झाँसी के लिए स्ट्राबेरी एवं ड्रैगन फ्रूट के लिए सहयोग किया था। जिसमें पूर्णतः सफलता मिली इसकी प्रधानमंत्री जी ने मन की बात में भी जिक्र किया है। स्टार्ट - अप्स के लिए 50 करोड़ का उत्तर प्रदेश सरकार से पार्टनरशिप किया है। सीजीएम ने नाबार्ड द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों जानकारी दी।
यह लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर जीएम विनोद कुमार, जीएम श्रीमती सुनंदा बोस, डीजीएम श्रीमती नन्दनी घोष, डीजीएम एनएल साहू, डीजीएम अनीस कुमार, डीजीएम श्रीमती आकांक्षा, डीजीएम चंचल गौतम, डीडीम, भूपेश पाल सहित नाबार्ड के कई अधिकारी, डाॅ. संजीव कुमार, डाॅ. शैलेन्द्र कुमार, डाॅ. अर्पित सूर्यवंशी उपस्थित रहे।