Jhansi News: बांधों पर पिकनिक मनाने वालों पर पुलिस की निगाह, लोगों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क

Jhansi News: पिकनिक बांधों के समीप पार्क तक ही सीमित रहेगी, बांधों के जल निकासी गेट तक जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।

Report :  Gaurav kushwaha
Update: 2024-08-12 05:13 GMT

बांधों पर पिकनिक मनाने वालों पर पुलिस की निगाह   (photo: social media )

Jhansi News: अगर आप पारीछा या ढुकुवां डैम पर पिकनिक मनाने जा रहे हैं, तो कुछ ऐसा जोखिम भरा कार्य न करें जिससे आपको लेने के देने पड़ जाएं। कहीं ,हवालात में पिकनिक न मनानी पड़ जाए। पिकनिक मनाते समय बांध पर आप पर तैनात बाढ़ चौकी के कर्मचारियों और पुलिस की निगरानी रहेगी। पिकनिक बांधों के समीप पार्क तक ही सीमित रहेगी, बांधों के जल निकासी गेट तक जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। गेट तक पहुंचने वाले हवालात तक भी पहुंच सकते हैं।

बीते दिनों डैमों और नदियों में लोगों के डूबने की घटनाओं को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है। डैमों पर पिकनिक मनाने आने वाले लोगों को दुर्घटनाओं से बचाने के लिए प्रशासन लगातार चेतावनी जारी कर रहा है। उल्लेखनीय है कि झांसी में पारीछा बांध के साथ ढुकुवां बांध में लोग बरसात के दिनों में पिकनिक मनाने जाते हैं। ऐसे में यहां सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात की गई है। साथ ही प्रवेश द्वार पर चेतावनी के बोर्ड भी लगा दए गए हैं कि बांधों के गेटों के नजदीक न जाएं।

मालूम हो कि झांसी में नदियों और बांधों के समीप संभावित बाढ़ को देखते हुए 40 बाढ़ चौकियां बनाई गईं हैं। यहां तैनात कर्मचारी पिकनिक मनाने आने वाले लोगों को लगातार सावधानी बरतने की चेतावनी दे रहे हैं। वहीं बांधों के पार्कों में लोगों के खान-पान से होने वाली गंदगी को लेकर भी प्रतिबंध लगाया गया है।

बरसात के मौसम में बांधों में जल भराव होने की वजह से जल निकासी को बांधों के गेट खोले गए हैं। इनसे तेज गति से निकलने वाले दूध जैसे पानी का सैलाब देखने के लिए लोगों में बेताबी रहती है। लेकिन इस सैलाब को नजदीक से देखना खतरनाक और मौत के मुंह में जाने जैसा है। बीते दिनों में बांधों, नदियों और जल सैलाब में लोगों के बहने और डूबने से काल के गाल में समाने की घटनाएं हो चुकीं हैं।

खतरे के निशान से 12 मीटर नीचे है बेतवा

झांसी में अब तक औसत से आधी से भी कम वर्षा हुई है। ऐसे में बेतवा का जलस्तर भी इतना ज्यादा नहीं बढ़ा है कि खतरे के निशान को पार कर जाए। वैसे बेतवा का जलस्तर इन दिनों(नोटघाट) पर 192.670 मीटर मापा गया जोकि खतरे के निशान से 12.330 मीटर नीचे है। वहीं वर्षा की बात करें तो झांसी में 825 मिलीमीटर वर्षा को औसत वर्षा माना गया है। इस वर्ष अब तक 316 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई जोकि औसत वर्षा से बहुत कम है।


बांध भी नहीं हुए लबालब

बेतवा नदी के समान बांधों की भी यही हालत है कि यह भी खतरे के निशान से बहुत नीचे हैं। हां, पहूज बांध जरूर अपनी भंडारण क्षमता के सापेक्ष 91.55 प्रतिशत भर चुका है। वहीं ढुकुवां बांध अपनी क्षमता के सापेक्ष 54.4 प्रतिशत और पारीछा बांध 82 प्रतिशत ही भर पाया है। हालांकि मध्य प्रदेश में होने वाली वर्षा से बेतवा में उफान की संभावनाओं को देखते हुए बांधों के गेट खोलकर जल निकासी की जा रही है।

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