Jhansi News: रेलकर्मचारी पर फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी करने का आरोप, जांच की मांग
Jhansi News: कर्मचारी रेलवे अस्पताल में तैनात है। मामले की शिकायत रेलवे बोर्ड के मुख्य सतर्कता अधिकारी से की गई है।
Jhansi News: रेलवे अस्पताल के एक कर्मचारी पर फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी करने का आरोप लगाया है। इस मामले में एक गोपनीय शिकायत रेलवे बोर्ड के मुख्य सतर्कता अधिकारी से की गई है। सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के आवास विकास कालोनी में रहने वाले विकास कुमार (काल्पनिक नाम) ने रेलवे बोर्ड के मुख्य सतर्कता अधिकारी, अपर पुलिस महानिदेशक सतर्कता आदि को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि रेलवे अस्पताल में तैनात एक रेल कर्मचारी की शैक्षिक योग्यता संदेहास्पद है।
इस तरह हुई धांधली
रेल कर्मचारी की एक अंक सूची बीए द्वितीय वर्ष 1986 हेतु उरई के एक कालेज केंद्र के लिए जारी होना पाया गया है जबकि उक्त कर्मचारी की एक अन्य अंक सूची बीएससी भाग द्वितीय वर्ष 1988 हेतु एक कालेज केंद्र के लिए जारी होना पाया गया है। इसी प्रकरण में उक्त कर्मचारी के पक्ष में द्वितीय प्रति झांसी के एक विश्वविद्यालय द्वारा बीएससी द्वितीय वर्ष की अंकसूची वर्ष 1988 हेतु उरई के एक कालेज केंद्र के लिए जारी होना पाया गया। यह द्वितीय प्रति 24 जनवरी 2008 को निर्गत हुई।
जांच की मांग
इस प्रकार बीए वर्ष 1986 में उत्तीर्ण होने के पश्चात एक समान सत्र वर्ष 1988 में बीएसी उत्तीर्ण होने की दो-दो अंकसूचियां पाई जाना संदेहास्पद स्थिति दर्शाता है। शिकायती पत्र में कहा है कि वर्ष 1987-1988 में उरई से बीएसी में अध्ययनरत होना तथा इसी अवधि में 15 जुलाई 1986 से अक्तूबर 1987 तक व बाद में तीन-तीन माह तक सफाई पर्यवेक्षक/ असिस्टेंट के रुप में कार्यरत होने का प्रमाण अनुभव प्रमाण पत्र स्टेशन अधीक्षक द्वारा जारी किया जाना पाया गया है। अर्थात एक ही व्यक्ति जिस समयावधि में उरई में बीएससी में अध्ययनरत है। वहीं व्यक्ति उरई में कई किमी दूर सुपरवाइजर कम हैल्थ असिस्टेंट के पद पर कार्य कर रहा हो, ऐसा कैसे संभव है। शिकायती पत्र के माध्यम से गोपनीय जांच किए जाने की मांग की गई है।