Jhansi News: पुलिसकर्मी भी नहीं बचेंगे, एक अक्तूबर से चलेगा विशेष अभियान

Jhansi News: रेलवे बोर्ड ने एक से 15 अक्टूबर और 25 अक्तूबर से 10 नवंबर तक बिना टिकट और अनाधिकृत यात्रियों के खिलाफ विशेष अभियान शुरु करने और रेलवे अधिनियम 1989 के प्रावधानों के तहत उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

Report :  Gaurav kushwaha
Update:2024-09-26 19:08 IST

बिना टिकट यात्रा करने वालों के लिए रेलवे विशेष टिकट जांच अभियान शुरु करेगा: Photo- Social Media

Jhansi News: त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बिना टिकट यात्रा करने वालों पर नकेल कसने के लिए विशेष टिकट - जांच अभियान शुरु होने जा रहा है। यह अभियान एक अक्तूबर से शुरु होगा। इसके दायरे में पुलिसकर्मी भी आएंगे। इस मामले में रेलवे बोर्ड ने उत्तर मध्य रेलवे समेत 17 जोन के महाप्रबंधकों को पत्र लिखा है। रेलवे बोर्ड ने एक से 15 अक्टूबर और 25 अक्तूबर से 10 नवंबर तक बिना टिकट और अनाधिकृत यात्रियों के खिलाफ विशेष अभियान शुरु करने और रेलवे अधिनियम 1989 के प्रावधानों के तहत उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

अभियान की निगरानी करेगा वरिष्ठ अधिकारी, रडार पर रहेंगे पुलिस कर्मी

मंत्रालय ने रेलवे जोन से कहा है कि वे मंडल और जोनल स्तर पर इन अभियानों की निगरानी के लिए वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों को नामित करें। विभिन्न रेल मंडलों में चल रहे नियमित जांच अभियान का हिस्सा रहे रेलवे वाणिज्यिक अधिकारियों का मानना है कि त्योहारों के दौरान आम लोगों के साथ-साथ पुलिस कर्मी भी उनके रडार पर रहेंगे, क्योंकि वे रेलवे नियमों का सबसे ज्यादा उल्लंघन करते हैं।

रेलवे सूत्रों का कहना है कि हाल ही में की गई औचक जांच में सैकड़ों पुलिस कर्मियों को विभिन्न एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों के एसी कोचों में बिना टिकट यात्रा करते पाया। जब उन पर जुर्माना लगाया, तो शुरु में उन्होंने भुगतान करने से इंकार कर दिया और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है। इन धमकियों से रेलवे स्टॉफ के लोग डरे नहीं और उनसे जुर्माना भरवाया। टिकट जांच अधिकारियों ने कहा कि वे पुलिसकर्मियों और अन्य अनाधिकृत यात्रियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं क्योंकि वे वैध टिकट वाले यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बनते हैं।

पुलिसकर्मी सबसे बड़ी परेशानी

ट्रेन टिकट परीक्षकों का भी मानना है कि ट्रेनों में यात्रियों के लिए पुलिसकर्मी सबसे बड़ी परेशानी हैं, क्योंकि वे न सिर्फ बिना टिकट यात्रा करके कानून तोड़ते हैं, बल्कि वैध यात्रियों की सीट पर जबरन बैठते हैं और उन्हें परेशान करते हैं। साथ ही कार्रवाई करने के लिए कहने पर रेलवे कर्मचारियों को धमकाते हैं। इस संबंध में भारतीय रेलवे टिकट जांच कर्मचारी संगठन (आईआरटीसीएसओ) के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि बिना टिकट यात्रा करने वाले पुलिसकर्मियों से निपटना बहुत बड़ी चुनौती है क्योंकि वे न केवल हमारे साथ दुर्व्यवहार करते हैं, बल्कि अक्सर हमें परेशान करने के लिए फर्जी मामले दर्ज करने की धमकी देते हैं।

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