Jhansi News: राजधानी एक्सप्रेस में सफर कर रहा फौजी नीचे गिरा, इलाज के दौरान मौत
Jhansi News: ललितपुर और जीरौन के बीच रेलवे लाइन पर घायलावस्था में पड़े मिले थे। इसकी जानकारी होने पर पुलिस ने एम्बुलेंस की मदद से फौजी को घायल अवस्था में उपचार के लिए मेडिकल कालेज भेज दिया था। यहां उपचार के दौरान मौत हो गई।
Jhansi News: अब लंबी दूरी की ओर जाने वाली ट्रेनों में सफर करना काफी खतरनाक साबित होने लगा है। देश के महत्वपूर्ण ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस के शौचालय में भी टूटे हुए शीशे लगे हुए हैं। इसी की नतीजा यह हुआ कि ट्रेन में सफर कर रहा फौजी नीचे गिर गया जिससे उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। इस घटना को लेकर फौजी के परिजनों ने काफी आपत्ति दर्ज की। इसकी शिकायत रेल मंत्रालय से की जाएगी। वहीं, ट्रेन से गिरने को लेकर रेलवे पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
हरियाणा के सोनीपत के राजुलगुढ़ी में रहने वाले फौजी के परिजनों ने बताया कि वीरेन्द्र कुमार राठी पंचमढ़ी से आ रहे थे। 5 दिसंबर को वह ट्रेन क्रमांक 22691 के कोच क्रमांक बी-2 में सफर कर रहे थे। कोच में फौजी की सीट क्रमांक 22 पर आरक्षण था, लेकिन वह सीट बदलकर 70 नम्बर पर बैठकर सफर कर रहा थे। वह ललितपुर और जीरौन के बीच रेलवे लाइन पर घायलावस्था में पड़े मिले थे। इसकी जानकारी होने पर पुलिस ने एम्बुलेंस की मदद से फौजी को घायल अवस्था में उपचार के लिए मेडिकल कालेज भेज दिया था। यहां उपचार के दौरान मौत हो गई।
वीरेन्द्र की मौत की जब परिजनों को हुई तो विगत शाम झांसी पहुंचे। जहां परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि जब हमने मालूम किया तो जिस कोच में वीरेन्द्र यात्रा कर रहा थे उसी कोच के शौचालय का शीशा टूटा हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि वहां कुछ ऐसा हुआ है जिसकी जानकारी उन्हें नहीं। वह शौचालय की खिड़की के कांच से नीचे गिरे है। जिससे वह घायल हो गए और उनकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है जब इसकी शिकायत लेकर थाने पहुंचे तो पुलिस ने किसी भी प्रकार का मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया।
ट्रेन में सफर कर रही महिला ने बच्चे को दिया जन्म
हजरत निजामुद्दीन से चलकर खजुराहो जाने वाली यूपी सम्पर्क क्रांति में यात्रा कर रही एक महिला को प्रसव पीड़ा होने लगी। जानकारी होते ही जीआरपी ने मदद करते हुए आनन-फानन में महिला को ट्रेन से उतारकर अस्पताल भिजवाया। जहां महिला ने बच्चे को जन्म दिया।
बताते चलें कि ट्रेन क्रमांक 12448 यूपी सम्पर्क क्रांति हजरत निजामुद्दीन से चलकर खजुराहो की ओर जा रही थी। ट्रेन में महेन्द्र निवासी बेलाताल महोबा की गर्भवती पत्नी यात्रा कर रही थी। सफर के दौरान अचानक महिला को प्रसव पीड़ा होने लगी। जब इसकी जानकारी जीआरपी बांदा में तैनात सिपाही देवेन्द्र और संदीप को हुई तो उन्होंने मानवता दिखाते हुए नजदीकी स्टेशन पर ट्रेन रुकवाई। इसके बाद महिला को अस्पताल भिजवाया। जहां महिला ने बच्चे को जन्म दिया। महिला और बच्चा पूर्ण रुप से स्वस्थ्य बताए जा रहे हैं।