Jhansi News: उरई गुड्स शेड में समर स्पेशल का पलटा ट्रेन कोच, एक यात्री की मौत, पांच घायल

Jhansi News: मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ की टीम ने ऐसे किया बचाव कार्य, एनडीआरएफ की तरफ से कराई जा रही मॉकड्रिल का हिस्सा था। जिसमें सब कुछ उसी तरह दर्शाया गया जैसे ट्रेन हादसा हो गया हो।

Report :  Gaurav kushwaha
Update: 2024-06-13 17:51 GMT

उरई गुड्स शेड में समर स्पेशल का पलटा ट्रेन कोच, एक यात्री की मौत, पांच घायल: Photo- Newstrack

Jhansi News: उरई गुड्स शेड में गुरुवार को बड़ा घटनाक्रम हुआ। समर स्पेशल ट्रेन का कोच पलट गया जिससे एक रेलयात्री की मौत हो गई और पांच लोग घायल हुए। जिन्हें आनन-फानन में उपचार के लिए अस्पताल में पहुंचाया। दरअसल, यह कोई हादसा नहीं था, बल्कि रेलवे औऱ एनडीआरएफ की तरफ से कराई जा रही मॉकड्रिल का हिस्सा था। जिसमें सब कुछ उसी तरह दर्शाया गया जैसे ट्रेन हादसा हो गया हो। लंबे तक चली मॉकड्रिल में एऩडीआरएफ की टीम ने बचाव कार्य किया।

गुरुवार को गुड्स शेड उरई में समर स्पेशल (काल्पनिक गाड़ी) का कोच ब्रेकडाउन क्रेन से पलटवाया गया। इसके बाद दोपहर के समय ट्रेन का कोच दुर्घटनाग्रस्त होते ही सायरन बज उठा। इस पर आरपीएफ, जीआरपी, मैकेनिकल, इंजीनियरिंग, कॉमर्शियल, विद्युत आदि विभागों के अधिकारी कर्मचारी अलर्ट हो गए और घटनास्थल पर पहुंचे। देखा कि ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसके बाद रेलवे की एआरटी टीम ने कोच की छत की मशीन से काटना शुरु किया। टीम ने बड़ी मुश्किल से यात्रियों को अंदर से बाहर निकाला। कुछ देर बाद एनडीआरएफ को बुलाना पड़ा। एनडीआरएफ के दो स्निफर डॉग ने स्निफर डॉग ने कोच के चारों तरफ का निरीक्षण किया। इससे पहले सभी यात्रियों को बाहर निकाल लिया गया। कोच से यात्रियों को रस्से से बांधकर भी लाया गया। घायलों को मेडिकल कैंप लाया गया। जहां इलाज शुरु हुआ। इसमें पांच घायल हुए, जबकि एक यात्री की मौत हुई। मामूली यात्रियों की हालत गंभीर होने के चलते अस्पताल रेफर किया। एेसा हकीककत में नहीं यह सब मॉकड्रिल के दौरान हुआ। इस मॉक ड्रिल के दौरान उपस्थित स्काउट एंव गाइड के सदस्यो का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। एक अन्य गतिविधी के तहत आग से बचाव का मॉक अभ्यास भी किया गया, जिसमें सभी विभागों के त्वरित सहभागियता से प्रवल रुप से फैले आग पर सफलतापूर्वक निय‌न्त्रण स्थापित किया गया ।

एंबुलेंस के सायरनों से मची खलबली

रेलवे स्टेशन पर दोपहर के समय ट्रेन दुर्घटना की जानकारी मिली तो खलबली मच गई। दो एबुलेंस तेज रफ्तार से सायरन बजाते हुए शहर से गुजरीं तो लोग हैरान थे। एसडीएम और सीओ गाड़ी को दौड़ाते हुए घटनास्थल पर पहुंचे। इसके अलावा मेडिकल कालेज से भी टीम पहुंची।

ये रहे मौजूद

इस मॉक ड्रिल में रेलवे के अपर मंडल रेल प्रबंधक / ओपी आर.डी. मौर्या ,उप मु. संरक्षा अधिकारी (यांत्रिक) ओ.पी. सिंह, वरि, मंडल संरक्षा अधिकारी गिरीश कंचन एंव वरिष्ठ मंडल यान्त्रिक अभियंता (ओ&एफ) सचिन कुमार, ए.सी.एम.एस. जूही डॉ. रिचा मिश्रा, सीनियर.डी.एम.ओ. डॉ. सिद्धार्थ केसरवानी एवं अन्य वरि अधिकारी एनडीआरएफ के कमान्डेंड सूर्या, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला जालौन उरई, वीरेन्द्र सिंह, तहसीलदार उरई शेरबहादुर सिंह के अलावा रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इसके अलावा अन्य सभी विभागों जैसे-सिविल पुलिस प्रशासन, जिला अधिकारी कार्यालय, सिविल चिकित्सा विभाग एंव रेलवे चिकित्सा विभाग, जीआरपी, आरपीएफ, फायर बिग्रेड के अधिकारी भी अपनी पूरी टीम के साथ उपस्थित थे। अन्त में वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी गिरीश कंचन द्वारा मॉक ड्रिल के सफल आयोजन की घोषणा की गयी।

ऐसी बनाई थी रणनीति

उत्तर मध्य रेलवे झांसी मंडल में आज एनडीआरएफ टीम के साथ रेलवे द्वारा संयुक्त अभ्यास के तहत मॉक ड्रिल का उरई स्टेशन पर आयोजन किया गया। जिसमें होने वाली काल्पनिक रेल दुर्घटना के दौरान वचाब कार्य का संयुक्त अभ्यास करने हेतु घटना की रुपरेखा एवं आवश्यक कार्यों के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया गया।

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