UP Nikay Chunav 2023 Result: योगी के कैम्पेन ने झांसी मेयर सीट पर खिलाया कमल, बीजेपी कैंडिडेट की रिकॉर्ड मतों से जीत

UP Nikay Chunav 2023 Result: झाँसी में नगर निगम के गठन के बाद मेयर सीट पर यह जीत अब तक की सबसे बड़ी जीत है। मतगणना के दौरान प्रतिद्वंदी सपा, बसपा और कांग्रेस के प्रत्याशी भाजपा कैंडिडेट से काफी अंतर से पीछे दिखाई दिए।

Update:2023-05-14 01:28 IST
UP Nikay Chunav 2023 Result (photo: social media )

UP Nikay Chunav 2023 Result: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चुनावी कैम्पेन ने झाँसी नगर निगम में मेयर सीट पर भाजपा के प्रत्याशी को रिकॉर्ड मतों से जीत दिलाने में अपनी भूमिका निभाई। शनिवार को हुई मतगणना में भाजपा के मेयर प्रत्याशी बिहारी लाल आर्य ने 83,548 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। झाँसी में नगर निगम के गठन के बाद मेयर सीट पर यह जीत अब तक की सबसे बड़ी जीत है। मतगणना के दौरान प्रतिद्वंदी सपा, बसपा और कांग्रेस के प्रत्याशी भाजपा कैंडिडेट से काफी अंतर से पीछे दिखाई दिए।

मतगणना में बिहारी लाल आर्य को कुल 123451 वोट मिले जबकि दूसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद कुमार बबलू रहे और उन्हें 39,903 वोट मिले। झांसी मेयर सीट पर बसपा प्रत्याशी भगवान दास फुले को 21570 वोट, सपा प्रत्याशी सतीश जतारिया को 21,029 वोट, आम आदमी पार्टी के नरेश वर्मा को 5,621 वोट, बुंदेलखंड क्रांति दल के शिव दयाल को 1,568 वोट मिले। मेयर सीट पर 2,850 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। इन वोटों के अलावा पोस्टल बैलेट में बिहारी लाल आर्य को 52, अरविंद कुमार बबलू को 13, नरेश वर्मा को 2, भगवान दास फुले को 16, सतीश जतारिया को 14 और नोटा को एक वोट मिला।

सीएम योगी की चुनावी जनसभाओं का दिखा असर

बुंदेलखंड महाविद्यालय स्थित कोठारी हाल झांसी जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने बिहारी लाल आर्य को प्रमाण पत्र प्रदान किया। इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए भाजपा के नव निर्वाचित मेयर बिहारी लाल आर्य ने कहा कि झांसी के लोगों ने उन पर जो विश्वास जताया है, उसके वे आभारी रहेंगे और झांसी में विकास कार्यों को आगे बढ़ाने में कोई कोर कसर नहीं रहने देंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2 मई को झांसी के क्राफ्ट मेला मैदान पर चुनावी जनसभा को सम्बोधित किया था और मेयर कैंडिडेट बिहारी लाल आर्य सहित नगर निकायों के स्थानीय प्रत्याशियों को जिताने की अपील की थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा का चुनावी नतीजों पर असर साफ़ देखा गया और झांसी सीट पर मेयर कैंडिडेट ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल करने में सफलता प्राप्त की। सभी प्रत्याशियों में से सिर्फ अरविंद कुमार ही अपनी जमानत बचा पाए। अन्य सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।

इतने हैं भाजपा के सभासद

वार्ड 1- महेंद्र ग्वाला, वार्ड 3- अमित राय, वार्ड 7- राजकुमारी पत्नी अनिल पच्चू, वार्ड 8- प्रवीण लखेरा, वार्ड 9- राखी सिंह, वार्ड 10- रश्मि अहिरवार, वार्ड 11- प्रदीप खटीक, वार्ड 15- हरिओम मिश्रा, वार्ड 18- विनीता विजय, वार्ड 19- अरविंद खटीक, वार्ड 20- निधि वर्मा, वार्ड 21- कैलाश अहिरवार, वार्ड 23- कामेश अहिरवार, वार्ड 24- अंकित, वार्ड 25- तरुण शाक्य, वार्ड 26- नरेंद्र किशोर, वार्ड 28- नरेन्द्र नामदेव, वार्ड 29- भरत सेन, वार्ड 30-राजकुमारी पप्यू यादव, वार्ड 31- रितिका तिवारी, वार्ड 32- विष्णु यादव, वार्ड 34 - पंकज झां, वार्ड 37- भगवती कुशवाहा, वार्ड 39- राजेश्वर तिवारी, वार्ड 40- बाल स्वरुप साहू, वार्ड 43- दिनेश प्रताप सिंह, वार्ड 45- अर्चना पंकज राय, वार्ड 47- प्रियंका साहू, वार्ड 49- सुशीला दुबे, वार्ड 54- रमा कुशवाहा, वार्ड 55- सुनील नैनवानी, वार्ड 56- अऱविंद झा, वार्ड 57- मयंक श्रीवास्तव, वार्ड 58- मुकेश सोनी।

इतने हैं बसपा के सभासद

वार्ड 2- शबनम, वार्ड 5- भारती सिद्धार्थ, वार्ड 6- अलका श्रीवास, वार्ड 17- ममता पाल, वार्ड नंबर 16- महेश गौतम, वार्ड 27- सुंदर कुशवाहा, वार्ड 36- उमेश जोशी।

इतने हैं निर्दलीय सभासद

वार्ड 4- खुशीपुरा रीना कप्तान राय, वार्ड 12- स्कुलपुरा आशीष चौकसे, वार्ड 13- पूजा श्रीवास निर्दलीय, वार्ड 14- अतुल राय निर्दलीय, वार्ड 22- रिंकू वंशकार, वार्ड 33- राहुल कुशवाहा, वार्ड 35- शुगर पाल,वार्ड 53- लखन कुशवाहा, वार्ड 41- रामजी यादव, वार्ड 44- नीता विकास यादव, वार्ड 50- मोनिका विकास, वार्ड 51- विकास खरे, वार्ड 59-संजीव पहारिया, वार्ड 60- सतेंद्र कुमार।

इतने हैं कांग्रेस व आप के सभासद

वार्ड 38- सफीक मकरानी कांग्रेस, वार्ड 42- आशीष रैकवार आप, वार्ड 52- अफरोज कांग्रेस, वार्ड 46- कन्हैयालाल , वार्ड 48- सुलेमान मंसूरी।

2017 में भी बना था भाजपा का मेयर

मालूम हो कि साल 2017 के निकाय चुनाव में झाँसी नगर निगम मेयर सीट पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। भाजपा प्रत्याशी रामतीर्थ सिंघल ने बसपा के प्रत्याशी बृजेंद्र कुमार व्यास को 16 हजार से अधिक मतों से हराया था। लेकिन, इस बार भाजपा ने बिहारीलाल आर्य को चुनावी मैदान में उतारा था। वहीं, सपा से सतीश जतारिया, बसपा से भगवान दास फुले, कांग्रेस से अरविंद कुमार चुनावी मैदान में थे।

नगर पालिका परिषद

चिरगांव में भाजपा से सजले राजा निर्विरोध घोषित किए गए थे। बरूआसागर से भाजपा प्रत्याशी सुशीला कुशवाहा, गुरसरांय से भाजपा प्रत्याशी जय पाल सिंह, समथर से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र कंसाना विजयी घोषित हुए हैं। इसके अलावा मऊरानीपुर से

नगर पंचायत सीट

बड़ागांव से भाजपा प्रत्याशी मीरा देवी, रानीपुर से निर्दलीय प्रत्याशी मीना देवी, कटेरा से धनीराम निर्दलीय प्रत्याशी, एरच से जयचंद्र राजपूत निर्दलीय प्रत्याशी, टोड़ीफतेहपुर से निर्दलीय प्रत्याशी शिवांगनी, मोठ से निर्दलीय प्रत्याशी मीरा गुसाई, गरौठा से अऱुण कुमार निर्दलीय प्रत्याशी विजयी घोषित किए गए।

भाजपा के गढ़ में निर्दलीय प्रत्याशी लखनऊ ने मारी बाजी

यूपी निकाय चुनाव में नगर निगम के महापौर समेत कुल 60 वार्डों के लिए मतदान हुआ था। महापौर की सीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी एतिहासिक जीत हासिल की है। 60 वार्डों में अधिकतर वार्डों में भाजपा का ही कब्जा है। सबसे ज्यादा जो वार्ड चर्चा में रहा है वह है वार्ड नंबर 53 से निर्दलीय प्रत्याशी लखन कुशवाहा ने 343 वोटों से जीत हासिल की है। वार्ड नंबर 53 को भाजपा का गढ़ माना जाता रहा है। भाजपा का जिला कार्यालय इसी वार्ड में स्थित है। इसके साथ ही झाँसी ललितपुर के सांसद अनुराग शर्मा, शिक्षक एमएलसी बाबूलाल तिवारी, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा, पूर्व शिक्षा मंत्री रविंद्र शुक्ला इसी वार्ड के वोटर है। सदर विधायक रवि शर्मा का मूल निवास भी इसी वार्ड में आता है। भाजपा के सभी दिग्गजों को धता बताते हुए लखन कुशवाहा ने यहां बड़ी जीत हासिल की है।

जनता ने काम पर लगाई मुहर

लखन कुशवाहा पिछली दो बार से भाजपा से ही पार्षद थे। इस बार पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया था। पार्टी ने नाराज होकर वह निर्दलीय मैदान में उतरे। अपने दम पर चुनाव लड़ कर उन्होंने यह जीत हासिल कर ली है। लखन कुशवाहा ने कहा कि यह वार्ड के जनता की जीत है। उनके द्वारा किए गए कामों पर यह जनता की मुहर है। आने वाले पांच सालों में जो काम अधूरे रह गए हैं। उन्हें पूरा किया जाएगा।

निकाय चुनाव में सपा का पूरी तरह सूपड़ा साफ

उत्‍तर प्रदेश निकाय चुनाव में झाँसी में एक अप्रत्‍याक्षित घटना देखने को मिली। नगरी निकाय चुनाव समाजवादी पार्टी के लिए सबसे बुरे सपने की तरह रही। झाँसी के चुनावी इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ की चुनाव में समाजवादी पार्टी का एक भी प्रत्याशी किसी भी तरह का चुनाव नहीं जीत पाया। समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाने वाला मोठ नगर पंचायत चेयरमैन का चुनाव भी सपा अपने ही घर में बुरी तरह से हार गई। नगर निगम के मेयर चुनाव से लेकर नगर निगम के सभी 60 वार्ड इसके अलावा सभी नगर पंचायत और नगर पालिका परिषद के चुनाव में समाजवादी पार्टी का एक भी प्रत्याशी जीतना तो दूर दूसरे नंबर पर भी नहीं आ पाया।

झाँसी में पहला चुनाव ऐसा है जिसमें समाजवादी पार्टी की पूरी तरह से दुर्गत नजर आई। नगरीय निकाय चुनाव की मतगणना से 2 दिन पहले समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व सांसद चंद्रपाल सिंह यादव पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर देने के बाद अब समाजवादी पार्टी का नगरीय निकाय चुनाव पूरी तरह से खराब हो गया। समाजवादी पार्टी मेयर के चुनाव में चौथे नंबर पर आई। हर बार सपा मेयर के चुनाव में दूसरे नंबर पर रहती थी लेकिन इस बार के चुनाव में समाजवादी पार्टी चौथे नंबर की कांग्रेस से भी हार गई। इसके अलावा झाँसी की पांच नगर पालिका परिषद और सात नगर पंचायतों में एक भी समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी जीत नहीं पाया। पिछली बार मोठ नगर पंचायत के चेयरमैन समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी था। इस बार सपा अपने घर में तीसरे नंबर पर आई। मोठ नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी चुनाव बुरी तरह से हार गया।

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