ज्योतिषाचार्य धनेश मणि ने सीएम योगी से की मांग, गोरखपुर-अयोध्या मेयर के लिए किसी ब्राह्मण या सन्त को दें टिकट

UP Nikay Chunav: धर्म जागरण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ धनेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि अगर पार्टी ऐसा करती है तो समस्त ब्राह्मण समाज, प्रबुद्ध वर्ग, संत समाज एवं ज्योतिष जगत पूरे देश से एकत्रित होकर इनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रचार-प्रसार करेगा।

Update:2023-04-13 17:45 IST
Jyotishacharya Dhanesh Mani Tripathi (Image: Newstrack)

UP Nikay Chunav 2023: नगर निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है। तारीखें घोषित हो चुकी हैं। कई पार्टियों ने प्रदेश में होने वाले मेयर पद के चुनाव के लिए अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा भी कर दी है। प्रदेश में मेयर की कुल 17 सीटें हैं जिनमे आठ सीट अनारक्षित है।

गोरखपुर, अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज एवं मथुरा-वृंदावन आध्यात्मिक नगरों में वर्षों बाद मेयर सीट सामान्य वर्ग के लिए घोषित हुआ है। इसी क्रम में 'धर्म जागरण मंच' के तत्वाधान में एक बैठक हुई जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ से यह मांग की गयी कि भाजपा इन शहरों में किसी तेजस्वी ब्राह्मण एवं सन्त समाज भगवाधारी को ही टिकट दे।

धर्म जागरण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ धनेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि अगर पार्टी ऐसा करती है तो समस्त ब्राह्मण समाज, प्रबुद्ध वर्ग, संत समाज एवं ज्योतिष जगत पूरे देश से एकत्रित होकर इनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रचार-प्रसार करेगा।

डॉ.धनेश मणि ने कहा कि अभी तक हमने सामाजिक, ज्योतिष और सनातन धर्म के लिए पूरे देश-विदेश में काम किया है, पर अब धर्मसम्राट स्वामी श्री करपात्री जी महाराज के सिद्धांतों से प्रेरित होकर राजधर्म (राजनीति) में भी हम अपनी भूमिका का निर्वहन करते रहेंगे। उनकी कृपा से हमें ब्राह्मण, सन्तों का आशीर्वाद भरपूर मिल रहा है, जिसके कारण हमने पहल शुरू कर दी है।

यही नहीं ज्योतिषचार्य डॉ धनेश मणि त्रिपाठी ने मेयर पद के लिए कुछ प्राथमिकताएं भी निर्धारित की जो इस प्रकार होगी:-

प्लास्टिक थैलियों के ट्रक को प्रवेश नहीं होने देंगे शहर में

छोटे-छोटे व्यापारी एवं सामान्य जीवन यापन करने वाले ग्राहकों पर प्लास्टिक थैली के लिए जुर्माना लगाने के बजाय प्लास्टिक का उत्पादन रोक कर विकल्प के रूप में टेक्नोलॉजी अपडेट करके उन्हीं फैक्ट्रियों से या कुटीर उद्योग के माध्यम से पत्तों से थैली बनाना, इससे लघु उद्योग, कुटीर उद्योग को बढ़ावा एवं रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे पृथ्वी, प्रकृति प्रदूषित होने से तो बचेगी ही तमाम आपदाओं से भी हम बच सकेंगे।

नगर निगम की सीमा के अंतर्गत नहीं चलने देंगे कत्लखाने

किसी भी पशु की हत्या खासकर गौ हत्या शहर में होने से प्रदूषण तो फैलता ही है , पाप भी बढ़ता है। धर्म शास्त्रों के अनुसार राजधर्म, कर्म सात्विक होने से जहां प्रजा आनंदित होती है, वहीं दूषित होने से नगरवासी प्रभावित होते हैं, जिसके प्रभाव से मानवता एवं नगर का विकास बाधित होता है।

शहर में जलजमाव की समस्या से निजात दिलाना

क्या होगा तरीका ?- बारिश का जल परम पवित्र होता है इसे शहर में रुकने के बजाज जलाशय/नदियों तक जाने का मार्ग प्रशस्त करना।

नाली के पानी को शहर से बाहर कृषि योग्य भूमि तक पहुंचाना।

दूषित जल पीने से विविध प्रकार के रोग होते हैं।
समाधान- उत्तम स्वस्थ्य हेतु शुद्ध जल प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाने की प्राथमिकता।

डॉ. धनेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि इन आध्यात्मिक नगरों में मेयर कोई भी हो इतने काम तो अवश्य करने होंगे।

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