गंगा की जलधारा में समाये घर के चिराग की तलाश में पथराई मां-बाप की आखें
Kannauj News: जिले के एक गांव के युवकों के साथ गंगाजल लेने गया एक 20 वर्षीय युवक गंगा की जलधारा में समा गया। 24 घंटे बीतने के बाद भी साथियों और गोताखोरों की तलाश के बाद भी युवक की बरामदगी नहीं ही सकी है।
Kannauj News: जिले के एक गांव के युवकों के साथ गंगाजल लेने गया एक 20 वर्षीय युवक गंगा की जलधारा में समा गया। 24 घंटे बीतने के बाद भी साथियों और गोताखोरों की तलाश के बाद भी युवक की बरामदगी नहीं ही सकी है। जवान बेटे को खोने के गम में मां बाप से लेकर परिजनों का बुरा हाल है। वहीं गांव के ग्रामीण भी गमजादा नजर आ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक तिर्वा नगर के मां काली देवी मंदिर में रुद्राभिषेक का कार्यक्रम होने के कारण बाबा भोलेनाथ का श्रंगार करने को कन्नौज के तिर्वा कोतवाली के गांव महतेपुर्वा निवासी आलोक द्विवेदी का बड़ा पुत्र 20 वर्ष जगदम्बा अपने गांव के अन्य कई साथियों के साथ ट्रैक्टर से कन्नौज के महादेवी घाट पर गंगा जल लेने गया था। शुक्रवार की दोपहर गंगा जल लेने के पहले जगदम्बा ने पहले अपने अन्य साथियों के साथ गंगा स्नान किया, उसके बाद केनों में जल भरा।
गंगाजल लेने के बाद एक बार फिर जगदम्बा अपने गांव के साथियों के साथ गंगा में स्नान करने लगा। इसी बीच गंगा की जलधारा में जगदम्बा डूब गया। गांव के अन्य साथियों राघव द्विवेदी, सागर, विजय, सप्पू, आदि ने जब अपने साथी को पानी में डूबते देखा तो बचाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक वह गंगा की गहरी जलधारा में डूब चुका था। आनन फानन में मौके पर मौजूद पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद गोताखोरों को युवक की तलाश के लिये लगाया गया। शुक्रवार की देर सायं तक युवक की तलाश नहीं हो सकी थी। उधर गांव में जब घटना की सूचना पहुंची तो युवक के परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में गंगा घाट के लिये रवाना हो गये।
गांव में शोक का माहौल
शनिवार की सुबह शुरू हुई तलाश के बाद भी जब युवक का पता नहीं चल सका तो परिजनों का हाल बेहाल हो गया। जवान बेटे के इंतजार में मां बाप की आखें पथरा सी गई, वहीं परिजनों का रोने बिलखने का सिलसिला जारी था। गांव में शोक का माहौल नजर आ रहा था। जगदम्बा के पिता आलोक ने बताया कि वह पुलिस भर्ती की भी तैयारी कर रहा था। आलोक के छोटा पुत्र देवेंद्र और पत्नी के अलावा दो बेटियां भी हैं। बेटियों की शादी हो चुकी है। उपरोक्त घटना की घटित होने के बाद परिजनों का हाल बेहाल है। वहीं जगदम्बा की मां सीमा देवी और पिता आलोक अपने बेटे के इंतजार में बेसुध हो गये हैं। टकटकी लगाये रास्ते की ओर निहार रहे हैं कि उनका बेटा गंगा मइया उनको वापस कर देंगी। उधर गंगा में जगदम्बा की तलाश को घटनास्थल पर गांव के कई लोग गोताखोरों के साथ डटे हुये हैं। अभी तक सफलता नहीं मिल सकी है।