Kannauj News: अवैध दुकानदारों की दुकानों पर चला पालिका का बुलडोजर‚ मचा हड़कंप
Kannauj News: जीटी रोड स्थित पालिका की जमीन पर तकरीबन एक दर्जन लोग कई सालों से अवैध रूप से कब्जा करते हुए फर्नीचर की दुकान रखे थे।
Kannauj News: यूपी के कन्नौज जिले में जीटी रोड गुरसहायगंज पूर्वी क्रासिंग के समीप कई वर्षों से काबिज फर्नीचर की दुकानों के दुकानदारों से पालिका ने आखिरकार जमीन खाली करवा ली। इस मौके पर नगर पालिका ईओ अनिल कुमार, कार्यालय अधीक्षक आरपी सिंह पालिका कर्मियों की टीम ने मौके पर पहुंचकर पहले अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी। इसके कुछ ही देर बाद अचानक से पालिका कर्मियों की टीम के साथ जेसीबी (बुलडोजर) भी मौके पर पहुंच गया‚ जिससे दुकानदारों में हड़कंप मच गया।
पालिका कर्मियों ने जैसे ही जेसीबी की मदद से अतिक्रमण हटाना शुरू किया तो दुकानदारों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। लेकिन पालिका प्रशासन के आगे दुकानदारों की अधिकारियों ने बिलकुल नहीं सुनी और दुकानों पर बुलडोजर चलवाना शुरू कर दिया जिससे दुकानदारों की दुकानों को तोड़ दिया गया। पालिका प्रशासन की इस कार्यवाही से दुकानदारों में आक्रोश है। उनका कहना है कि यह लोग जेसीबी लेकर अचानक आ गये और दुकानों को तोड़ने लगे।
बुलडोजर से हटाया गया अतिक्रमण
गुरसहायगंज क्रॉसिंग के समीप पावर हाउस के निकट जीटी रोड स्थित पालिका की जमीन पर तकरीबन एक दर्जन लोग कई सालों से अवैध रूप से कब्जा करते हुए फर्नीचर की दुकान रखे थे। पालिका कर्मियों ने एक घंटे का समय देकर अतिक्रमण हटवाने की चेतावनी दी। लोगों ने आनन-फानन में सामान निकलवाना शुरू किया। इसके बाद बुलडोजर से दुकानों के टीन शेड गिरा दिए गए। पालिका प्रशासन की मानें तो पालिका प्रशासन चार दिन से मुनादी करा रहा है। लगातार अपने-अपने कब्जे हटाने के लिए अवैध कब्जा किए हुए दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी जा रही है। इसके बावजूद अतिक्रमणकारी दुकानदार अनदेखी करते नजर आये जिससे पालिका प्रशासन ने अवैध कब्जेदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को बुलडोजर से हटाकर पालिका की जमीन को कब्जा मुक्त कराया है।
दुकानदार बोले सन् 70–80 से हैं काबिज
पीड़ित दुकानदार विनोद कुमार ने बताया कि हम लोगों को यहां 20–30 सालें हो गई हैं‚ तब से दुकानें रखे हुए है‚ लेकिन अचानक यह लोग यहां आकर दुकानें गिराने लगे। पीड़ित दुकानदार फैजुद्दीन खान ने बताया कि यह मामला सन् 80 से चल रहा है जिसमें विरासत भी दर्ज है चार लोगों के नाम अब वह जबरदस्ती हटा रहे है‚कोई नोटिस नही दिया। पहले इस पर स्टे था जो खारिज हो गया है। जिसके बाद जेसीबी लाकर तोड़फोड़ करने लगे। सन् 70 से हम लोग काबिज है। जिससे लगभग 64 सालें हो गई है।