Kannauj News: 21 को होगी कोर्ट में सुनवाई, उससे पहले जानें नवाब सिंह यादव और पीड़िता की बुआ के बीच का क्या है कनेक्शन
Kannauj News: सूत्रों की मानें तो पीड़िता की बुआ के पहले से ही नवाब सिंह यादव के साथ सम्बंध जुड़े है। लेकिन किस तरह के सम्बन्ध थे यह कुछ भी कहना ठीक नही है।
Kannauj News: कन्नौज जिले में नवाब सिंह यादव मामले में एक के बाद एक राज खुलते चले जा रहे है। एक तरफ जहाँ कोर्ट में इस मामले ने सुनवाई की 21 तारीख को तय कर दी है तो वहीं दूसरी ओर पुलिस पीड़िता की बुआ की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही है और बुआ के नम्बर की काॅल डिटेल भी खंगाल रही है। सूत्रों की मानें तो नवाब सिंह और पीड़िता की बुआ के बीच काफी गहरे सम्बन्ध होने की बात भी सामने आ रही है, जिसकी पहले भी आपस में कई बार बाते हुई है और यह भी बात सामने आ रही है कि इन दोनों के बीच इस घटना से पहले कुछ पैसा भी बुआ के खाते में दिया गया है। इन सब बातों से यह साफ जाहिर होता है कि बुआ और नवाब सिंह के बीच पहले से कोई न कोई कनेक्शन अवश्य था।
बुआ पुलिस की गिरफ्त से है दूर
कन्नौज जिले में चर्चित कांड में बुआ की मुख्य भूमिका बताई जा रही है। बुआ की सच्चाई जब पुलिस के सामने आई तो पुलिस ने बुआ के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन बुआ को जैसे ही पुलिस की कार्यवाही की भनक लगी, बआ पुलिस को चकमा देकर फरार हो गयी और अब पुलिस की कई टीमें बुआ को पकड़ने में लगी हुई है लेकिन बुआ पुलिस की गिरफ्त से बहुत दूर है। पुलिस बुआ की तलाश में लगातार उनके ठिकानों पर दबिश दे रही है रिश्तेदारों से लेकर मिलने वालों तक के ठिकानों को खंगाला जा रहा है। पुलिस का कहना है कि बहुत जल्द बुआ उनकी गिरफ्त में होगी।
बुआ और नवाब सिंह के बीच क्या है कनेक्शन
सूत्रों की मानें तो पीड़िता की बुआ के पहले से ही नवाब सिंह यादव के साथ सम्बंध जुड़े है। लेकिन किस तरह के सम्बन्ध थे यह कुछ भी कहना ठीक नही है, हालांकि बुआ पर नवाब सिंह यादव खास भरोसा करते थे, इसी भरोसे से बुआ के एक फोन काॅल करने पर नवाब सिंह यादव रात के समय भी अकेले अपने काॅलेज पहुंच गये और फिर क्या हुआ यह सब जानते है। हालांकि नवाब सिंह यादव अपने बचाव में यह सब साजिश बता रहे है लेकिन वहीं पुलिस ने रंगे हांथो मौके से पकड़ा जाना बताते हुए तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की है। अब क्या सच है और क्या झूंठ यह तो न्यायालय के समक्ष साक्ष्य प्रस्तुत करने के बाद न्यायालय के फैसले पर ही निर्भर है। हालांकि नवाब सिंह यादव की मुशीबतें और बढ़ती नजर आ रही है।