Kannauj News: इस बार बजट से इत्र व्यापारियों को बड़ी उम्मीद, जानिए क्या कहते हैं व्यापारी

Kannauj News: इत्र व्यापारियों का कहना है कि इस बार के बजट में इत्र व्यापारियों का ख्याल रखा जाये क्योंकि इत्र व्यापार पर 18 प्रतिशत टैक्स की मार काफी महंगी पड़ रही है।

Update: 2024-07-21 10:36 GMT

Kannauj News (Pic: Newstrack)

Kannauj News: देश और दुनियां में अपनी खूशबू से पहचान बनाने वाला इत्र नगरी है कन्नौज। कन्नौज का नाम लेते ही इत्र की खुशबू महकने लगती है और आज यही इत्र की खुशबू टैक्स की मार झेल रही है। जिसका इत्र के व्यापार पर सीधा असर देखने को मिल रहा है, पहले जो इत्र के व्यापार पर 5 प्रतिशत टैक्स इत्र व्यापारियों को देना होता था, आज वह बढ़कर 18 प्रतिशत हो गया है। इस कारण इत्र व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनका कहना है कि बढ़ते टैक्स की वजह से उनके व्यापार में फायदा कम हो रहा है। इस बार जो बजट आये उसमें उनको टैक्स में छूट दी जाये। इस नये बजट को लेकर आखिर क्या कहते हैं कन्नौज इत्र नगरी के व्यवसायी आइये जानते हैं उनकी इस नये बजट को लेकर राय।

जुलाई में पेश होगा बजट

आपको बताते चलें कि देश में इस बार तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी है, जिसके बाद मंत्रीमंडल का गठन होने के बाद अब वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी को निभाने वाली निर्मला सीतारमण अपना पहला बजट पेश करने वाली हैं। जिसको लेकर तैयारियां की जा रही है। हालांकि यह बजट जुलाई मे पेश होने जा रहा है, जिसके लिए सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया है। लेकिन इसको लेकर व्यापारियों में खास उत्सुकता देखने को मिल रही है। खासकर यूपी के कन्नौज जिले की बात करें तो यहां इत्र व्यापारियों का कहना है कि इस बार के बजट में इत्र व्यापारियों का ख्याल रखा जाये क्योंकि इत्र व्यापार पर 18 प्रतिशत टैक्स की मार काफी महंगी पड़ रही है।


टैक्स को लेकर नाराजगी

इत्र व्यापारी सैफी मुस्तफा ने मोदी को तीसरी बार सरकार बनाने पर बधाई देते हुए इत्र पर अधिक टैक्स होने की बात कही। उनका कहना है कि सरकार ने इत्र व्यापार को लेकर कुछ भी नही किया। जो गुलाब जल टैक्स फ्री था आज उस पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगा दी गई है। इससे छोटे व्यापारियों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है, क्यों कि वह गुलकंद जैसे इत्र से जुड़े व्यापार को कम पूंजी लगाकर शुरू कर लेते थे, लेकिन अब उस पर टैक्स लग जाने से छोटे व्यापारियों की परेशानी ज्यादा बढ़ गई है।

व्यापारियों को नहीं मिल रहा पूरा लाभ

भले ही सरकार ने कन्नौज के इत्र व्यवसाय को वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत लेकर इत्र व्यवसाय को बढ़ावा दिया हो लेकिन इत्र व्यापारियों को इसका भरपूर लाभ नहीं मिल पा रहा है। इत्र व्यवसाय से जुड़े व्यापारी आज भी सरकार से यही मांग कर रहे हैं कि उनकी समस्याओं को दूर किया जाये। इस बार के बजट में कन्नौज के इत्र को प्राथमिकता देते हुए कन्नौज जिले में जो इत्र पार्क निर्माणाधीन है। उसको बजट में लेकर पूरा किया जाये ताकि इत्र व्यापारियों को उसका लाभ मिल सके। व्यापारियों का कहना है कि अगर इस बार कन्नौज इत्र नगरी के लिए अच्छा बजट आता है और परफ्यूम पार्क के लिए बजट दिया जाता है तो इत्र व्यापारी अपनी शाॅप और फैक्ट्री उसमें खोलकर व्यापार को अच्छे आयाम तक ले जा सकते है।


इत्र पार्क बनाने की मांग

इत्र एसोसिएशन अध्यक्ष पवन त्रिवेदी ने इस बजट को लेकर कहा कि हम सभी व्यापारियों की तरफ से यह मांग है कि जो इत्र पर जीएसटी 18 प्रतिशत लगता है। वह 5 प्रतिशत की दर से लगे क्योंकि इत्र हमारा जो है ज्यादातर मेडिसीन में और पूजा में जाता है। क्योंकि कन्नौज का जो उद्योग है उसके संरक्षण के लिए 5 प्रतिशत जीएसटी कर दिया जाये, तो बहुत अच्छा रहेगा। इत्र पार्क के लिए बराबर हम लोग मांग कर रहे है। जिसको लेकर बहुत जल्द इत्र पार्क कम्पलीट हो जायेगा। इसमें कई चीजें है जिसकी हम लोगों ने मांग गई है। 

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