Kanpur Dehat burnt Case: यूपी की महिला कल्याण मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति बोले - महिलाओं में आग लगाने की टेंडेंसी
Kanpur Dehat burnt alive case: यूपी सरकार में महिला कल्याण मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति अनिल शुक्ला वारसी ने कानपुर कांड पर बयान देने के दौरान महिलाओं को लेकर कुछ ऐसा कह दिया है, जिस पर बवाल मच गया है।
Kanpur Dehat burnt alive case: कानपुर देहात जिले में प्रशासन की अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के दौरान मां-बेटी की जिंदा जलकर हुई मौत के मामले में योगी सरकार की भारी फजीहत हो रही है। एक तरफ जहां सरकार के आला मंत्री से लेकर अफसर तक जहां डैमेज कंट्रोल में जुटे हुए हैं, वहीं सत्तारूढ़ बीजेपी के एक नेता को लगता है कि जो हुआ उसमें जिला प्रशासन का कोई दोष नहीं है।
यूपी सरकार में महिला कल्याण मंत्री प्रतिभा कल्याण मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति अनिल शुक्ला वारसी ने कानपुर कांड पर बयान देने के दौरान महिलाओं को लेकर कुछ ऐसा कह दिया है, जिस पर बवाल मच गया है। पूर्व सांसद वारसी ने कहा कि महिलाओं की आग लगाने की टेंडेंसी होती है। वो जल्दी आग लगाने के लिए उत्सुक हो जाती हैं। उनका भी मरने का कोई इरादा नहीं था। वो चाहती थीं कि हम ये करेंगे तो ये लोग भाग जाएंगे। मगर बड़ा हादसा हो गया।
जिला प्रशासन के आरोपी अधिकारियों को किया बचाव
अनिल शुक्ला वारसी यहीं पर नहीं रूके, उन्होंने घटना के लिए जिम्मेदार माने जा रहे जिला प्रशासन के अधिकारियों का बचाव भी किया। उन्होंने कहा, बात आज की नहीं है, आगे भी इस तरह की घटना होगी। कोई गैर-कानूनी काम होता है और उस पर कोई मर जाता है तो क्या प्रशासन और कानून को इतना ज्यादा खत्म कर देना चाहिए कि वह सही डिसीजन ही नहीं ले पाए ?
भोले-भाले लोग जो अतिक्रमण हटाने के दौरान अपनी ड्यूटी कर रहे थे, उन्हें जेल भेजा जा रहा है और आरोपियों को मुआवजा दिया जा रहा है। मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति पूर्व सांसद वारसी का यह बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। बयान की तीखी आलोचना भी हो रही है। बता दें कि अनिल शुक्ला वारसी ने साल 2007 में बसपा के टिकट पर बिल्हौर लोकसभा सीट से उपचुनाव जीता था। उन्होंने 2014 में भी चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं पाए। वारसी पहले भी अपने बयानों के कारण विवादों में रहे हैं। उनकी पत्नी और बीजेपी विधायक प्रतिभा शुक्ला योगी सरकार में मंत्री हैं।
घटना को लेकर मंत्री प्रतिभा शुक्ल की प्रतिक्रिया
मां-बेटी की जिंदा जलकर मरने का मामला सामने आने के बाद महिला कल्याण राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला सोमवार को घटनास्थल पर गई थीं। यहां उन्होंने कहा था कि मैं इस इलाके की विधायक हूं और यहां ऐसी घटना हो रही है। महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ, ऐसे में मेरा महिला कल्याण विभाग में होना बेकार है। इससे पहले वह कानपुर देहात की जिलाधिकारी नेहा जैन को आड़े हाथों ले चुकी हैं।
पति – पत्नी दोनों हैं बयानवीर
महिला कल्याण राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ल और उनके पति पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी यूपी की राजनीति में बयानवीरों में शुमार हैं। अपने पति की तरह प्रतिभा शुक्ल भी ऐसे बयान देने में माहिर रही हैं, जिसपर खूब बवाल हुआ और वो विवादों में घिरीं। पिछले दिनों राष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम में छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि ये प्यार – व्यार कुछ नहीं होता है। ये तो सिर्फ अपोजिट सेक्स की तरफ आकर्षित करने के लिए है।
महिला कल्याण मंत्री ने आगे कहा था कि मांओं को ये ध्यान रखना चाहिए कि अगर इस उम्र में बेटियां सजधज कर निकल रहीं हैं तो जरूर कहीं गड़बड़ है। उन्होंने ऐसी ही नसीहत बेटों को लेकर भी दी, कहा कि अगर बेटा ज्यादा खर्च करने लगे तो समझ जाएं कि वहां भी कुछ गड़बड़ है।