Cleanliness Campaign: राष्ट्रपति के गांव में युद्ध स्तर पर सफाई अभियान चालू
आगामी 22 जून को अपने पैतिक गांव परौख आ सकते हैं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
कानपुर देहात। आगामी 22 जून को कानपुर देहात के परौख गांव में महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आने की संभावना के चलते पूरा प्रशासन मुस्तैद है। गांव में सफाई अभियान युद्ध स्तर पर शुरु हो गया है। इसी को देखते हुए कल यानि सोमवार को मुख्य मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पांडे ने विभिन्न विभागों के अफसरों के साथ चैपाल लगायी। और गांव के सौन्दर्यीकरण पर विशेष चर्चा भी की थी।
बता दें कि परोख गांव में लोगों से बात करके पता चला कि गांव में सफाई का नामो निशान नहीं है। जगह जगह खुली नालियां, गंदी सड़क देखने को मिल रहा है। इसका जीता जागता सुबूत यही है कि गांव में साथ इतने सफाईकर्मी का लग जाना। मतलब साफ आप समझ सकते हैं, कया, हालत रही होगी इस गाँव की।
आखिर प्रशासन की नींद तभी क्यों खुलती है जब किसी का दौरा होता है। राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, के दौरे के समय ही क्यों चलता सफाई अभियान क्या बाकी समय का वेतन नहीं है लेता प्रशासन। इससे पहले गांव की गलियां और नालियां अपनी बदहाली के आंसू बहा रहे थे।बता दें कि डेरापुर तहसील क्षेत्र का परौख गांव महामहिम राष्ट्रपति जी का पैत्रिक गांव है। जिले की मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पांडे के मुताबिक महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी का आगमन उनके पैत्रिक गांव में हो रहा है। इसलिए इस गांव में सफाई अभियान भी युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।
कार्यों की हो रही है समीक्षा
बता दें कि हर रोज डीएम की अध्यक्षता में सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा की जा रही है। जिला विकास अधिकारी एडीएम प्रसासन, मुख्य विकास अधिकारी के साथ नोडल रहेंगे। संभावित कार्यक्रम में 5 हजार लोगों की भीड़ के लिए स्थान झलकारी बाई व खेत मे सभा स्थल बनाया जायेगा। अलग-अलग तीन हेलीपैड भी परौख गांव में बनाए जाएंगे। लोकार्पण व सिलान्यास का कार्यक्रम भी होगा। उनके आगमन पर कोई कहीं कमी ना रहे इस पर अफसर विशेष चैकन्ना हैं। वही स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव में बनाए गए अब तक 726 शौचालय को एक कलर से रंगाई पुताई कर विभिन्न स्लोगन लिखे जाने के निर्देश दिए गये हैं। वहीं शासन द्वारा जिन योजनाओं से लोगों को लाभान्वित किया गया है उन योजनाओं का विवरण लाभार्थी के स्थल पर दर्ज कराया जाएगा। इसी क्रम में मनरेगा योजना से एक आदर्श तालाब बनाया जाएगा तथा उसी तालाब के आसपास वृक्षारोपण का कार्य भी होगा।