Kanpur: खाकी की दया में अजय ठाकुर बना हिस्ट्रीशीटर, दर्ज हैं 26 मुुकदमे

Kanpur News: उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस ने एक लाख के इनामी बदमाश अजय ठाकुर को दिल्ली से अरेस्ट किया।

Report :  Anup Pandey
Update: 2024-02-29 11:48 GMT

अजय ठाकुर को कानपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार source: Newstrack 

Kanpur News: कानपुर नगर बर्रा थाने से एक लाख के ईनामी हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर को डीसीपी और एडीसीपी की टीम ने सर्विलांस की मदद से दिल्ली में पकड़ लिया। इस हिस्ट्रीशीटर पर बर्रा थाने में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमें तो आस-पास के थानों में आधा दर्जन मुकदमें दर्ज है।

पुलिस को एक माह से थी तलाश

बीते माह एक नाबालिग लड़की द्वारा अजय समेत अन्य साथियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। वहीं एक बाइक रैली में पथराव हुआ था। जिसका मुकदमा पुलिस ने अजय ठाकुर के ऊपर दर्ज किया था। जिसके बाद पुलिस ने अजय के दो साथियों को जेल भेज दिया था। इन सब के बाद अजय ठाकुर फरार हो गया था। जहां पुलिस लगातार दबीश दे रही थी। इसके बाद पुलिस ने अजय ठाकुर पर 25 हजार का ईनाम घोषित किया था। उसके बाद लगातार फरार चल रहे अजय पर पुलिस ने पचास हजार का ईनाम घोषित कर दिया था। लेकिन अजय ठाकुर पुलिस की आंख में धूल झोंक बराबर फरार चल रहा था। जिसको देख आलाकमान अधिकारियों ने अजय पर एक लाख ईनाम घोषित कर दिया। दबिश के लिए कई टीमें लगा दी। जहां देर रात पुलिस ने आरोपित अजय ठाकुर को दिल्ली के रोहिणी इलाके से गिरफ्तार कर लिया।

जरौली निवासी है हिस्ट्रीशीटर

शातिर अपराधी अजय ठाकुर जो मूल रूप से जरौली का रहने वाला है। जिसकी उम्र करीब 25 वर्ष है। छोटी उम्र से ही दोस्तों की संगति में बिगड़ गया और अपराध की श्रेणी में आ गया। आए दिन मारपीट करना तो जैसे शौक बन चुका था। जिसमें इसके तीन से चार थानों में दर्जनों मुकदमें दर्ज़ हुए। लेकिन इस अपराधी को शरण देने में पुलिस और राजनेता सबसे आगे दिखे। जिसके चलते अजय ठाकुर ने अपने दर्जनों साथियों के साथ मिलकर खुद का गैंग बना लिया।आए दिन मारपीट, अपने से छोटे लड़को को अपना ग्राहक बनाना और अपने गैंग में शामिल कर अपराधी बनाना चालू कर दिया। स्कूली छात्रों को मार  पीट कर पैसे लूट लेना आम बात हो चुकी थी। इस अपराधी की शिकायत करने से सब छात्र डरते थे। जिससे अजय को बढ़ावा मिलता गया और वह बड़ा अपराधी हो गया।

 अपने गिरोह के साथ अजय ठाकुर source: Newstrack 

पुलिस और नेताओं का मिला संरक्षण

फेसबुक और सोशल मीडिया में अजय ठाकुर की फोटो पुलिस और नेताओं के साथ दिखाई देती है। जिससे माना जा रहा है कि इस अपराधी को संरक्षण देने में कानपुर पुलिस और नेता भी शामिल है। अजय ठाकुर का आतंक बढ़ने पर पुलिस के अधिकारियों ने अजय ठाकुर पर चल रहे सभी मुकदमें निकाले और इस पर कार्यवाही करने को कहा। पुलिस को एक्टिव देख अजय ठाकुर सतर्क हो गया। बता दें अजय ठाकुर मिशन मोदी पीएम अगेन बीजेपी के युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष बना। दिन पर दिन अजय ठाकुर की शिकायतों से पुलिस के आलाधिकारी परेशान हो चुके थे। अजय ठाकुर की गिरफ्तारी का आदेश दे दिए गये। गिरफ्तारी के आदेश होते ही अजय फरार हो गया। जहां घाटमपुर, रूरा, पंजाब से होते हुए दिल्ली में अपना ठिकाना  बना लिया।

किशोरी का वीडियो बना दी धमकी 

बर्रा में एक किराए पर रहने वाली किशोरी का अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी दी। इसके बाद उस पर मुकदमा दर्ज हुआ। जेल से छूटने के बाद अजय ठाकुर ने 22 जनवरी को अभय भदौरिया, अर्पित ठाकुर, शिवांग, अभय, टोबो समेत आठ लोगों ने मिलकर अपना दल की रैली पर पथराव किया। जिसमें पुलिस दो आरोपियों को जेल भेज चुकी है।

डीसीपी दक्षिण रविन्द्र कुमार ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी

विवेचना के क्रम में आरोपी अजय ठाकुर उर्फ अजय सिंह की गिरफ्तारी के लिए दिनांक 16 फरवरी को 1,00,000/- रुपए का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस उपायुक्त दक्षिण रविंद्र कुमार द्वारा टीम का गठन किया गया था। पुलिस उपायुक्त दक्षिण द्वारा सर्विलांस रिपोर्ट के आधार पर दिनांक 28 फरवरी को आरोपी अजय ठाकुर उर्फ अजय सिंह पुत्र मुन्ना सिंह को थाना प्रेमनगर जिला रोहिणी दिल्ली के पास से गिरफ्तार कर लिया है। जहां विधिक कार्यवाही करते हुए न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।

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