Kanpur News: भाजपा कार्यकर्ताओं के घेराव के बाद लखनऊ के सिख समाज ने पुलिस कमिश्नर ऑफिस में दिया गया ज्ञापन
Kanpur News: सिख दवा व्यापारी अमोलदीप व भाजपा पार्षद पति का विवाद अब पुलिस प्रशाशन के गले की हड्डी बनता जा रहा है। देर रात भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस आयुक्त कानपुर कार्यालय का घेराव और हंगामे के बाद आज गुरुवार को लखनऊ से आएं।
Kanpur News: सिख दवा व्यापारी अमोलदीप व भाजपा पार्षद पति का विवाद अब पुलिस प्रशाशन के गले की हड्डी बनता जा रहा है। देर रात भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस आयुक्त कानपुर कार्यालय का घेराव और हंगामे के बाद आज गुरुवार को लखनऊ से आए। सिख समाज के एक जत्थे ने पुलिस कमिश्नर कानपुर ऑफिस में एक ज्ञापन दिया।
सिखी मेरी पहचान संस्था ने दिया ज्ञापन
लखनऊ से आई 'सिखी मेरी पहचान' सिखों की सामाजिक संस्था ने मांग की जल्द से जल्द अमोलदीप के साथ बर्बरता करने वाले भाजपा पार्षद पति समेत सभी आरोपियों पर 307 आईपीसी की धारा बढ़ाई जाए। इसके साथ ही जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ़्तारी कर के उन्हें जेल भेजा जाए।पूरे विवाद में सिख समाज के साथ विपक्षी दलों ने भी सक्रियता बढ़ाई हुई है।इस पूरे मामले में लखनऊ से आये जत्थे की अगवानी कर रहे दिलप्रीत सिंह ने कहा कि मामले में उत्तरप्रदेश से लेकर पंजाब, हरियाणा तक के सिख संगठनों की इस पूरे मामले में नजर बनी हुई है।अमोलदीप के साथ इंसाफ न हुआ तो एक बड़ा आंदोलन की रूप रेखा तय की जाएगी।
दवा व्यापारी मामले में एक तरफा कार्यवाही होने पर पार्षद पति के पक्ष में सैकड़ों भाजपा नेता मैदान में उतर आए।भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल पुलिस कमिश्नर ऑफिस मिलने पहुंचा। और नारेबाजी कर निष्पक्ष कार्यवाही करने की मांग की।नारेबाजी करते हुए भाजपा नेताओं ने कहा की पुलिस समाजवादी पार्टी के दवाब में कार्य कर रही है।
सत्ता पक्ष के नेताओं ने कहा कि पुलिस निष्पक्ष होकर करे पूरे मामले की जांच
रायपुरवा में कुछ दिनों पहले गाड़ी ओवर टेक मामले में दवा व्यापारी सिख समाज के अमोलदीप के साथ भाजपा पार्षद पति अंकित शुक्ला ने अपने साथियों के साथ मारपीट कर दी थी। जिसमें व्यापारी के गंभीर चोट आ गई थी। वहीं मारपीट में व्यापारी की एक आंख ज्यादा चोटहिल हो गई थी। व्यापारी का इलाज दिल्ली के एक अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज़ कर लिया था। लेकीन मामला हल्की धाराओं में दर्ज़ होने के बाद मामले ने तुल पकड़ लिया। जिसके बाद से सिख समाज व विपक्ष पार्टी के नेता अमोलदिप के परिवार के साथ न्याय को लेकर प्रदर्शन करने लगे। सिख समाज के आगे आने व मामले को बढ़ता देख पुलिस ने मुकदमे में धाराएं बढ़ा दी। और आरोपियों की गिरफ्तारी करने को लेकर ईनाम भी घोषित कर दिया।तो वहीं एकतरफा कार्यवाही को देख भाजपा के कार्यकर्ता भी पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंच गए। और पुलिस कमिश्नर कार्यालय घेर लिया। और निष्पक्ष कार्यवाही की मांग की।
भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल पुलिस कमिश्नर से मिला
एकतरफा कार्यवाही को देख भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंचा। जिसमें विधानसभा अध्यक्ष पीआरओ, भाजपा नेता राकेश तिवारी, विनोद गुप्ता अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ निष्पक्ष कार्यवाही को लेकर नारेबाज़ी करने लगे।तमाम सबूतो और वीडियो के साथ हाथों में तख्तियां लेकर धरने पर बैठ गए।
आमने सामने की हुई लड़ाई
इस मामले में बीजेपी बनाम सिख समाज की आमने सामने की लड़ाई आ गई है। जहां पूरा सिख समाज आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन कर रहा है।अन्य पार्टी के नेता भी पीढ़ित परिवार के साथ मैदान में उतर आए है।पार्षद पति व अन्य आरोपियों के खिलाफ हो रही एकतरफा कार्यवाही को देख भाजपा पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता भी पार्षद के पक्ष में आ गए है।
पुलिस कमिश्नर को दिया ज्ञापन
पुलिस कमिश्नर कार्यालय भाजपा कार्यकर्ताओ के पहुंचने की सूचना मिलने पर पुलिस फोर्स तैनात हो गई।और पुलिस आलाधिकारी भी मौजूद हो गए।पुलिस की कार्यवाही को देख सत्ता पक्ष के नेता पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे। पुलिस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता राकेश तिवारी ने कहा की इतनी जल्दी ईनाम घोषित क्यों किया गया। क्या पार्षद का परिवार अपराधी है क्या। पहले भी कोई मुकदमा दर्ज है क्या। पुलिस ने समाजवादी पार्टी के दबाव में यह कार्य किया है। इससे कार्यकर्त्ता नाराज है। यदि कोई अपनी पत्नी के साथ जा रहा है। और उसके साथ रास्ते में कोई बदतमीजी करेगा तो उसके साथ मारपीट होगी। यदि मारपीट होगी तो हो सकता दोनों पक्षों में कोई ज्यादा मार खा जाएं। यदि अंकित शुक्ला को जेल जाना पड़ा तो भाजपा के हजारों कार्यकर्ता साथ में जेल जायेंगे।