Kanpur News: बहू की हत्या कर जेठ फांसी पर झूला, मरने से पहले बनाया वीडियो

Kanpur News: छोटा भाई जब घर आया तो दोनों लोगों के शव देख भौचक रह गया। ये घटना न्यू आजाद नगर की है।

Report :  Anup Pandey
Update: 2024-06-27 05:10 GMT

बहू की हत्या कर जेठ फांसी पर झूला  (photo: social media )

Kanpur News: कानपुर ज़िले में एक ऐसा मामला सामने आया है कि जहां छोटे भाई की शादी करने के बाद घर की सभी खुशियां छीन गई थी। और नाते रिश्तेदार गली मोहल्ले में बदनामी सी हो गई थी। जिस कारण इज्जत को बचाने के लिए बड़े भाई ने छोटे भाई की पत्नी की हत्या कर खुद फांसी पर झूल गया। छोटा भाई जब घर आया तो दोनों लोगों के शव देख भौचक रह गया। ये घटना न्यू आजाद नगर की है।

हत्या और सुसाइड से पहले बनाया वीडियो

मृतक कुलदीप वीडियो में कह रहा है। घर में कोई नहीं है, सिर्फ हम ही हैं अकेले। बहू को मारने के पहले मम्मी को बुआ के यहां छोड़ दिया था। लेकिन मार नहीं पाए। हम छः महीने से सो नहीं पाए हैं। सबसे हंसकर बात करते है। लेकिन कितना दर्द है हम ही जानते हैं। घर की कलह इतनी बेकार होती है हम जानते हैं। हम उस दिन को कोसते हैं। जिस दिन हमने अपने भाई की शादी करवाई थी। आज बहू को मार कर कलंकी भी बन गए हैं। और इसको मार कर खुद भी मर जायेंगे। क्योंकि आज तक हमने एक चीटी मारने से पहले सौ बार सोचा है। लेकिन आज एक औरत का खून कर दिया। जिंदा तो रहने का हमको भी कोई हक नहीं है। किया तो हमने भी बहुत गलत है। लेकिन क्या करें हमारे पास कोई और चारा नहीं था। हमने तीन साल इसको बहुत बर्दास्त किया। इतना झूठ बोला कि मेरा पूरा घर बर्बाद कर दिया। मेरे मम्मी पापा ने पाई पाई जोड़कर हम लोगों को इतना बड़ा किया। किसी तरह घर संभाला आज घर बहुत टूट रहा है। हमें बहुत खल रहा हैं। हम अपने आसू बता नहीं सकते किसी से, कि हम कितना रो रहे है। हमने छः महीने पहले प्लान बना लिया था कि इसको मार कर हम मर जायेंगे। यहीं एक तरीका है कोई और तरीका नहीं।

छः महीने से कोशिश करते रहें लेकिन सफल नहीं हुए। लेकिन आज मेरे पास आखिरी दिन था। क्योंकि अशोक जम्मू से वापस और मेरा परिवार भी वापस आ जायेगा। घर हमारा कभी खाली नहीं रहेगा। फिर हमको कभी मौका नहीं मिलेगा। हमने आज सोचा आज आखिरी समय है। इसको आज मार डालें। वरना जिंदगी भर यह कलह मची रहेगी। न हम लोग चैन से सोएंगे न ये, ये सुधर सकती थी लेकिन बहू के मायके वालों ने सुधरने नहीं दिया। इसके मम्मी पापा ने हमेशा अपनी बेटी का पक्ष लिया। रोज घंटे घंटे भर बात करती थी। मम्मी बहू का मंगल सूत्र कभी चोरी नहीं हुआ है। हमने खुद सुना है। इसकी रेनू भाभी ने कहा था। मंगल सूत्र छुपा दो,अशोक जो एक लाख की बीसी डाले है। उससे बड़ा सा मंगल सूत्र बनवा लो। हमने कुछ बताया नहीं क्योंकि हमने इसको मारने का प्लान बना ही लिया था। इसको एक न एक दिन मार ही डालेंगे। जितने दिन जी रहें हैं उतने दिन सकून से ये भी जी ले और हम भी जी ले।

तलाक करवाने की भी कही थी भाई ने बात 

बहू का भाई चाहता तो सब सही हो जाता। हमने उसके हाथ पाव सब जोड़े। हमने उससे कहा भी तलाक करवा लो। दोनों परिवार खुश रहेंगे, और तुम्हारी बहन भी। लेकिन वो धमकी देता रहा। मम्मी जी हमको माफ कर देना हमने बहुत गलत किया है। अगर हम जिंदा रहें तो हम जेल गए तो हमारे बीबी बच्चों की जिंदगी बर्बाद हो जायेगी। ऐसे में हम मर जायेंगे तो सब को सकून मिल जायेगा। इनके घर वालों को भी और इंसाफ भी हो जायेगा। हमने बहुत गलत कर दिया है। हमने एक अौरत का खून कर दिया है। तीन साल में व्यवहार को खराब कर दिया। मम्मी और मोहल्ले वालों हमको माफ कर देना। हमने अगर किसी से गलत बात की हो। आज नहीं तो कल हमको मरना ही है। इस लिए हम भी अपनी जान दे देंगे। इस बढ़िया भला करके ही मरे। क्योंकि हमने ही भाई की शादी कराके जिंदगी बर्बाद की थी। मेरा भाई रो रहा हैं तो हम चैन से कैसे सो जाएंगे। हम उन भाईयो में नहीं है, किसी का घर बिगाड़ कर चैन से सोए। हमने अपने भाई को गोदी में बच्चें की तरह बचपन से खिलाया था। उसको रोता देख हम भी नहीं जी सकते है। हमको माफ कर देना।

बाबा से एक बात जरूर कहना हम तुमसे इतना प्यार करते थे। तुमने एक पास बुक के चक्कर में दोनों बच्चों की कसम भी खाई। और तुमने हमको चार सौ बीस कह दिया। बाबा हमने तुम्हारा क्या बिगाड़ा था। कितना किया तुम्हारे लिए कोई नहीं करता है। हमने किया तुम्हारे लिए। जबकि तुमने मेरे मम्मी पापा के ऊपर बहुत अत्याचार किए। फिर भी हमने सब भूला दिया कि आप बूढ़ मनई हो। बाबा तुमसे ऐसी उम्मीद नहीं थी। रोशनी हमें माफ कर देना। तुम कहती थीं चुप क्यों रहते हो इसी लिए चुप रहते थे। मेरा किसी काम में मन नहीं लगता था। बस यहीं सोचते थे कि घर में खुशियां किस तरह आए। किस तरह घर ठीक हो जाएं, बहू मीनू ठीक हो जाए। मीनू के घर वालों ने पूरी जिंदगी बर्बाद कर दी थी। अपना लोग चैन से सो रहें हमारे लोगों की जिंदगी नर्क कर के । हमको भी मरना होगा हम भी फांसी लगा कर मर जाएंगे। और एक बात अशोक बहुत अच्छा लड़का है, बहुत सीधा है और कभी कभी बहक जाता है। उसकी बातों का कभी बुरा न मानना। उससे शादी कर लेना और सुखी जीवन बिताना। मालूम है तुम्हारे लिए ये थोड़ा मुश्किल होगा। लेकिन धीरे-धीरे हालात सब सही कर देगा।

अशोक मम्मी का खयाल रखना। मम्मी ने बहुत दुख काटे है। अशोक और रोशनी दोनों बच्चों में कभी कोई भी भेदभाव न रखना। उसको अपनी मां की तरह पालना। अशोक तुम भी ये जिम्मेदारी बहुत ही मुश्किल से देते जा रहें है। बहुत हिम्मत करके ये काम कर रहे हैं। मेरी लाज रखना मेरे बच्चों अपने बच्चों की तरह पालना। हम भी जा रहें फांसी लगा कर मरने।

मामला यशोदा नगर का

सेन पश्चिम पारा के आजाद नगर निवासी अशोक गुप्ता फेरी लगाकर साड़ी बेचते हैं। साथ में ऑटो चालक 32 वर्षीय बड़ा भाई कुलदीप व उसकी पत्नी रोशनी व दो बच्चे विषु व विभु भी रहते हैं। अशोक का 4 वर्ष पूर्व 26 वर्षीय नीलू से विवाह हुआ था। दोनों से एक बेटा विश्वास है। अशोक ने बताया कि भाभी एक सप्ताह पूर्व कल्याणपुर स्थित मायके गई थीं, जबकि वह 21 जून को वैष्णों देवी के दर्शन करने जम्मू गया था।घर पहुंचा तो गेट अंदर से बंद था, आवाज न आने पर घर में किसी तरह दाखिल हुआ तो होश उड़ गए। पत्नी नीलू का शव जमीन में पड़ा था, जबकि बड़े भाई का शव पंखे के कुंडे से लटक रहा था।इस दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दी। सेन पश्चिम पारा थाना पुलिस फोर्स व फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। सेन पश्चिम पारा थाना प्रभारी राकेश सिंह ने बताया कि दो लोगों ने सुसाइड किया है। फिलहाल किसी पक्ष ने कोई आरोप प्रत्यारोप नहीं लगाए हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

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