Kanpur News: बहु ने परिवार के साथ मिल जेठ सहित परिवार को पीटा, जेठ की मौत

Kanpur News: रोड पर शव रख जाम करने की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची, और परिजनों को समझाया बुझाया। लेकिन परिजन नहीं माने। ग्रामीणों और गुस्साए परिजनों को देखकर पुलिस ने फोर्स तैनात कर दी।

Report :  Anup Pandey
Update: 2024-03-27 07:40 GMT

गांव में पुलिस बल तैनात (Newstrack)

Kanpur News:  कानपुर के सचेती थाना क्षेत्र के करता गांव में जेठ और बहू की किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। जिस पर चाची (बहु) ने अपने पक्ष के लोगों को बुलाकर जेठ और उनके परिवार को लाठी डंडों से जमकर पीट दिया। जिससे पूरा परिवार गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। जहां उपचार के लिए सभी को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। उर्सला अस्पताल से जेठ को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां देर रात मौत हो गई।

मामूली कहासुनी में हुई मारपीट

सचेती कैथा निवासी शैलू ने बताया कि  26 मार्च को मेरी चाची सुशीला देवी पत्नी स्व मोहन लाल से मेरे पिता रमेश से सुबह के समय कहा सुनी हुई हो गई थी। वहीं बातचीत हो जाने के बाद दिन में चाची ने बुआ व फूफा छेदीलाल व उनके लड़को को बुला लिया। वह सभी लोग लाठी डण्डा सरिया लेकर आए थे और पिता रमेश दरवाजे पर बैठे थे। अचानक छेदीलाल पुत्र नख्खू व उनके लडके जयप्रकाश, राजकिशोर, राजपाल पुत्र छेदीलाल व मन्नू पुत्र सियाराम व कपूरकली पत्नी छेदीलाल जो कनवांपुर थाना घाटमपुर निवासी है। चाची सुशीला देवी और इनके बुलाने पर आए व्यक्तियों ने मिलकर मेरे पिता व बहन सीमा, रेनू व मां छेदाना को जमकर लाठी डंडों से मारा पीटा। जिससे सभी गम्भीर रूप से घायल हो गए। वहीं पिता की हालत गंभीर हो गई। पिता को इलाज के लिए उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, सीटी स्कैन कराया गया। हालत ज्यादा गंभीर होने पर वहां से प्राइवेट अस्पताल रामराज ले गये जहां इलाज के दौरान देर रात्रि में मृत्यु हो गई।

गांव में पुलिस तैनात

रोड पर शव रख जाम करने की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची, और परिजनों को समझाया बुझाया। लेकिन परिजन नहीं माने।  ग्रामीणों और गुस्साए परिजनों को देखकर  पुलिस ने फोर्स तैनात कर दी। वहीं, मुगल रोड पर शव रख ग्रामीण और परिजनों ने सड़क जाम कर दी है।

शव रोड पर रख लगाया जाम

आरोपियों पर गम्भीर धाराओं में मुकदमा लिखने और गिरफ्तारी को लेकर परिजनों ने मुगल रोड जाम कर दी। वहीं, रोड से वाहन न निकलने के लिए पेड़ की डालें डाल दी और पुलिस प्रशासन के खिलाफ़ नारेबाजी की। परिजनों का आरोप है कि घटना की तहरीर देने के बाद भी पुलिस ने किसी की गिरफ़्तारी नहीं की है और न ही कोई पुलिस कर्मी अस्पताल तक आया।

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