Ayodhya Ram Mandir: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होते ही शुरू होगी भारतवर्ष की पुनः विश्वगुरु बनने की यात्रा - राजीव महाना

Ram Mandir: राजीव महाना ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि के लिए 72 बार संघर्ष हुआ, हर पीढ़ी ने लड़ाई लड़ी, किंतु कभी हार नहीं मानी। इस संघर्ष में सनातन की सभी धर्म धाराओं, हर भाषा, वर्ग के लोगों ने सहभागिता की।

Report :  Anup Pandey
Update: 2023-12-23 12:16 GMT

Kanpur News (Pic:Newstrack)

Kanpur News: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के तत्वाधान में प्राण प्रतिष्ठा समारोह समिति कानपुर महानगर द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए विश्व हिन्दू परिषद् के प्रान्त अध्यक्ष राजीव महाना ने कहा कि राम शुभ हैं, राम मंगल हैं, राम प्रेरणा हैं, विश्वास हैं। वे धर्म की मूर्ति ही नहीं विग्रह हैं, वे स्वयं धर्म हैं। जीवन का मर्म हैं, आदि एवम् अंत हैं। 500 वर्षों के संघर्ष के पश्चात 22 जनवरी को जन्म स्थान पर बन रहे भव्य मंदिर में पुनः विराजमान होंगे। राष्ट्रीय एकात्मता के लिए श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का आंदोलन था। राम मंदिर एक और मंदिर या पर्यटन का केंद्र नहीं है अपितु यह तो तीर्थाटन का स्तंभ है। अयोध्या यानी त्याग, अयोध्या यानी लोकतंत्र, अयोध्या यानी मर्यादा है।

उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि के लिए 72 बार संघर्ष हुआ, हर पीढ़ी ने लड़ाई लड़ी, किंतु कभी हार नहीं मानी। इस संघर्ष में सनातन की सभी धर्म धाराओं, हर भाषा, वर्ग के लोगों ने सहभागिता की। अयोध्या में केवल राम मंदिर की नहीं, अपितु राष्ट्र मंदिर व राष्ट्रीय गौरव की नींव पक्की हो रही है। राम हमारी प्रेरणा हैं, हमारी पहचान है, हमारी अस्मिता हैं। श्रीराम हमारे मंदिर में भी हैं और हमारे हृदय मंदिर के कण-कण में भी हैं। अब राम जन-जन में लौटेंगे और भारत पुनः विश्व गुरु बनेगा।

श्रीराम जन्मभूमि का संघर्ष विश्व का सबसे लंबा संघर्ष है। सबसे बड़ा आंदोलन राम मंदिर के निर्माण के लिए ही किया गया जो 35 वर्ष तक लगातार चला और 16 करोड़ राम भक्तों ने इसमें भाग लिया। मा. सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर जब श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनाना प्रारंभ किया गया तो देश के 16 करोड़ परिवार अर्थात 65 करोड़ राम भक्तों ने मंदिर निर्माण में निधि समर्पण कर सहयोग दिया।

मन्दिर पहुंचकर प्राप्त करेंगे पूजित अक्षत कलश

विहिप प्रान्त कार्याध्यक्ष डा० उमेश पालीवाल ने बताया कि कानपुर पूर्व जिले के कार्यकर्ता श्याम नगर से, कानपुर पश्चिम जिले के कार्यकर्ता कल्याणपुर से, कानपुर उत्तर जिले के कार्यकर्ता मोतीझील से, कानपुर दक्षिण जिले के कार्यकर्ता गोविन्द नगर से यात्रा लेकर पनकी हनुमान मन्दिर पहुंचेंगे, वहां से पूजित अक्षत कलश लेकर कलश यात्रा के साथ पुनः अपने जिले में पूजित अक्षत कलश ले जाएंगे। अभिमंत्रित अक्षत जिलों के प्रत्येक प्रखण्डों से प्रत्येक खंडों तक पहुंचेंगे। वहां से 1 जनवरी से 15 जनवरी के बीच अक्षत, प्रभु श्रीराम जन्मभूमि का चित्र तथा पत्रक देकर समस्त हिन्दू जनमानस को 22 जनवरी को हो रहे श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में बन रहे भव्य मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव अपने घरों मंदिरों मोहल्ले में आयोजित करेंगे।

इस दौरान पनकी हनुमान मन्दिर के महन्त पूज्य जितेन्द्र दास महाराज, विहिप केन्द्रीय मंत्री तथा अखिल भारतीय धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी, आरएसएस प्रान्त संघचालक माननीय भवानी भीख, विभाग संघचालक माननीय डा. श्यामबाबू गुप्ता, विभाग प्रचारक बैरिस्टर, विहिप विभाग अध्यक्ष नरेश माहेश्वरी, विभाग संगठन मंत्री पीयूष भी उपस्थित रहे।

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