Kanpur News: भारत वर्ष में 80% वृद्ध घुटने की बीमारी से पीड़ित, समय रहते दवा व व्यायाम करें युवा
Kanpur News: दिल्ली अपोलो हॉस्पिटल के डॉ. राजेश मल्होत्रा ने कहा कि जीवन शैली में बदलाव होने के कारण घुटने की बीमारी से पीड़ित हो गए हैं। मोटापा बढ़ने की वजह से लोगों को घुटने की बीमारी अधिक हो रही है।
Kanpur News: उत्तर प्रदेश ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन की ओर से GSVM कानपुर मेडिकल कॉलेज में पहली बार 9वीं पार्थो प्लास्टिक कोर्स का आयोजन किया गया। किस तरह से आधुनिक युग में कूल्हे का प्रत्यारोपण करके मरीज को जल्द ही स्वस्थ कर सकते हैं। पूरे भारतवर्ष में 80% वृद्ध घुटने की बीमारी से पीड़ित है। इसके अलावा 30 से 40% युवा भी इससे पीड़ित है।
ज्यादा सीढ़ियां न चढ़े मोटे लोग
दिल्ली अपोलो हॉस्पिटल के डॉ. राजेश मल्होत्रा ने कहा कि जीवन शैली में बदलाव होने के कारण घुटने की बीमारी से पीड़ित हो गए हैं। मोटापा बढ़ने की वजह से लोगों को घुटने की बीमारी अधिक हो रही है। ज्यादा सीढ़ियां नहीं चढ़नी चाहिए और ना ही उन्हें जमीन पर बैठना चाहिए। 24 घंटे में 15 मंजिल सीढ़ियां चढ़ते हैं। तो यह आपके लिए सबसे खतरनाक है। इस समय गठिया का इलाज संभव है। इसलिए इस बीमारी से डरना नहीं चाहिए, बल्कि समय पर इसका इलाज शुरू करते तो 100% मरीजों को आराम मिल सकती है। शरीर का वजन उसका 7 से 10 गुना वजन आपके घुटनों पर पड़ता है।
कोरोना में बढ़े मरीज
डॉ. राजेश मल्होत्रा ने बताया कि कोरोना के समय लोगों ने एस्टेरॉइड अधिक लिया, जिसका असर अब देखने को मिल रहा है। घुटने के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ गई है। खून को पतला करने के लिए लोगों ने एस्टेरॉइड का प्रयोग किया और अब उनके लिए यह समस्या बन गई है। एल्कोहल पीने वालों के अंदर भी यह दिक्कतें होती हैं, लेकिन उनके अंदर यह दिक्कतें इतनी जल्दी बढ़ती नहीं है।
पहले ऑपरेशन में मिले सफलता
डॉ. मल्होत्रा ने कहा कि अब यह आधुनिक युग है। प्रयास करना चाहिए कि पहले ही ऑपरेशन में मरीज को सफलता मिल जाए। उसका ऑपरेशन दोबारा ना करना पड़े। वृद्ध लोगों का ऑपरेशन करने में इतनी दिक्कत नहीं आती है, जितनी दिक्कत युवाओं में आती है। युवाओं में छोटे-छोटे जॉइंट डाले जाते हैं और वायरिंग बहुत हार्ड डाली जाती है ताकि यह जॉइंट टूटे ना और वायरिंग लंबे समय तक चले।
जल्द ठीक कर सकते हैं घटिया जैसी बीमारी
तमिलनाडु सीएससी के डॉक्टर अनिल ओमान ने कहा कि अब बेहतर टेक्नोलॉजी आ गई है। जिसके माध्यम से हम गटिया जैसी बीमारियों को जल्द ठीक कर सकते हैं। सुबह उठकर बच्चों के जोड़ों में दर्द या कभी-कभी बुखार आ जाने जैसी समस्या हो तो आप ऑर्थोपेडिक सर्जन से इसकी सलाह जरूर लें। हम इसका इलाज समय रहते शुरू कर दें। तो 100% बीमारी ठीक हो सकती हैं।
एक्सरसाइज है सफल इलाज
डॉ. ओमान ने कहा कि यदि हम दवा का प्रयोग ठीक समय पर और लाइफ स्टाइल में प्रतिदिन एक्सरसाइज को शामिल कर लेते हैं तो हम गटिया और जोड़ों के दर्द जैसी बीमारियों से जल्द राहत पा लेंगे। यदि फिजिकल एक्टिविटी नहीं बढ़ती है। तो भी हमारे शरीर को नुकसान है।
कार्यशाला में इन लोगों ने दिया संबोधन
उत्तर प्रदेश से करीब 150 चिकित्सकों ने हिस्सा लिया है। डॉ. अखिलेश यादव, डॉ. शेखर श्रीवास्तव ने भी कार्यशाला में घुटना प्रत्यारोपण की नई विधियों के बारे में डॉक्टरों को बताया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मेडिकल कॉलेज के प्रचार डॉ. संजय काला ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर एसोसिएशन के सचिव डॉ. रवि गर्ग, डॉ. अनूप अग्रवाल, डॉ. संतोष सिंह, डॉ. केडी त्रिपाठी, डॉ. एके गुप्ता, डॉ. संजय कुमार आदि लोग मौजूद रहे।