Kanpur Violence: पत्थरबाजी से पहले बढ़ गई थी बोतलों में पेट्रोल की बिक्री, हुआ ताबड़तोड़ ऐक्शन
Kanpur Violence: कानपुर हिंसा भड़काने वालों पर प्रशासन की कार्यवाही जारी है।
Kanpur Violence: कानपुर हिंसा के मद्देनज़र अभी तक कई बड़े और चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं, जिसके आधार पर लगातार हिंसा भड़काने वालों पर प्रशासन की कार्यवाही जारी है। पुलिस द्वारा जारी जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, हिंसा और झड़प के दौरान पेट्रोल बम का इस्तेमाल हुआ था, और इसको प्रशासन ने जांच के लिए जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया था। जिसके तहत जिला पूर्ति अधिकारी ने हिंसा से पहले बोतलों में पेट्रोल बांटने का पता लगाया तथा ऐसे पेट्रोल पम्पों को चिन्हित करते हुए उनका लाइसेंस रद्द कर दिया गया है।
सीसीटीवी में बोतलों में पेट्रोल दिए जाते देखा गया
कानपुर में दो समुदायों के बीच घटित हिंसक झड़प की यह घटना 3 जून की है। दुकानों को बंद कराने को लेकर शुरू हुए विवाद ने हिंसक रूप लेते हुए दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी की घटना का रूप ले लिया। अब ऐसे में हिंसा के दौरान पेट्रोल बम के इस्तेमाल को लेकर जब सीसीटीवी खंगाली गयी तो पूरा मामला सामने आया, सीसीटीवी में साफ़ तौर पर बोतलों में पेट्रोल दिए जाते देखा गया। जिला पूर्ति अधिकारी ने इन पेट्रोल पंप को चिन्हित करते हुए लाइसेंस रद्द कर दिया है। जांच के आधार पर यह सामने आया है कि मामूली मुद्दे को हिंसक घटना में तब्दील करने को लेकर योजना बनाई गई थी, जिसके चलते हिंसा भड़कने के कुछ देर पहले ही पेट्रोल पंप से बोतल में पेट्रोल खरीदा गया था।
36 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज
3 जून को कानपुर में घटित हुई इस हिंसक घटना के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी को बीते दिनों दो हफ्ते की न्याययिक हिरासत में भेज दिया है। इस दौरान हयात जफर हाशमी के अलावा 3 अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लियक गया है। पुलिस में मामले में सभी से पूछताछ जारी है। बीते दिन तक मामले में कुल 36 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करने के साथ ही 24 लोगों को हिरासत में लिया गया है।