Kasganj: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य बोले - बाबरी मस्जिद के ढांचे को ढहाने वाले थे अराजक तत्व
Kasganj News: कार्यक्रम के उपरांत मीडिया से प्रेस वार्ता के दौरान स्वामी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला कहा कि ये सरकार तानाशाही का राज चला रही है। इनके नुमाईंदों ने देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म कर दिया है।
Kasganj News: उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद स्थिति गंजडुंडवारा नगर में बौद्ध एकता समिति गंजडुंडवारा के तत्वाधान में बौद्ध जन जागरूकता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में सपा के वरिष्ठ नेता व उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम मुख्य अतिथि के तौर शामिल हुए। इस सम्मेलन का उद्देश्य समाज में सामंजस्य पैदा करना और बौद्ध धर्म के बारे में जन जागरूकता फैलाना है। इस अवसर पर सावित्रीबाई फुले और फातिमा शेख जिन्होंने 1848 में कन्याओं के लिए पहला स्कूल खोला था उनकी जयंती भी मनाई गई।
हर मोर्चे पर बिफल है भाजपा की सरकार
सम्मेलन में बोलते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि संविधान बराबरी की आजादी देता है। संविधान के मुताबिक समाज से छुआछूत और भेदभाव की भावना खत्म होनी चाहिए। महिलाओं की शिक्षा पर भी समाज को ध्यान देना चाहिए। महिलाओं की शिक्षा के बगैर कोई भी समाज और देश तरक्की नहीं कर सकता। राष्ट्रमाता फातिमा शेख ने राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले का बहुत साथ दिया और जब सावित्रीबाई फुले को स्कूल की जगह की जरूरत पड़ी तो फातिमा शेख ने स्कूल खोलने के लिए अपने घर में जगह दी। आज की केंद्र सरकार शिक्षा का व्यवसायी करण कर रही है जो बहुजन समाज के हित में नहीं है।
मौजूदा केंद्र सरकार चला रही है तानाशाही
आपको बता दें कि कार्यक्रम में संबोधन के दौरान सपा नेता व पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि राम मंदिर का निर्माण देश की सर्वोच्च अदालत के आदेश पर हो रहा है ना कि भाजपा सरकार आदेश पर। भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव में राम मंदिर निर्माण का लाभ उठाना चाहती है। शिक्षा का निजीकरण हो रहा है। बेरोजगारी बढ़ रही है। महंगाई अपनी पूरी चरम सीमा पर है।
इसी दौरान दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि बोलने की आजादी ज्ञान से आई है, शिक्षा से आई है, शिक्षा ही जीवन में आगे बढ़ाने का माध्यम है। शिक्षा के समान अवसर हर किसी को प्रदान किए जाने चाहिए। यही कोशिश बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने की थी। आज की मौजूदा केंद्र सरकार सरकारी क्षेत्र में निजीकरण करके शिक्षा और नौकरी में समान अवसर को लगभग खत्म कर चुकी है। केंद्र सरकार बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के सपनों के खिलाफ काम कर रही है।
कार्यक्रम के उपरांत मीडिया से प्रेस वार्ता के दौरान स्वामी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला कहा कि ये सरकार तानाशाही का राज चला रही है। इनके नुमाईंदों ने देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म कर दिया है। हर मोर्चे पर विफल होने के कारण सिर्फ धर्म के नाम पर राजनीति हो रही है, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के कारण हो रहा है इसे भाजपा नहीं बनवा रही है, 22 जनवरी का कार्यक्रम बीजेपी का निजी कार्यक्रम है उसमें जाने का सवाल ही नही पैदा होता।
देश में बेरोजगारी, महंगाई चरम पर है, पूर्व में वाबरी मस्जिद के ढांचे को गिराने वाले अराजक तत्व थे उस समय सरकार द्वारा जो कार्यवाही की गई वो कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने की गई,संविधान की रक्षा को की गई। केंद्र सरकार के कबीना मंत्री एसपी सिंह बघेल के बयान पर नसीहत देते हुए कहा कि उनको ऐसे बयान नहीं देने चाहिए क्योंकि उस समय वो भी समाजवादी पार्टी में ही थे। मीडिया सरकार के पक्ष में पैरोकार बन गई है। देश की समस्याओं पर अब कोई बात नही हो रही हैं।