केजीएमयू बाल्मीकि नगर में प्रत्येक माह लगायेगा चिकित्सा शिविर

किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की ओर से लखनऊ के डालीगंज स्थित बाल्मीकि नगर में प्रत्येक माह एक चिकित्सा शिविर आयोजित कर वहां के निवासियों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। यह जानकारी केजीएमयू के कुलपति प्रो. एम.एल.बी.भट्ट ने दी।

Update: 2019-04-14 14:17 GMT
भीमराव अंबेडकर की 126वीं जयंती पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन बेंगलुरू में

लखनऊ: किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की ओर से लखनऊ के डालीगंज स्थित बाल्मीकि नगर में प्रत्येक माह एक चिकित्सा शिविर आयोजित कर वहां के निवासियों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। यह जानकारी केजीएमयू के कुलपति प्रो. एम.एल.बी.भट्ट ने दी।

कुलपति ने रविवार को केजीएमयू में डाॅ. आंबेडकर जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहब हर वर्ग के नेता थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए प्रत्येक चिकित्सक को एक गांव गोद लेकर वहां के प्रत्येक बीमार लोगों को उपचार की सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए।

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प्रो. भटट् ने कहा कि शिक्षा एवं स्वास्थ्य ही ऐसा स्तम्भ जिसपर किसी भी देश का विकास निर्भर है और निचले वर्ग को भी समानता का अधिकार प्राप्त है और यह अधिकार वह सिर्फ शिक्षा एवं स्वास्थ्य के माध्यम से ही प्राप्त कर सकता है।

इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा सचिव मुकेश मेश्राम ने बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करतेे हुए कहा कि जिस प्रकार से प्राचीन काल में भगवान गौतम बुद्ध एवं महावीर स्वामी ने समाज को जगाने का कार्य किया उसी प्रकार से आधुनिक काल में महामानव के रूप में अवतरित होते हुए बाबा साहब ने समाज के लोगों को उनके मूूल अधिकारों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना सिखाया। इसके साथ ही उन्होंने युवा पीढ़ी को खूब पढ़े, खूब गढ़े और बाबा साहब के स्वप्न को पूरा करने की अपील की।

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पूर्व पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश रामेश्वर दयाल ने बाबा साहब के जीवन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि बाबा साहब ऐसा व्यक्तित्व जिनका आभा मण्डल उनकी मृत्यु के बाद से लगातार बढ़ रहा है।

इस अवसर पर डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डाॅ. जीपी सिंह, डीन रिसर्च सेल डाॅ. आर.के.गर्ग, विभागाध्यक्ष पीडियाट्रिक्स सर्जरी विभाग डाॅ. एसएन कुरील, क्वीन मैरी अस्पताल की अधीक्षक डाॅ. एसपी जायसवार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एसएन शंखवार एवं रेस्पेरेटरी मेडिसिन विभाग के डाॅ. संतोष कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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